पर्ल पंजाबी एक प्रौडक्शन हाउस में वीडियो एडिटर का काम कर रही थी और वह मुंबई में हीरोइन बनना चाहती थी. फिलहाल वह अपनी मां के साथ लोखंडवाला इलाके के एक अपार्टमैंट्स में रह रही थी.
पर्ल पंजाबी की निजी जिंदगी में भी काफी दिक्कतें चल रही थीं. वह दिमागी तौर पर डिस्टर्ब हो गई थी. उस की अपनी मां के साथ भी नहीं बनती थी.
इसी साल जनवरी महीने में संघर्ष कर रहे एक कलाकार राहुल दीक्षित ने खुदकुशी कर ली थी. वह एक किराए के मकान में रहता था. इस मौके पर उस
के साथ उस की लिव इन पार्टनर प्रिया भी थी. प्रिया जब सुबह 4 बजे नींद से उठी तो उस ने राहुल को पंखे से लटका पाया.
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इस मामले में पुलिस का कहना था कि शायद राहुल ने प्रिया के साथ उस की शराब पीने की लत को ले कर हुई बहस के बाद यह कदम उठाया था.
साल 2018 में गुजराती फिल्मों के जूनियर कलाकार और एक नई फिल्म बना रहे हितेश परमार ने भी खुदकुशी कर ली थी, क्योंकि उस ने एक फाइनैंसर से कर्ज लिया था, जिस के बदले में वह बहुत ज्यादा ब्याज वसूल रहा था.
भोजपुरी फिल्मों और टीवी सीरियलों में काम करने वाली अंजली श्रीवास्तव ने जुलाई, 2017 में मुंबई के पश्चिमी उपनगर अंधेरी में बने अपने घर में फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली थी.
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अमूमन जो लोग फिल्मी दुनिया में अपना भविष्य बनाने जाते हैं, उन्हें मन से बड़ा मजबूत माना जाता है. लोग उन के काम की तारीफ ही नहीं करते हैं, बल्कि उन्हें अपना आदर्श भी मान लेते हैं. लेकिन यह सब हासिल करना बड़ा ही मुश्किल काम होता है.
फिल्मी दुनिया में ‘जुबली कुमार’ का खिताब पाने वाले हिंदी फिल्मों के हीरो रहे राजेंद्र कुमार के बेटे कुमार गौरव की पहली फिल्म ‘लव स्टोरी’ बहुत बड़ी हिट फिल्म थी, लेकिन उस के बाद कुमार गौरव ज्यादा नहीं चल पाए. ऐसे में किसी भी इनसान का तनाव में चले जाना कोई बड़ी बात नहीं है, पर चूंकि कुमार गौरव फिल्मी दुनिया की नाकामी से बखूबी वाकिफ थे, इसलिए वे यह सब सह गए.
पर कम उम्र के नौजवान, जिन का पूरा दांव ही फिल्म इंडस्ट्री में अपना कैरियर बनाने का होता है, उन में से जब कोई बुरी तरह नाकाम होता है तो अपनी जान की भी परवाह नहीं करता है. मरना किसी भी समस्या से उबरने का कोई समाधान नहीं है. अगर जिंदा रहोगे तो हो सकता है कि कामयाब हो जाओ.
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इस का सब से बड़ा उदाहरण नवाजुद्दीन सिद्दीकी कहे जा सकते हैं. काफी साल तक फिल्म इंडस्ट्री में काम नहीं मिला, पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. एकएक सीन के रोल किए, पर उलट हालात में भी जमे रहे. आज आप खुद ही देख सकते हैं कि वे किस मुकाम पर बैठे हैं.
अगर किसी में टैलेंट है तो उसे जरूर कामयाबी मिलेगी. हाल ही में मशहूर हुई रानू मंडल को भी तो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री ने अपनाया है, लेकिन इस के लिए आप में गुण होना भी जरूरी है. हां, रानू मंडल की चमक कुछ दिनों की ही है.