गर्भवती हथिनी को खिलाया पटाखों वाला अनन्नास, मानवता को किया शर्मसार

ये खबर आपके दिल को झकझोर कर रख देगी,आपको अंदर तक हिला कर रख देंगे, आपको सोचने पर मजबूर कर देगी कि क्या इंसानों के लिए बेजुबान जानवरों की जान की कोई किमत नहीं? सच जान कर आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे. एक हथिनी अपना सिर पानी के अंदर के किए खड़ी हुई है और उसकी मौत हो चुकी है, पास के दो और हांथी उसके अगल-बगल खड़े हैं इस आस में कि शायद उसे कोई बचाने आ जाए.

आखिर उन बेजुबानों के पास खड़े होकर किसी की मदद के लिए आस लगाने के सिवा और कोई रास्ता भी तो नहीं था और आपको ये जानकर हैरानी होगी की कि वो गर्भवती थी. शर्म आएगी आपको मानवता पर ये जानकर कि आखिर उस हथिनी की मौत कैसे हुई. ये खबर केरल की है. दरअसल, केरल में बुधवार के दिन एक गर्भवती हथिनी खाने की तलाश में भटक रही थी. लेकिन किसी से उसे एक अनन्नास खिलाया और वो भयंकर पटाखों से भरा हुआ.

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उसके अंदर जो विस्फोटक भरा था उसको खाने के बाद हथिनी के मुंह में यह अनन्नास फट गया और वो दर्द से कराहने लगी. ये भूखी हथिनी जंगल से भटक कर वहां के रिहायशी इलाकों तक पहुंची थी. उसने इंसानों पर भरोसा किया था. लेकिन मरते-मरते उसका भरोसा टूट गया. उसने अपनी इतनी दर्दनाक मौत का सोचा भी नहीं होगा लेकिन उस वक्त वो अपने बारें में नहीं अपने पेट में पल रहे अपने बच्चे के बारे में सोच रही होगी क्योंकि उसके पेट में 18 से 20 माह का बच्चा था जो अभी इस दुनिया में आया भी नहीं था और अपनी मां के पेट में ही उसने भी दम तोड़ दिया.

हथिनी  दर्द से परेशान थी, कराह रही थी. उसे असहनीय पीड़ा हो रही थी, लेकिन कोई उसकी मदद को सामने नहीं आया. वो हार कर पास के एक नदी में गई अपने मुंह और सूंड़ को पानी में डुबोकर काफी देर तक खड़ी रही. शायद इसलिए की उसे अपनी उस दर्दनीय पीड़ा से थोड़ी राहत मिल रही थी. लेकिन उसका दर्द कम नहीं हुआ. और अंत में उसकी दर्दनाक मौत हो गई. वहीं पानी में खड़े-खड़े उस हथिनी ने दम तोड़ दिया. इसकी सोशल मीडिया पर खूब आलोचना की जा रही है.

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जानकारी के मुताबिक वहां के फॉरेस्ट अधिकारी ने बाताया कि हथिनी ने ऐसा इसलिए भी किया ताकि उसके घाव पर मक्खी ना लगे. घंटो तक राहत और बचाव का प्रयास करने के बाद उस हथिनी को पानी से निकाला गया. फिर उसे एक ट्रक में डालकर जंगल में ले जाया गया जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया. भले ही उसे अंतिम विदाई वहीं दी गई जहां वो बड़ी हुई थी लेकिन यहां सवाल मानवता पर उठता है कि कोई कैसे इस हद तक जा सकता है और इस हद तक वहशीपना और दरिंदंगी की जा सकती है.

वहां की सरकार को इसके लिए कुछ करना चाहिए जांच करनी चाहिए और इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए. आज मानवता एक बार फिर से शर्मसार हुई है एक बेजुबान की हत्या का पाप लगेगा मानवता को. आप खुद सोचिए की आखिर उस बेजुबान ने किसी का क्या बिगाड़ा था. सिर्फ भूखी ही तो थी जो खाने की तलाश में भटक रही थी. हथिनी की मौत की ये खबर फैल चुकी है और इंटरनेट पर लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं. तो सवाल उठना तो लाजमी है.

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