रुपए की लालची एक गुरु चेले की जोड़ी ने कई लोगो को तंत्र मन्त्र के झांसे में लेकर शिकार बनाया था. और इसका अंत हुआ एक हत्या से, अंततः दोनों आरोपी 9 वर्ष बाद पुलिस के हत्थे चढ़े और अब जेल की चक्की पीस रहे हैं.

आज आधुनिक सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव अब दिखाई देने लगे हैं. दुर्भाग्य है कि यूट्यूब ऐसा माध्यम बन गया है जहां से अपराध के गुर सीखे जाते हैं और उन्हें अंजाम देकर के अशिक्षित और पैसों के लालची अपनी जिंदगी दांव पर लगा करके जेल जा रहे हैं.

दरअसल, हुआ यह कि  राम प्रसाद साहू ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला के थाना हिर्री आकर रिपोर्ट कराई कि उसके छोटे भाई सुरेश कुमार साहू को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार  से गले व  चहरे में वार कर हत्या कर दी गई है.  हत्या कुछ रहस्यमय ढंग से की गई थी. जिसका अपराध पंजीबद्ध कर पुलिस विवेचना में लिया गया. मामले में पेंच दर पेंच देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  दीपक कुमार झा  द्वारा अधिनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गये जिनके अनुसार आरोपियों की लगातार पतासाजी की जा रही थी, परन्तु आरोपियों का कोई पता नहीं चल रहा था.मगर पुलिस द्वारा लगातार प्रयास जारी था.

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मृतक सुरेश साहू से सम्बंधित सभी व्यक्तियों के सम्बन्ध में पुलिस  पृष्ठभूमि की‌ भीतरी जानकारी निकाल रही थी, इसी दौरान मृतक सुरेश साहू के जादू टोन व गड़े धन को तलाश करने में संलग्न रहने का पता पुलिस को चला. पुलिस अधिकारी दीपक झा ने हमारे संवाददाता को बताया कि ऐसे में ऐसे व्यक्तियों जो मृतक से जुड़े थे उनकी पतासाजी प्रारम्भ की गयी. अनवरत प्रयास के बाद पुलिस को पता चला की घटना के बाद से सम्बंधित व्यक्तियों में आरोपी सुभाष दास मानिकपुरी एवं माखन दास दोनों ही आसपास से घटना के  बाद  से गायब है.

पुलिस ने अपने ढंग से इनके सम्बन्ध में पतासाजी प्रारम्भ की गयी परन्तु कई वर्षो से इन दोनों के परिवार वालो से इनका सम्बन्ध ख़राब होने के कारण कोई भी व्यक्ति इनके संपर्क में नहीं था , जिसके कारण इनके सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं मिल रही थी. इसी दौरान  जानकारी प्राप्त हुई कि घटना के कुछ दिन बाद माखन दास ने बताया था कि वह सुभाष के साथ जबलपुर, मध्य प्रदेश में रह रहे है.

इसी आधार पर आरोपियों की पतासाजी हेतु टीम रवाना की गयी जो जबलपुर जाकर पतासाजी करने पर आरोपी के सतना, मध्यप्रदेश में मेडिकल कालेज में काम करने की  जानकारी मिली. अब यहां पुलिस ने  गहन छानबीन करने के बाद बामुश्किल आरोपी माखन दास को हिरासत में लिया . पुलिस पूछताछ में उसने सुभाष को जबलपुर में गार्ड की नौकरी करना बताया जिसकी निशानदेही पर आरोपी सुभाष को भी पकड़ा गया. जिनसे घटना के सम्बन्ध में कड़ाई से पूछताछ करने पर अपना जुर्म कबूला और पुलिस को अपने दिए गए इकबालिया बयान ने बताया कि गड़े धन व हंडा के लालच में आकर मृतक सुरेश साहू की बलि दी गई थी.

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जादू टोना, तंत्र मंत्र का परिणाम हत्या

पुलिस ने हमारे संवाददाता को बताया कि पूछताछ करने पर  आरोपी सुभाष वर्ष 2012 से गड़े धन की तलाश कर रहा है व जादू टोना का काम कर रहा है जिसकी पहचान गड़े धन खोजने के चक्क्कर में माखन दास से हुई जो सुभाष को नए नए लोग से मिलवाता था जिनको कोई पारिवारिक समस्या रहती थी. जिसे सुभाष जादू टोने से ठीक करने का दावा कर पैसे वसूल लेता था. इसी दौरान माखन ने अपने पूर्व परिचित अपने गाँव के सुरेश साहू का भी परिचय सुभाष से कराया सुरेश भी कई वर्षो से गड़े धन की तलाश कर रहा था. जिससे इनके बीच घनिष्टता बढ़ गयी. आगे रुपयों पैसों के लालची यह लोग गुगल के ‌ यू ट्यूब पर जादू टोने के नए नए विडियो देखते व उसपर अलग अलग जगहों पर प्रयोग करते थे.

इसी बीच सुभाष और माखन ने सुरेश की बलि देकर गड़े खजाने को खोज निकालने का प्लान बनाया. जिसके लिए नवरात्रि के पहले की अमावस्या का दिन तय किया और उसी दिन मुरु पथराली खार क्षेत्र में तंत्र मन्त्र कर कुल्हाड़ी से सुरेश की हत्या कर दी हत्या के बाद जब कोई चमत्कार नहीं हुआ तंत्र मंत्र ने काम नहीं किया तो उन्हें हकीकत का एहसास हुआ कि हमारे हाथों को अपराध हो गया है और अब जेल जाना पड़ेगा और पकडे जाने के भय से फरार हो गये . कहते हैं ना कि अपराध छुपाए नहीं छुपता आखिर लगभग 9 वर्ष पश्चात मामले का खुलासा हुआ आरोपी जेल में चक्की पीसने के लिए मजबूर हो गए.

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