आज के युग में लड़कियां लड़कों से कंधा मिला कर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. आंध्र प्रदेश पुलिस के सर्किल इंसपेक्टर श्यामसुंदर की बेटी वाई. जेस्सी प्रशांति अपनी मेहनत और लगन से डीएसपी बनीं.

एक समय था, जब हर पिता चाहता था कि उस का बेटा उस की जिम्मेदारी संभाले. उस की अपेक्षा अधिक से अधिक ऊंचाई हासिल करे. उस के क्षेत्र में उस से भी बहुत आगे निकल जाए. पर अब समय बदल गया है. आज पिता केवल अपने बेटे के लिए ही नहीं, अपनी बेटी के लिए भी यही उम्मीद करने लगा है. इक्कीसवीं सदी में महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत दिखाई है. इस के पीछे इसी तरह के उम्दा विचार रखने वाले पिताओं की ही अहम भूमिका है.

यह पिता की लगन और इच्छाशक्ति का ही नतीजा है कि आज उस पिता के लिए इस से अधिक खुशी और गर्व की बात क्या होगी कि उस की बेटी उसी के नक्शेकदम पर चल कर न केवल कामयाबी हासिल कर रही है, बल्कि उस से भी एक कदम आगे निकल रही है. ऐसा ही कुछ जनवरी महीने में  आंध्र प्रदेश में पुलिस विभाग में देखने को मिला.

आंध्र प्रदेश में पुलिस विभाग में सीआई के पद पद पर तैनात श्यामसुंदर ने जब अपनी डीएसपी बेटी को सैल्यूट किया तो गर्व से उन का सीना चौड़ा हो गया. इस के बाद दिल को छू लेने वाली यह तसवीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो लोगों ने उसे हाथोंहाथ लिया.

3 जनवरी, 2021 को आंध्र प्रदेश पुलिस ने तिरुपति में पुलिस ड्यूटी मीट 2021 का आयोजन किया था, जिस का उद्घाटन डीजीपी गौतम सवांग ने किया था. इसी कार्यक्रम में भाग लेने आई पुलिस अफसर बेटी को देख कर सीआई पिता भावुक हो उठे थे.

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वाई. जेस्सी प्रशांति 2018 बैच की राज्य लोक सेवा आयोग की पुलिस अधिकारी हैं. इस समय वह आंध्र प्रदेश के जिला गुंटूर दक्षिण (शहर) में डीएसपी के पद पर तैनात हैं. तिरुपति में आयोजित पुलिस ड्यूटी मीट 2021 में प्रशांति की भी ड्यूटी लगी हुई थी. प्रशांति के पिता श्यामसुंदर तिरुपति कल्याणी डेम के नजदीक स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में सीआई हैं.सीआई श्यामसुंदर की भी ड्यूटी पुलिस ड्यूटी मीट में लगी थी.

पुलिस ड्यूटी मीट में बेटी को ड्यूटी करते देख सीआई श्यामसुंदर चौंके. बेटी को डीएसपी की वरदी में देख कर वह बहुत खुश हुए, साथ ही गौरवान्वित भी. सीआई श्यामसुंदर ने अन्य पुलिस अफसरों के साथ डीएसपी बेटी को सैल्यूट तो किया ही, साथ ही यह भी कहा कि ‘नमस्ते मैडम’. जवाब में डीएसपी बेटी प्रशांति ने भी पिता को सैल्यूट करने के साथ आशीर्वाद भी लिया. वहां आए पुलिसकर्मी बापबेटी को इस तरह सैल्यूट करते देख भावुक हो उठे.

यह सब ऐसे ही नहीं संभव हुआ. इस के पीछे आंध्र प्रदेश के रहने वाले और पुलिस विभाग में नौकरी करने वाले श्यामसुंदर की इच्छाशक्ति थी. उन के घर जब बेटी का जन्म हुआ तो वह उदास या निराश होने के बजाय बहुत खुश हुए. उन्होंने उसी समय तय कर लिया कि वह बेटी को खूब पढ़ालिखा कर आगे बढ़ाएंगे. वह अपनी बेटी वाई. जेस्सी प्रशांति को अकसर राउंड पर जाते समय साथ ले जाते थे.

उस समय वह बेटी को गर्व से अपने कार्य और फर्ज के बारे में समझाते. पिता को मिलती सलामियां देख कर भविष्य में उस के लिए भी ये पल आए, इस तरह का सपना प्रशांति के बालमन में बैठ गया. वह समझ गईं कि पुलिस वरदी को कितना मान और सम्मान मिलता है. इस के अलावा लोगों की सेवा करने का मौका मिलता है. इन्हीं सब चीजों ने प्रशांति को पुलिस सेवा की ओर आकर्षित किया. यानी पिता ही बेटी के रोल मौडल बने.

12वीं में अच्छे नंबर आने की वजह से प्रशांति को इंजीनियरिंग कालेज में दाखिला मिल गया. फिर भी उन के दिल में अपने पिता की तरह पुलिस की नौकरी कर के देश और जनता की सेवा करने की भावना बनी रही. अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रशांति सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करने लगीं.

जब बेटी की इच्छा की जानकारी श्यामसुंदर को हुई तो इस क्षेत्र में महिला कर्मचारी के रूप में बेटी के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में उसे बताया. शुरुआत में श्यामसुंदर का मन थोड़ा हिचका, परंतु तुरंत ही उन्होंने अपना मन बदला, क्योंकि उन्हें विश्वास था कि उन की बेटी किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने में सक्षम है.

उस के बाद तो बेटी का सपना पिता का भी सपना बन गया. हमेशा बेटी की इच्छा पूरी करने और बेटी को आगे बढ़ने की प्रेरणा देने वाले पिता प्रशांति को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के उस के विचार को प्रोत्साहित करने लगे. खूब मेहनत और तैयारी के बाद प्रशांति ने सन 2018 में आंध्र प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन ग्रुप एक की परीक्षा पास कर ली.

इस के बाद आंध्र प्रदेश के पुलिस विभाग में डीएसपी के रूप में प्रशांति का चयन हो गया. अपने ही विभाग में उच्च अधिकारी के रूप में बेटी की नियुक्ति हो जाए, इस से विशेष और गर्व की बात एक पिता के लिए और क्या हो सकती थी.

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अपनी बेटी के लिए गर्व का अनुभव करने वाले पिता श्यामसुंदर का कहना है कि उन की बेटी उन्हीं के विभाग में उच्च अधिकारी है. उस ने यह जो उच्च स्थान प्राप्त किया है, वह उस की मेहनत का फल एवं मांबाप का आशीर्वाद है. प्रशांति का भी यही मानना है. प्रशांति का कहना है, ‘आई होल्ड हाई रैंक, बट इन लाइफ माई फादर होल्ड्स हायर रैंक…’

फिलहाल वाई. जेस्सी प्रशांति पिता के आदर्शों का अनुसरण करते हुए अपना कार्यभार बखूबी निभा रही हैं. वह गुंटूर जिले में डीएसपी के पद पर तैनात हैं. जबकि उन के पिता श्यामसुंदर तिरुपति कल्याणी डेम के नजदीक के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में सर्किल इंसपेक्टर के रूप में अपना फर्ज निभा रहे हैं.

पिता और पुत्री एक ही विभाग में काम करते हैं, फिर भी इस के पहले एक बार भी औन ड्यूटी एकदूसरे के आमनेसामने नहीं हुए थे. पिछले 26 सालों से पुलिस विभाग की सेवा में लगातार जुड़े श्यामसुंदर की इच्छा थी कि उन के रिटायर होने के पहले उन्हें बेटी के साथ काम करने का मौका मिले.

56 वर्षीय श्यामसुंदर की इच्छा पूरी करने वाला अविस्मरणीय क्षण आया 2021 के जनवरी की 4 से 7 तारीख के दौरान जब पहली ‘आईजीएनआईटीई’ पुलिस मीट का आयोजन किया गया, जिस में राज्य भर के पुलिस विभाग में सेवा देने वाले कर्मचारियों को शामिल होना था. इस में वाई. जेस्सी प्रशांति की ड्यूटी वहां की व्यवस्था देखने में लगी थी. उस में अन्य कर्मचारियों के साथ भाग लेने श्यामसुंदर भी आए थे.

उन्होंने सफलतापूर्वक ड्यूटी कर रही अपनी बेटी प्रशांति को देखा. पुलिस विभाग का एक प्रोटोकाल होता है कि जब भी ड्यूटी पर अपने से बड़ा अधिकारी सामने आ जाता है तो निश्चित ही उस अधिकारी को आदर सहित सैल्यूट करना होता है. उसी प्रोटोकाल के अनुसार अन्य कर्मचारी प्रशांति को सैल्यूट कर रहे थे. उन्हीं के साथ श्यामसुंदर ने भी गर्व से डीएसपी बेटी प्रशांति को सैल्यूट किया.

उस समय उन के चेहरे पर अपनी बेटी के इस मुकाम पर पहुंचने का अपार संतोष झलक रहा था. अपने पिता को सैल्यूट करते देख प्रशांति थोड़ा सकुचाई. उन्होंने पिता से कहा भी कि वह उसे सैल्यूट न करें. पिता का सीना तो अपनी ही बेटी को अपने अधिकारी के रूप में देख कर गज भर का हो चुका था. उन्होंने एक अधिकारी की तरह उसे सम्मान देते हुए सैल्यूट करते हुए कहा, ‘नमस्ते मैडम.’

इस के बाद बेटी ने भी पिता के इस कृत्य का आदर करते हुए उन के सम्मान में सैल्यूट किया. इस धन्य पल के जो साक्षी बने, वे पिता और पुत्री के इस सम्मानयुक्त संबंध को सम्मान के साथ देखते रहे.

तमाम लोगों ने इस ऐतिहासिक पल को कैमरे में कैद कर लिया, जिस में अपनी बेटी को सैल्यूट करते पिता के चेहरे की खुशी और गर्व साफ झलक रहा था. उस फोटो को आंध्र प्रदेश पुलिस डिपार्टमेंट ने ट्विटर पर डालते हुए लिखा, ‘आंध्र प्रदेश पुलिस फर्स्ट ड्यूटी मीट ब्रिंग्स ए फैमिली टुगेदर.’

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कैमरे में कैद आंध्र प्रदेश पुलिस की पितापुत्री की यह अद्भुत तसवीर सचमुच प्रेरणादायक है, जो तमाम पिताओं को अपनी बेटियों के सपने पूरा करने और बेटियों को इस स्थान तक पहुंचने का आह्वान करती है. जिस से पिता बेटी पर गर्व का अनुभव कर सकें और कह सकें—मेरी बेटी मेरा अभिमान.

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