अपराधी चाहे जितना शातिर हो, अपराध करते समय वह कितने ही हथकंडे अपना ले, कानून की नजरों से न बच सकता है न छिप सकता है.
हाल ही में एक ऐसी ही घटना घटी जिस पर यकीन करना एकबारगी कठिन लगता है.
जमीन संबंधी विवाद
घटना बिहार के बक्सर जिले की है, जहां रामधनी नाम का एक शख्स मठिया मोङ पर लिट्टी बेच कर घर चलाता था. जगह भीङभाङ वाली थी, इसलिए उसे दिनभर में अच्छी आमदनी हो जाती थी.
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वह अपने इस व्यवसाय को बढ़ाने की सोच रहा था और इसीलिए उस ने सोचा कि क्यों न वह जमीन का एक टुकड़ा बेच कर कारोबार बढ़ाने में लगा दे.
उस ने अपने जमीन के एक टुकङे को बेचा तो यह बात उस के विरोधियों को खटकने लगी. इस पर अच्छाखासा विवाद भी शुरू हो गया.
इस विवाद से छुटकारा पाने के लिए उस ने अपने विरोधियों से बातचीत करनी चाही और एक सुबह उन से मिलने पहुंच गया.
हत्या कर कब्र में दफना दिया
मगर विरोधियों ने इस दौरान न सिर्फ उस की हत्या कर दी, बल्कि पेशेवर तरीके से लाश को जमीन में दफना दिया. लाश सङ कर जल्दी जमीन में जल्द मिल जाए इस के लिए अपराधियों ने कब्र में नमक भी डाल दिया.
उधर सुबह का निकला रामधनी घर नहीं लौटा तो घर वालों को इस बात की चिंता हुई.
घर वालों ने पुलिस को घटना के बारे में बताया और कहा कि रामधनी घर नहीं लौटा है. पुलिस को बताने के बाद वे जगहजगह उसे ढूंढ़ने भी निकल पङे लेकिन रामधनी जीवित हो तब तो मिलता.
ढूंढ़ने के दौरान ही घर वाले एक कब्रिस्तान पहुंचे तो वहां देखा कि एक मुरदे का पैर कब्र से बाहर है. घर वालों ने पैर को तुरंत पहचान लिया. कब्र में रामधनी की लाश पङी थी.
घटना की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने शव को कब्र से निकाला और जरूरी तफ्तीश शुरू कर दी.
ऐसे मिला सुराग
दरअसल, मौनसून के दिनों वहां तेज बारिश हो रही थी और इस बारिश में मिट्टी बही तो मुरदे का एक पैर कब्र से बाहर आ गया. घर वालों ने तुरंत उस की पहचान कर पुलिस में सूचना दी.
खबरों की मानें तो पुलिस को हत्या करने वालों का सुराग मिल गया है और जल्दी ही सभी अपराधी पुलिस गिरफ्त में होंगे.
रामधनी की हत्या से लोगों में गुस्सा तो है पर वे मानते हैं कि मर कर भी रामधनी ने अपनी मौत की गवाही दे दी और पुलिस को सुराग भी ताकि जल्द ही हत्यारों पर कानूनी काररवाई हो.