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सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड्स 2025
कहानी
कृष्णकली ससुराल चली… ठीक है
‘‘ऐ लड़के, जरा इधर तो सुनिए.’’ ‘‘जी, कहिए.’’ ‘‘यह क्या कर रहे हैं यहां आप?’’
Digital Team
,
Jun 3, 2020
भाग - 1
‘‘इतने भी मासूम मत बनिए. आप को हम 15-20 दिन से देख रहे हैं कि हम जब भी छत पर आते हैं तो आप अपने कमरे की खिड़की से या बालकनी की रेलिंग से टुकुरटुकुर निहारते रहते हैं.
भाग - 2
फूल संस्कृत विद्यालय पर पहुंचता और कृष्णकली साइकिल के पिछले कैरियर से बीच के हैंडल तक का सफर तय कर के कालेज जाने लग गई थी.
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