दिल्ली में गीता कॉलोनी फ्लाइओवर के नीचे ठीक से स्कूटर चलाने को लेकर हुई कार वाले से बहस में स्कूटर वाले ने कार वाले को गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद स्कूटर सवार मौके से फरार हो गया. वारदात सोमवार रात 11:30 बजे से 11:45 बजे के बीच हुई. पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान कर ली गई है, ज ल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
डीसीपी (शाहदरा) मेघना यादव ने बताया कि मृतक का नाम सुशील चौहान (34) है. वह अपने परिवार के साथ न्यू उस्मानपुर इलाके में रहते थे और यमुना विहार में शर्ट कटिंग करने का काम करते थे. रात में वह अपने दोस्तों के साथ निकले थे. दोस्तों में तीन लड़कियां और तीन लड़के थे. सभी आसपास ही रहते हैं.
जानकारी के मुताबिक सोमवार रात को सब यार-दोस्त एक दोस्त की सगाई से होकर आए थे. रास्ते में इनका कृष्णा नगर में एक चाप वाले के यहां चाप खाने का प्रोग्राम बना. यहां से यह चाप खाने के बाद वापस अपने घर जा रहे थे. जब यह गीता कॉलोनी फ्लाइओवर के नीचे थे. तभी सामने से आ रही एक स्कूटर ने इनकी कार में सामने से टक्कर मार दी.
टक्कर लगने के बाद सुशील कार से नीचे उतरे और स्कूटर वाले को समझाने लगे कि भाई इतनी तेजी से स्कूटर क्यों चला रहे हो, संभलकर स्कूटर चलाओ किसी को भी चोट लग सकती है. बताया जाता है कि सुशील के यह बात कहने से स्कूटर चलाने वाला लड़का गुस्से में आ गया और उसने सुशील का कॉलर पकड़ लिया. बचाव किया लेकिन दोनों के बीच हाथापाई हो गई.
इस दौरान सुशील की कार में बैठा कोई भी दोस्त उनके बचाव के लिए बाहर नहीं आया. तभी स्कूटर सवार को लगा कि सुशील उसके उपर हावी हो रहा है. उसने पिस्टल निकाली और सुशील पर गोली चला दी. गोली सुशील की लेफ्ट थाई में जा लगी. स्कूटर चलाने वाले ने एक और गोली सुशील को मारी लेकिन वह सुशील को ना लगकर कार के टायर में लगी. इसके बाद वह फरार हो गया.
मामले में सुशील के दोस्तों ने ही पुलिस को रात 11:39 बजे पीसीआर कॉल की. उन्हें इरविन अस्पताल ले जाया गया. वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. बताया जाता है कि स्कूटर सवार ने हेलमेट पहना था. लेकिन कार में सवार सुशील के एक दोस्त ने यह भी कहा है कि वह बिना हेलमेट के था और उसकी पहचान कर ली गई है.
पुलिस का कहना है कि जिस जगह वारदात हुई है उस जगह कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था. लेकिन आसपास कुछ जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. वहां से उसकी फुटेज निकाली जा रही है. पुलिस का कहना है कि अधिक खून बहने की वजह से सुशील की मौत हो गई. मामले में मृतक सुशील के सभी दोस्तों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है.
रोडरेज नहीं साजिश रची है किसी ने : परिवारवाले
रोड रेज में गोली लगने के बाद भी सुशील ने खुद ही कार ड्राइव की थी. लेकिन वह बहुत दूर तक ड्राइव नहीं कर पाए थे. फिर उनके दोस्त ऑटो में बैठाकर उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए. जहां उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया गया, बाद में सरकारी अस्पताल ले गए. मामले में परिजनों ने कार में बैठे एक लड़के और एक लड़की पर ही उनकी हत्या करने या कराने का आरोप लगाया है.
इस तरह के आरोपों से फिलहाल डीसीपी ने इंकार किया है. डीसीपी का कहना है कि शुरुआती जांच में इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई है. लेकिन हम हर एंगल से जांच कर रहे हें. बताया गया है कि सुशील अपने साडू के बेटे अश्वनी और एक अन्य दोस्त कार्तिक के साथ पहले लोनी एक दोस्त की सगाई में गए थे. वहां से जब यह लोग वापस घर आ रहे थे. तब रास्ते में सुशील के पास इनके पड़ोस में ही रहने वाली एक लड़की का फोन आया. लड़की ने सुशील से कहा कि वह कमला मार्केट में है, उनके साथ दो और महिला दोस्त हैं. हो सके तो उन्हें भी पिक करके घर छोड़ देना.
इसके बाद सुशील अपने दोनों दोस्तों के साथ कमला मार्केट गए. जहां से उन तीनों लड़कियों को कार में बैठाकर निकले थे. परिजनों का आरोप है कि सुशील का दो दिन पहले एक दोस्त से झगड़ा हुआ था. परिजनों का आरोप है कि कार में बैठीं तीन लड़कियों में भी एक आरोपी है. और सुशील की हत्या में दोनों का हाथ लग रहा है.