वसीम की तरह उस ने भी पढ़लिख कर अपना भविष्य संवारा होता और उस का भी परिवार छोटा होता तो आज वह इतनी बदहाली में न होता, न उस के बच्चे बिगड़ते.’’ शाम को वसीम आया और बोला,