राजनीति में उतरे युवा अपना सर्वस्व अपने काम को दे देते हैं. गुट बनाए ये युवा सड़कों पर उतर दूसरों के अधिकारों के लिए गुहार भी लगाते हैं तो कभीकभी अपने सीने में उठी चिनगारी से दूसरों के घर जला भी देते हैं. कुछ ऐसा ही किया था निहाल ने.