अलगू ने सुना, तो तुरंत फोन काट कर जुम्मन के पास भागा हुआ आया और उस से पूछने लगा कि आखिर वह ऐसा क्यों कहा रहा है. तो जुम्मन ने उसे हंसते हुए बताया कि जिगलान ने टौप के मेकैनिक से पंगा लिया है न, तो मैं ने भी उसे अपना जलवा दिखा दिया.
जुम्मन ने अलगू को बताया कि उस ने चुपके से उस गाड़ी का ब्रेक औयल निकाल दिया था और ब्रेक सिस्टम में गड़बड़ी कर दी थी, जिस से कि गाड़ी जब तेज स्पीड में जाएगी, तब चाह कर भी ड्राइवर ब्रेक नहीं लगा पाएगा और कार का ऐक्सीडैंट हो जाएगा.
‘‘पर, इन महंगी गाडि़यों में तो वह सीट के आगे गुब्बारे वाली सुविधा भी तो होती है... जिगलनवा बच जाएगा भाई उस बेहया को कुछ नहीं होगा,’’ अलगू ने शक जाहिर किया, तो जुम्मन मुसकरा उठा, ‘‘घबरा मत अलगू, एक मेकैनिक गाड़ी के सारे फंक्शन खराब कर सकता है... सोचो, अगर गुब्बारे उस के अंदर से हटा ही दिए गए हों तो...’’
जुम्मन यह बात कह ही रहा था कि तभी अचानक ठाकुर जिगलान के बंगले के बाहर जैसे कुछ उथलपुथल सी महसूस हुई. ठाकुर जिगलान के चमचों की कई गाडि़यां शहर की ओर जाने वाली सड़क पर दौड़ पड़ी थीं.
जुम्मन और अलगू की नजरें एकदूसरे से टकराईं और दोनों मुसकरा उठे.‘‘उस की गाडि़यों के आसपास तो कई आदमी रहते हैं और गाड़ी की चाभी वगैरह?’’ एकसाथ कई सवाल पूछ लेना चाहता था अलगू.
जुम्मन ने सारे सवालों का जवाब एक शराब की बोतल दिखाते हुए कहा, ‘‘इसे देख दोस्त, सारा खेल इस बला का है.’’