केशव मजदूर था और उस की पत्नी सुहागी कामवाली बाई थी. उस का चक्कर अपने मालिक रमेश के साथ चल रहा था, जो उसे पैसे और कपड़ों से भी मदद करता था. सुहागी की 16 साल की बेटी को यह पसंद नहीं था. क्या वह मां को समझा पाई?