हर इनसान रिश्तों का फायदा अपने तरीके से उठाना चाहता है, जिस के लिए उसे रिश्तों का झूठा दिखावा, झूठी तारीफ करनी पड़ती है. अपने स्वार्थ के लिए हर इनसान अभिनय करने से नहीं चूकता.