भारत के ऐयाश कारोबारी सोम को नेपाल के कैसिनो में जुआ खेलने की आदत थी. वहां उस की मुलाकात लोलिता नाम की एक लड़की से हुई. सोम ने उस से शादी कर ली और भारत ले आया. यहां एक दिन जब लोलिता को सोम की असलियत पता चली, तो उस के पैरों तले से जमीन खिसक गई. आगे क्या हुआ?

उत्तर प्रदेश के तराई इलाके नीमा कलां से महज 25 किलोमीटर दूर नेपाल की सरहद शुरू होती है. नेपाल और भारत के बीच आनेजाने के लिए पासपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ती है. लिहाजा, दोनों देशों के नागरिक एकदूसरे के देश में आजा कर खरीदारी कर सकते हैं.

नीमा कलां की सरहद से लगे हुए एक नेपाली शहर का नाम बीरगंज है. चूंकि नेपाल में बहुत ज्यादा उद्योगधंधे नहीं हैं, इसलिए नेपाल विदेशी मुद्रा कमाने के लिए पर्यटन को बहुत बढ़ावा देता है. बीरगंज में भी 2 शौपिंग माल और विदेशी सामान का एक बहुत अच्छा बाजार है.

अभी पिछले साल ही बीरगंज में एक कैसिनो भी खुल गया था. वह कैसिनो बाहर से देखने में तो कुछ खास नहीं लगता था, पर अंदर जा कर उस की भव्यता का पता चलता था.

उस कैसिनो में पैसे कमाने के लिए कई किस्म के प्रोग्राम और गेम खेले जाते थे. साथ ही, लड़कियों का लुभाने वाला डांस और स्टैंडअप कौमेडी भी होती थी.

बीरगंज के इस कैसिनो में आने वाले लोगों में भारत के नागरिक ज्यादा होते थे, जो ठीक सुबह 10 बजे कैसिनो आ जाते, दिनभर जुआ खेलते और कैसिनो के अंदर ही खातेपीते, फिर शाम को 6 बजे तक नेपाल से भारत आ जाते थे.

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