एक पंडित की भविष्यवाणी ने चंचल अभिनव को गुमसुम बना दिया. उस के दिमाग में यह बात घर कर गई थी कि वह आगे नहीं बढ़ सकता. उधर, चित्रा ने ठान लिया था कि वह उसे आसमान की ऊंचाइयों पर देखेगी. ऐसा हुआ भी, मगर कैसे?