अचानक थोपे गए लौकडाउन के चलते भुखमरी की कगार पर पहुंची सरिता अपने पति व पुत्र राजू के साथ पैदल ही गांव की ओर चल पड़ी. रास्ते में सरकारी कारकुनों ने उस की इज्ज़त पर धावा बोला. उस के स्वस्थ पति को बीमार बता कर क्वारेंटाइन में डाल दिया.