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कहानी
साथी: क्या रजत और छवि अलग हुए?
जिस छवि को देखते ही रजत रोमांटिक हो जाता था, आखिर क्यों अब उसे उसी छवि से झुंझलाहट होने लगी थी...
Digital Team
,
Jan 7, 2022
भाग - 1
मगर छवि अपना जादू चला चुकी थी. घर में आए सारे विवाह प्रस्तावों को नकार कर जब उस ने मां के सामने अपनी बात रखी तो मां ने चाचा को फोन कर के सारी बात बताई.
भाग - 2
दूसरे दिन रजत औफिस पहुंचा. उस के एक कुलीग का तबादला हुआ था. उस की जगह कोई महिला आज जौइन करने वाली थी.
भाग - 3
वापस आ कर रजत मुंह फेर कर सो जाता और वह तकिए में मुंह गड़ाए आंसू बहाती रहती. ऐसा तो कभी नहीं हुआ उस के साथ.
भाग - 4
बदन के उतारचढ़ाव की प्रखरता फिर अपनी मौजूदगी का एहसास कराने लगी. चेहरे की चरबी घट कर कसाव आने से चेहरा कांतिमय हो गया.
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