वेणी शंकर पटेल ‘ब्रज’
सपना कालेज में मार्शल आर्ट में ब्लैक बैल्ट ले चुकी थी. कालेज की पढ़ाई के दौरान कई मनचलों को वह सबक सिखा चुकी थी. लिहाजा, उस ने सब से पहले तो सुभाष के सामने धर्मराज की पूरी सचाई खोल कर रख दी. इस के लिए उस ने सुभाष से माफी भी मांग ली.
सुभाष को धर्मराज के इस पाखंड पर पहले तो बहुत गुस्सा आया, लेकिन उस ने भी ठंडे दिमाग से धर्मराज को सबक सिखाने की बात सोची और सपना को ले कर दूसरे ही दिन शहर के पुलिस स्टेशन पहुंच गया. पुलिस स्टेशन में मौजूद महिला इंस्पैक्टर रीना को सपना ने उस के साथ हुई दरिंदगी की बात बताई. रीना धर्मराज की करतूत जानती थी.
सपना की बात सुन कर रीना को याद आया कि तकरीबन 4 महीने पहले धर्मराज स्वामी की इसी तरह की शिकायत एक अधेड़ औरत ने की थी. जब धर्मराज को उस मामले की जांच के लिए पुलिस स्टेशन में बुलाया गया था, तो शहर के नेताओं के साथ पुलिस के बड़े अफसरों के फोन आने शुरू हो गए थे. उस पर इतना दबाव बनाया गया कि मजबूरन उसे धर्मराज को छोड़ना पड़ा था.
लेकिन इंस्पैक्टर रीना इस बार धर्मराज को किसी भी सूरत में छोड़ना नहीं चाहती थी. उस ने सपना और सुभाष को पूरा प्लान समझते हुए अगले मंगलवार को दरबार में जाने को कहा. इंस्पैक्टर रीना के प्लान के मुताबिक अगले मंगलवार को सपना अकेले ही धर्मराज के दरबार में हाजिर थी. उस ने धर्मराज से एकांत में मिलने की इच्छा जाहिर की, तो पाखंडी धर्मराज खुशी से झूम उठा. उसे लगा कि शिकार फिर से जाल में फंस चुका है.