अंग्रेजी कैलेंडर की गणना सूर्य वर्ष के आधार पर की जाती है. इस कैलेंडर को 'ग्रेगोरियन कैलेंडर' कहा जाता है और इस का पहला महीना जनवरी होता है. इसी 'ग्रेगोरियन कैलेंडर' के हिसाब से साल में 365 दिन होते हैं और हर 4 साल बाद लीप ईयर आता है, जिस में 365 की बजाय 366 दिन हो जाते हैं.
एक दिन बढ़ने की यह वजह
दरअसल, पृथ्वी को सूर्य का चक्कर लगाने में 365 दिन और करीब 6 घंटे लगते हैं और तब जा कर एक सूर्य वर्ष पूरा होता है और नया साल शुरू होता है. ये 6-6 घंटे की अवधि जुड़ते हुए 4 सालों में पूरे 24 घंटे की हो जाती है और 24 घंटे का एक पूरा दिन होता है. इस एक्सट्रा दिन को फरवरी में जोड़ दिया जाता है. यही वजह है कि हर चौथे साल में फरवरी 29 दिनों की होती है.
इस दिन से जुड़े मिथक और अंधविश्वास
चूंकि यह 29 तारीख 4 साल में एक बार आती है तो इसे अजूबा मान लिया जाता और फिर इस से जुड़े कई मिथक जन्म ले लेते हैं, जो धीरे धीरे अंधविश्वास में बदल जाते हैं.
29 फरवरी से जुड़ा एक मिथक यह भी है कि इस दिन जनमे बच्चे बड़े विलक्षण होते हैं. लेकिन इस बात का कोई प्रमाण नहीं है. केवल 4 साल में एक बार जन्मदिन आने से किसी का विलक्षण होना अंधविश्वास से ज्यादा कुछ नहीं है.
महिलाओं को बच्चा पैदा करने की मनाही
कई देशों खासकर स्कॉटलैंड में ऐसा माना जाता है कि महिलाओं के लिए 29 फरवरी भी एक बहुत ही सफल दिन हो सकता है, क्योंकि हर 4 साल में एक बार 29 फरवरी को उन्हें किसी पुरुष को प्रपोज करने का 'अधिकार' होता है.