Scoiety News in Hindi: गांव में अपढ़ झोला छाप डाक्टर किसी गर्भपात (Abortion) के अपराध में शामिल होते हैं तो कहा जा सकता है कि उन्हें कानून का ज्ञान नहीं है. मगर यही काम अगर पढ़े लिखे चिकित्सक पैसों के लिए करने लगे तो समाज में यह सवाल उठ खड़ा होता है कि आखिर कानून कहां है और रुपयों की अंधी दौड़ कहां जाकर खत्म होती है. एक मसला छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में एक चर्चा का विषय बना हुआ है.  एक महिला चिकित्सक (Female Doctor) जेल भेज दी गई है... शायद आप भी जानना चाहेंगे की एक महिला चिकित्सक ने किस तरह संबंधों और चंद रुपयों की खातिर अवैध गर्भपात करने का अपराध कर स्वयं और अपने पेशे पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है.

इस घटनाक्रम में तथ्य यह है कि महिला  डॉक्टर को कई दफे की छापामारी के बाद अंततः पुलिस ने दिल्ली में गिरफ्तार किया है. यानी की आरोपी डॉक्टर केस दर्ज होने के बाद 3 महीने से फरार थी.    नाबालिग को भ्रमित करके दुष्कर्म करने वाला युवक, और गर्भपात कराने वाले उसके परिजन माता-पिता सहित 4 लोग पहले से जेल के सीखचों के पीछे पहुंच गए हैं.

नाबालिक के गर्भपात से जुड़ी इस कहानी की  शुरुआत 20 जनवरी 2021 को हुई. छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला के सिहावा थाने में नाबालिक रानी ( काल्पनिक नाम)  ने परिजनों के साथ आकर दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखाई और बताया कि सिरसिदा कर्णेश्वर पारा निवासी लोकेश तिवारी ने उसके साथ दुष्कर्म किया है गर्भ ठहरने के बाद अपने रिश्तेदार संध्या रानी शर्मा के घर ओडिशा प्रांत ले गया. वहां वह रानी को सरकारी अस्पताल ले जाकर डॉक्टर से सांठगांठ कर उसका गर्भपात करा दिया. पुलिस ने मामले की विवेचना करने के पश्चात पुलिस जांच में दोषी पाए गए आरोपी लोकेश तिवारी, उसकी मां रेवती तिवारी, पिता देवराज तिवारी और रिश्तेदार संध्यारानी को जेल भेज दिया.

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