तू नारी का जीवन दुख कष्टों से भर जाता है. और यह दर्द वही अभागी औरत जानती है, जिसने उसे भोगा है.

दरअसल, ऐसे घटनाक्रम और मनोविज्ञान के पीछे आमतौर पर दूसरी औरत की भूमिका होती है. जैसे ही पति पत्नी और "वह" की कहानी शुरू होती है पत्नी पर अत्याचार शुरू हो जाता है. आइए! आज इस लेख में ऐसे ही कुछ सच्ची घटनाओं को बताते हुए इस समस्या का समाधान क्या हो पर भी चर्चा करते हैं.

पहली घटना-

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिला में एक शख्स ने अपनी पत्नी को घर से निकाल दिया पत्नी ने जब कानून का सहारा लिया तो यह सच सामने आ गया कि पति एक दूसरी औरत की प्रेम जाल में फंसा हुआ था.

दूसरी घटना-

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में एक व्यक्ति ने विवाह के लगभग 15 वर्ष बाद एक दूसरी महिला से विवाह कर लिया और पहली पत्नी की हत्या कर जेल की हवा खा रहा है.

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तीसरी घटना-

जिला रायगढ़ में एक युवक ने प्रेम जाल में फंस विवाह के कुछ समय पश्चात ही अपनी पत्नी को जहर देकर मार डाला. पुलिस विवेचना में तथ्य सामने आ गया युवक को जेल की हवा खानी पड़ी.
ऐसे ही अनेक घटनाएं आए दिन समाज में घटित हो रही हैं जिसका सीधा सीधा संबंध किसी दूसरी औरत से होता है. आदमी प्रेम जाल में अंधा होकर अपराध का सहारा लेता है और फिर आगे आजीवन जेल की हवा खाता है.

अवैध संबंधों का दुष्परिणाम

दरअसल, जब कभी अपराध घटित होते हैं तो उसके पीछे अवैध संबंध आमतौर पर होता है. ऐसे ही घटनाक्रम में छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को आग के हवाले कर दिया. पत्नी को जलाने की वजह दूसरी औरत के साथ अवैध संबंध निकला, आरोप है कि पति ने अपनी पत्नी को कई बार तलाक के लिए दबाव बनाया, और नहीं मानने पर प्रेमिका के साथ मिलकर आग में झोंक दिया. शहर से लगे ग्राम सांड़बार निवासी 19 वर्षीय हिमांशु गुप्ता ने अपने पिता संतोष गुप्ता व एक महिला के खिलाफ कोतवाली में अपराध दर्ज कराया. घटनाक्रम यह है कि पिता का दूसरी महिला से प्रेम संबंध था, इसके बाद से हिमांशु अपनी मां उमा गुप्ता के साथ पिता से अलग सांड़बार में दूसरे मकान में रहने लगा, पर आए दिन आरोपी संतोष गुप्ता अपनी पत्नी से लड़ाई झगड़ा कर उससे तलाक मांगता था ताकि वह अपनी प्रेमिका के साथ दूसरी शादी कर सकें. इसी घटनाक्रम में प्रेम में अंधा होकर उसने अपनी पत्नी को एक दिन आग के हवाले कर दिया और इस अपराध के भंवर में फंसकर अपनी जिंदगी बर्बाद कर ली.

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