उत्तर प्रदेश में वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र में होटल सोमेंद्र बना हुआ है. यह होटल सामान्य श्रेणी का है. यहां ज्यादातर सारनाथ घूमने वाले पर्यटक रुकते हैं. यहीं पर कमरा नंबर 105 में भोजपुरी फिल्म हीरोइन आकांक्षा दुबे भी रुकी थीं. डबल बैडरूम वाला यह कमरा देखने में काफी अच्छा था. खिड़की से बाहर होटल का हराभरा लौन दिखता था.
27 मार्च, 2023 की सुबह के करीब 10 बजे आकांक्षा दुबे को अपना कमरा खाली करना था. जब चैकआउट करने के लिए कोई सूचना नहीं आई, तो होटल रिसैप्शन से फोन किया गया, पर कमरे से फोन नहीं उठाया गया.
कई बार फोन करने पर भी जब फोन नहीं उठा, तो होटल में काम करने वाला एक वेटर कमरे में गया. कई दफा खटखटाने के बाद भी दरवाजा खुला नहीं. तब होटल वालों ने सारनाथ थाने की पुलिस को फोन कर के बुलाया.
पुलिस के सामने दरवाजा खोला गया, तो आकांक्षा दुबे कमरे में दिखीं, जिन के गले में फांसी का फंदा था. होटल में भोजपुरी हीरोइन आकांक्षा दुबे के मरने की यह खबर जंगल में लगी आग की तरह फैल गई.
25 साल की आकांक्षा दुबे को भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री की नई सनसनी माना जा रहा था. वे पड़ोस के ही भदोही जिले की रहने वाली थीं. उन के कई वीडियो एलबम एक के बाद एक हिट हुए थे. इन में ‘बुलेट पर जीजा’ सुपरहिट था. इस से आकांक्षा दुबे को बड़ी शोहरत मिली थी.
‘बुलेट पर जीजा’ समर सिंह के औफिशियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया था. लाखोंकरोड़ों लोगों तक इस को पहुंचने में देर नहीं लगी थी. इस म्यूजिक वीडियो में आकांक्षा दुबे ने जम कर डांस किया था. यह गाना विनय पांडेय और शिल्पी राज ने गाया था.
अल्हड़ और लुभावने अंदाज में आकांक्षा दुबे ने जिस तरह से इस वीडियो में ऐक्टिंग की थी, उसे देखने वालों ने बेहद पसंद किया था, जिस के बाद वे रातोंरात भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री की सैलेब्रिटी बन गई थीं.
फिल्मों में ऐक्टिंग और डांस करने के अलावा आकांक्षा दुबे इंस्टाग्राम पर रील्स की दुनिया में भी खूब अटैंशन पाती थीं. वे आएदिन अपने म्यूजिक एलबम को ले कर चर्चा में रहती थीं. उन्होंने भोजपुरी के हीरो और गायक पवन सिंह के साथ भी कई म्यूजिक वीडियो में काम किया था. इन में ‘करवटिया’ और ‘सटा के पईसा’ प्रमुख थे. इन गानों को भी खूब पसंद किया गया था.
आकांक्षा दुबे ने बहुत ही कम उम्र में भोजपुरी सिनेमा में काफी कामयाबी हासिल की थी. उन्होंने ‘मेरी जंग मेरा फैसला’ नाम की फिल्म से अपनी ऐक्टिंग की शुरुआत की थी. इस के बाद उन्होंने ‘मुझ से शादी करोगी’, ‘वीरों के वीर’, ‘फाइटर किंग’ जैसी कई फिल्मों में भी काम किया था.
आकांक्षा दुबे ने अपने कैरियर की शुरुआत टिकटौक से की थी. इस के बाद वे इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर अपने टैलेंट के दम पर छा गई थीं. जब लाखों लोगों ने उन्हें पसंद करना शुरू किया, तब आकांक्षा दुबे ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और एक से बढ़ कर एक भोजपुरी गानों और फिल्मों में काम किया.
आकांक्षा दुबे के परिवार में उन के मांबाप और भाईबहन हैं. उन का परिवार उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में रहता है. वे भी अपने परिवार के साथ ही रहती थीं.
गोरे रंग और लंबे कद वाली आकांक्षा दुबे की दिलकश अदाएं देखने वालों को पसंद आ रही थीं. सुनने में आया है कि आकांक्षा दुबे और समर सिंह के बीच मधुर संबंध थे. वे दोनों रिलेशनशिप में थे.
‘बुलेट पर जीजा’ की कामयाबी के बाद आकांक्षा दुबे के सामने कई और कलाकारों के औफर आने लगे थे. यह बात समर सिंह को पसंद नहीं थी, जबकि आकांक्षा दुबे और उन का परिवार चाहता था कि आकांक्षा दूसरे कलाकारों के साथ भी काम करे.
इस बात को ले कर आकांक्षा दुबे और समर सिंह के बीच दूरियां बढ़ गई थीं. इस के बाद आकांक्षा दुबे ने समर सिंह से पैसे मांगने शुरू किए.
आकांक्षा की मां मधु दुबे ने वाराणसी पुलिस को बताया, ‘‘जब आकांक्षा ने समर सिंह और उस के भाई संजय सिंह से पैसे मांगे, तो उन दोनों ने आकांक्षा को धमकियां दी थीं.’’
इस विवाद का असर समर सिंह और आकांक्षा दुबे के संबंधों पर पड़ा, जिस के बाद आकांक्षा डिप्रैशन में चली गईं.
इस बीच आकांक्षा दुबे ने भोजपुरी के दूसरे मशहूर गायक पवन सिंह के साथ म्यूजिक वीडियो ‘आरा कभी हारा नहीं’ शूट किया. यह वीडियो उस दिन रिलीज हुआ, जिस दिन आकांक्षा दुबे की लाश मिली थी. चंद घंटों में ही यह वीडियो भी लाखोंकरोड़ों लोगों तक पहुंच गया था.
आकांक्षा दुबे की मां मधु दुबे के प्रार्थनापत्र पर पुलिस ने समर सिंह और उन के भाई संजय सिंह की जांच शुरू की. पुलिस इस बात की विवेचना कर रही है कि आकांक्षा दुबे की मौत के पीछे इन दोनों का क्या रोल है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुलिस को हत्या की कोई साफ वजह नहीं दिखी. ऐसे में पुलिस इस मसले को खुदकुशी ही मान रही है.
घटना की रात आकांक्षा दुबे को कमरे पर छोड़ने आया लड़का उन के साथ का था. उस से भी पुलिस को शुरुआती पूछताछ में कोई खास जानकारी नहीं मिली.
अपने मांबाप की सोचो
दोस्त भले ही फायदा देख कर आप के साथ जुड़ते हों, पर मांबाप हमेशा आप का भला चाहते हैं. फिल्म हीरोइन अक्षरा सिंह आकांक्षा की मां से मिलने उन के भदोही जिले के बरदाहा गांव में गई थीं.
आकांक्षा दुबे का घर बेहद साधारण था. दरवाजे पर परदा पड़ा था और उस पर गांव की कढ़ाई वाला सफेद रंग
का कवर उस की खूबसूरती बढ़ाने की कोशिश कर रहा था. घर का यह कमरा नया बना दिख रहा था. दीवारों पर नया प्लास्टर दिख रहा था.
कमरे में बिजली की वायरिंग भी सही तरह से नहीं हुई थी. तार को क्लिप के सहारे से दीवार पर लगा दिया गया था. उस में मोबाइल फोन का चार्जर लगा था.
अक्षरा सिंह ने बैगनी रंग का सफेद कढ़ाई वाला सूट पहन रखा था. आंखों पर गोल फ्रेम का चश्मा और हाथ में काले पट्टे वाली घड़ी पहन रखी थी.
आकांक्षा दुबे की मां अक्षरा सिंह से लिपट कर रोने लगीं. अक्षरा सिंह ने उन्हें सहारा देते हुए अपने गले से लगा लिया. इस दौरान आकांक्षा दुबे के घरपरिवार के लोग भी वहां पर मौजूद थे.
आकांक्षा दुबे की मां से मिलने के बाद अक्षरा सिंह ने कहा, ‘‘पुलिस मामले की सही जांच करे, जिस से कोई लड़की इस तरह की घटना का शिकार न बने. आकांक्षा बहुत ही बहादुर लड़की थी. वह अपने परिवार के लिए बहुतकुछ करना चाहती थी. आज उस के परिजन आंसू बहाने को मजबूर हैं.
‘‘मैं कहती हूं कि लड़कियो जागो… अगर मन में कभी ऐसा खयाल आता है, तो अपने मांबाप की सोचो, उन से बात करो. वे हमेशा तुम्हें सही राह दिखाएंगे.’’
आकांक्षा दुबे के जानने वाले बहुत सारे लोगों ने अपने संदेश दिए. फिल्म हीरोइन पाखी हेगड़े ने भी कहा, ‘‘लड़कियों को कभी भी अपने परिवार से कोई बात छिपानी नहीं चाहिए. घर में हर किसी को न सही, पर अपनी मां को सबकुछ बताना चाहिए, चाहे वह कितनी ही गोपनीय बात क्यों न हो. वे सब अच्छी सलाह देंगे. कोई गलत कदम उठाने से पहले मातापिता के बारे में जरूर सोचना चाहिए.’’
फिल्म कलाकार संजीव मिश्रा, जो ‘पावर स्टार’ के नाम से मशहूर हैं, का कहना है, ‘‘भोजपुरी फिल्म और म्यूजिक की दुनिया में काम करने वाली लड़कियां और लड़के छोटेछोटे शहरों से चल कर अपना कैरियर बनाने आते हैं. कई बार ये इमोशन के चक्कर में पड़ कर सहीगलत का फैसला नहीं कर पाते हैं. ऐसे में गलत कदम उठा लेते हैं.
‘‘चमकदमक की दुनिया में असली दोस्त कम होते हैं. यह परख नए कलाकार नहीं कर पाते. अपने करीबी लोगों के साथ अगर वे अपनी बातें शेयर करते रहें, तो डिप्रैशन से बच सकते हैं. गलत कदम उठाने से भी बच सकते हैं.’’
मांबाप भी नजदीकियां बढ़ाएं
कैरियर काउंसलर निधि शर्मा कहती हैं, ‘‘कई बार कैरियर आगे बढ़ने की भागदौड़ में समय नहीं मिल पाता और बच्चे मातापिता से बातचीत नहीं कर पाते हैं. ऐसे में मातापिता और भाईबहन को चाहिए कि वे खुद मेलजोल बना कर रखें. उन के कैरियर और उस में आने वाले उतारचढ़ाव के बारे में पता करते रहें.
‘‘अगर आप बच्चे के कैरियर के बारे में कोई जानकारी नहीं भी रखते, तब भी उस बारे में समझना चाहिए, जिस से आप बच्चे के कैरियर, उस की
दिक्कतों, दोस्तों और साथ में काम करने वालों के बारे में जानते रहें. इस से बच्चा आप के साथ खुल कर बातचीत
करता रहेगा. अपने फैसले उस पर थोपें नहीं. किसी गलती पर नाराज न हों. अगर ऐसा करेंगे, तो बच्चा सही बात नहीं बताएगा.
‘‘लड़कियों के मामले में मां का रोल बेहद अहम होता है. मां को चाहिए कि वह लड़की से रिलेशनशिप से ले कर बौयफ्रैंड तक के मसले पर खुल कर बातचीत करे. यही वे मसले होते हैं, जहां पर लड़की अपना फैसला नहीं ले पाती है, क्योंकि उसे दुनियादारी की समझ कम होती है.जवानी में जो भी तारीफ कर देता है, लड़की उधर झुक जाती है. लोग कामयाबी दिलाने के नाम पर शोषण करते हैं. अगर ये बातें मां को पता होंगी, तो वह सही सलाह दे सकती है.’’
जिंदगी की जंग हारी भोजपुरी हीरोइनें
भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री की सैलेब्रिटी आकांक्षा दुबे अपनी कामयाबी देखने के लिए जिंदा नहीं बची हैं. वे कोई पहली हीरोइन नहीं हैं, जिस ने यह कदम उठाया है. इस के पहले भी भोजपुरी फिल्मों की कई हीरोइनों ने ऐसे आत्मघाती कदम उठाए हैं.
इन में एक नाम अनुपमा पाठक का है. हीरोइन अनुपमा पाठक ने 40 साल की उम्र में फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली थी. वे मरने से ठीक पहले फेसबुक पर लाइव आई थीं और लास्ट में एक पोस्ट भी डाला था.
उन्होंने रोतेरोते लोगों से कहा था, ‘‘जब कोई मर जाता है, तो लोग उस के बाद हमदर्दी दिखाने लगते हैं. कोई किसी की प्रौब्लम सौल्व नहीं कर सकता. पहली बात तो लोग ऐसा कदम तब उठाते हैं, जब वे हर तरह से थकहार जाते हैं.’’
फेसबुक लाइव होने के दौरान अनुपमा पाठक ने खुद यह कहा था कि ‘अगर आज मैं मर जाती हूं तो इस की जिम्मेदार मैं खुद हूं. इस के लिए पुलिस, मीडिया, समाज या किसी और को जिम्मेदार न ठहराया जाए’.
भोजपुरी की 30 से ज्यादा फिल्में कर चुकी हीरोइन रूबी सिंह की खुदकुशी भी अपनेआप में एक सवाल खड़ा कर देती है. उन की लाश भी उन के कमरे में लटकती हुई मिली थी.
पुलिस ने कहा था कि रूबी सिंह की लाश उन के फ्लैट के पंखे से लटकी हुई मिली है. पुलिस ने शक जताया था कि शायद प्रेम प्रसंग या फिर किसी धोखाधड़ी का शिकार होने की वजह से रूबी सिंह ने खुदकुशी करने जैसा कदम उठाया होगा.
ब्रेकअप बढ़ाता है डिप्रैशन
हिंदी फिल्मों में काम करने वाली हीरोइनें ब्रेकअप को ले कर बहुत गंभीर नहीं होती हैं. वहां जोडि़यां फिल्मों की कामयाबी के लिए बनती और बिगड़ती रहती हैं. ब्रेकअप और रिलेशनशिप कई बार गौसिप और मौजमस्ती के लिए होते हैं.
इस के उलट भोजपुरी फिल्म और म्यूजिक इंडस्ट्री में ब्रेकअप और रिलेशनशिप दोनों को ही बड़ी गंभीरता से लिया जाता है. इस की सब से खास वजह यह है कि यहां काम करने वाली लड़कियां छोटे शहरों से आती हैं, जिन के यहां शादी के पहले रिलेशनशिप और ब्रेकअप दोनों को ही अच्छा नहीं माना जाता है. इस वजह से ऐसे हालात में लड़की पर बहुत ज्यादा दबाव होता है.
दूसरी एक वजह यह होती है कि भोजपुरी फिल्म और म्यूजिक इंडस्ट्री में हीरो या गायक का दबदबा होता है. वह अपने फायदे के लिए लड़कियों का इस्तेमाल करता है, इसलिए वह चाहता है कि उस के साथ काम करने वाली लड़की किसी दूसरे के साथ काम न करे. इस के लिए वह करार पर दस्तखत करा लेता है, फिर इस को आधार बना कर लड़कियों को मजबूर करता है, उन का हर तरह से शोषण करता है.
अगर कोई लड़की किसी तरह से अपनी पहचान बना लेती है, तो उस को नुकसान पहुंचाने का काम किया जाता है. यह कोशिश होती है कि उस लड़की का कैरियर खत्म कर दिया जाए.
ऐसे विवाद पहले भी हुए हैं. अक्षरा सिंह और पवन सिंह का विवाद काफी सुर्खियों में रहा है. अक्षरा सिंह ने अपने दमखम पर अपना नाम और पहचान बनाए रखी. पर कई ऐसी लड़कियां हैं, जो इस तरह के विवाद के बाद गुमनाम हो गईं.
अगर कोई लड़की जोड़ी बनाने से इनकार करती है तो उस को फिल्मों से निकलवा दिया जाता है. ऐसे में लड़कियां परेशान हो जाती हैं. उन को चमकदमक की आदत पड़ जाती है. वे मजबूत मन से संघर्ष करने को तैयार नहीं होती हैं, जिस के चलते वे कई बार खुदकुशी करने जैसे कड़े कदम उठाने पर मजबूर हो जाती हैं.
सैलेब्रिटी बनना आसान होता है, लेकिन हालात को संभालना आसान नहीं होता है. सैलेब्रिटी बनते ही इन के आसपास ऐसे लोग जुटने लगते हैं, जो कामयाबी में तो साथ देते हैं, पर मुसीबत में अलग हो जाते हैं. क्या अकांक्षा दुबे की मौत का राज खुल पाएगा?
किसी एक पर सही (३) का निशान लगाएं और इस की फोटो खींच कर
मो. नं. : 08826099608 पर भेजें.