त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है. सभी के घरों मे त्योहारों की तैयारी जोरों पर है. लोग घरों की साफ सफाई में जुट गए हैं या शौपिंग करने मे बिजी है. त्यौहारों के सीजन में  हर कोई अपने दोस्तों, रिश्तेदारों से भी मिलने जाते हैं. ऐसे में लोगों के रिश्तों मे मिठास बढ़ती है. लेकिन इस त्यहारों के सीजन में एक और चीज बढ़ रही है जिसकी कोई परवहा नहीं कर रहा है और वो है हमारे आस पास बढ़ता हुआ प्रदूषण का स्तर. चाहे वो धुआं हो, प्लास्टिक कचरा या पटाखों से बढ़ता प्रदूषण. दिवाली से पहले ही आकाश में प्रदूषण के धुंध की चादर फैली हुई है. दिवाली के त्योहार पर बढ़ते प्रदूषण का स्तर आपकी सेहत के लिए खतरा ना बन जाए इस बात को ध्यान में रखते हुए हम कुछ जरूरी टिप्स बता रहे है जिससे आप अपने आस पास प्रदूषण को बढ़ने से बचा सकते हैं.

करो कुछ ऐसा जो प्रकृति को भाए

  • दिवाली पर सब साफ सफाई में जुट जाते हैं. सफाई करते समय ध्यान रखें की अगर आपके पास कोई प्लास्टिक का ऐसा कचरा है जिस को हम किसी न किसी तरह  दोबारा इस्तेमाल कर सकते है तो उसे फेकें नहीं. उससे आप अपने घर की सजावट का सामान बना सकते हैं या उसमे पौधे लगा सकते हैं. जिससे आप वातावरण को भी शुद्ध बना सकते हैं और प्लास्टिक का दोबारा अच्छे तरीके से इस्तेमाल भी कर सकते हैं. क्योंकि प्लास्टिक मिट्टी के उपजाऊपन को नुकसान पहुंचाता है और ये आसानी से नष्ट नहीं होता है.
  • दुकानदार और खरीदार अभी भी प्लास्टिक के बैग का इस्तेमाल कर रहे हैं. पर्यावरण संरक्षण में छोटा सा योगदान देते हुए खरीदार कपड़े के या जूट के बने बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं. गिफ्ट रैप करने के लिए भी बड़े पैमाने पर प्लास्टिक रैपर का इस्तेमाल होता है. पेपर से बने या ग्रीन फैब्रिक से बने रैपर का इस्तेमाल करें या ब्राउन बैग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
  • दिवाली पर हर कोई पटाखे जलता है. पटाखों का जहरीला धुंआ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और आसमान में भी धुंध सा छा जाता है, और यह वायु प्रदूषण को इतना ज्यादा बढ़ा देता है कि लोगों को मास्क के बिना घर से निकल पाना मुश्किल होता है. इसलिए पटाखों से दूरी बनाये और आप दूसरों को भी पटाखें ना खरीदने को लेकर जागरूक करें.
  • दीवाली को रोशनी का त्योहार कहा जाता है. लोग इस दिन घरों, औफिस और धार्मिक जगहों पर लड़ियां व मोमबत्ती जलाते हैं. इस बार मोमबत्ती की जगह दीए जलाएं. दरअसल, मिट्टी के बने दिए बायोडिग्रेडेबल होते हैं, जिससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं होता. और हो सके तो दिए रोड पर बैठे गरीब लोगों से खरीदें  न की दुकानदारों से आपकी खरीदारी उनके घर को रोशन कर सकती हैं.
  • दीवाली के दिन लोग अपने घर को  प्लास्टिक के फूलों से सजाते हैं. आप  प्लास्टिक की जगह फूलों की माला से डेकोरेशन कर सकते हैं. जो कि बहुत खूबसूरत दिखती है और साथ ही प्लास्टिक के इस्तेमाल से भी दूर रखती है.
  • यदि आपके घर मे मिठाई ज्यादा हैं तो किसी गरीब को दें. और हो सके तो कपड़े व खाना गरीबों में भेट करें जिससे वो भी अपना त्यौहार खुशी से मना सकें. ऐसा करने से आपको भी बेहद खुशी व सुकून मिलेगा.

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