"मनगढ़ंत और फर्जी खबरो-किस्सों से कैसे निपटा जाए, इस बारे में मेरी हमेशा यही राय रही कि आप चुप रहें और आलोचकों को बोलने दें. इस बात में विश्वास रखते हुए ही मैंने अपने करियर के 11 साल पूरे किए हैं. मैंने हमेशा अपनी चुप्पी की परछाई में अपने आत्मसम्मान और सत्य को मजबूती से खड़े पाया".

"लेकिन वो कहावत है ना कि बार-बार एक झूठ को दोहराया जाए तो वो सच लगने लगता है, मेरे साथ वही हो रहा है. मेरी चुप्पी की वजह से मेरे खिलाफ बोए गए झूठ सच लगने लगे हैं लेकिन आज इसका अंत होगा. मैं उस वक़्त चुप रही जब कहा गया कि मेरी वजह से मेरे पति विराट कोहली का प्रदर्शन बिगड़ा. मैं उस बेबुनियाद के आरोप पर भी चुप रही जब कहा गया कि मैं भारतीय क्रिकेट से जुड़ी चीज़ों में शामिल हूं."

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"मेरा नाम उन मनगढ़ंत किस्सों में भी शामिल किया गया जिनमें कहा गया कि मैं बंद कमरों में होने वाली क्रिकेट टीम की बैठकों में शामिल होती हूं और टीम की सलेक्शन प्रक्रिया को प्रभावित करती रही हूं. मैं चुप रही. मेरे नाम को गलत तरीके से उन दावों में भी इस्तेमाल किया गया जिनके अनुसार इंडियन टीम के विदेशी दौरे पर मैं अपने पति के साथ तय वक्त से ज्यादा समय के लिए रुकी. जबकि मैंने हमेशा सारे प्रोटोकॉल फॉलो किये. लोग कहते रहे, पर मैं चुप रही."

"जब मुझसे एक हाई कमिश्नर की पत्नी ने ग्रुप फ़ोटो में आने की गुज़ारिश की और बड़े संकोच के साथ मैं उस तस्वीर के लिए तैयार हुई, तो भी बवाल खड़ा किया गया और कहा गया कि मैं उस इवेंट में ज़बरन शामिल हुई थी, जबकि मुझे आमंत्रित किया गया था. लेकिन क्रिकेट बोर्ड को इसे लेकर स्पष्टीकरण देना पड़ा और मैं चुप रही. इस कड़ी में जो सबसे नया झूठ फ़ैलाया जा रहा है वो ये है कि वर्ल्ड कप मुक़ाबलों के दौरान क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं ने मुझे चाय परोसी थी!"

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