सेक्स में कीगल ऐक्सरसाइज का अपना महत्त्व है. कीगल ऐक्सरसाइज को पेल्विक फ्लोर ऐक्सरसाइज भी कहा जाता है. पेल्विक एरिया को मजबूत बनाने के लिए कीगल ऐक्सरसाइज सब से अच्छा तरीका है. महिलाओं में कमर के आसपास के एरिया में दर्द की शिकायत होती है. पेल्विक फ्लोर मसल्स के कमजोर होने से यह दर्द होता है. इन मसल्स को मजबूत करने के लिए महिलाएं कीगल ऐक्सरसाइज करती हैं, जिस से यह एरिया मजबूत होता है.

सेक्स से भी ठीक यही अनुभूति होती है, जो कीगल ऐक्सरसाइज से होती है और महिलाओं को काफी आराम मिलता है. इस से और्गेज्म प्राप्त करने में मदद मिलती है. पेल्विक एरिया मजबूत होने से महिलाएं अपनी पेल्विक मसल्स और और्गेज्म को अच्छी तरह कंट्रोल कर पाती हैं.

कीगल ऐक्सरसाइज करना आसान है. इस के लिए आप को बस अपने पेल्विक एरिया की मांसपेशियों को कौंट्रैक्ट और रिलैक्स करना है. इस से न सिर्फ आप का यूरिनरी ट्रैक्ट मजबूत होगा, बल्कि इस से महिलाएं यूरिन और बाउल मूवमैंट को भी कंट्रोल कर पाती हैं.

पेल्विक मसल्स कमजोर होने के कई कारण हैं जैसे कि- प्रैगनैंसी, वैजाइनल बर्थ, मोटापा, खांसी यहां तक कि बढ़ती उम्र की वजह से भी ये मसल्स कमजोर हो जाती हैं. इस की वजह से यूरिनरी ब्लैडर पर कंट्रोल नहीं रह पाता और यूरिन कभी भी निकल जाता है. कीगल ऐक्सरसाइज करने से महिलाओं को सेक्स के समय अच्छी अनुभूति होती है, जिस का प्रभाव पतिपत्नी की सेक्स लाइफ पर पड़ता है. बेहतर सेक्स के लिए कीगल ऐक्सरसाइज बहुत ही जरूरी होती है.

कीगल एक्‍सरसाइज के 10 प्रकार हैं- 

– द पेल्विक टिल्ट (The Pelvic Tilt)

– क्लासिक कीगल (Classic Kegal)

– पेल्विक पुश-अप्स (Pelvic Push-Ups)

– शोल्डर ब्रिज (Shoulder Bridge)

– साइड लेग लाइंग लिफ्ट (Side Leg Lying Lift)

– द बटरफ्लाई (The Butterfly)

– डीप ब्रीदिंग (Deep Breathing)

– स्पाइनल ट्विस्ट (Spinal Twist)

– रोलिंग नीज (Rolling Knees)

– लेग-पेल्विक स्ट्रेच (Leg Pelvic Stretch)

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