Sex News in Hindi: अकसर लोगों को सैक्स (Sex) का मतलब पता नहीं होता. भारत (India) में 50% से ज्यादा कपल्स के लिए सैक्स का मतलब है कपड़े उतारे, सैक्सुअल इंटरकोर्स (Sexual Intercourse) किया और मुंह घुमा कर सो गए. 48% लोग सैक्स से पहले जो फोरप्ले(Foreplay) करते हैं उस का मतलब होता है कि 2 किस किए, ब्रैस्ट को दबाया (जबकि महिलाओं का यह सब से मुख्य सैक्सुअली सैंसिटिव पार्ट है इसे केवल प्यार से सहलाया जाना चाहिए न कि दबाया जाना चाहिए) और सैक्सुअल इंटरकोर्स स्टार्ट और फिर वही मुंह घुमाओ और सो जाओ.

आप को यह जानकर हैरानी होगी कि भारत में 98% औरतें सैक्स के बाद संतुष्ट ही नहीं होतीं यानी वे और्गेज्म तक नहीं पहुंचती हैं. कोई 100 में से 1 बार ऐसा होता होगा कि पुरुष से पहले महिला पार्टनर संतुष्ट हो जाए. यानी संतुष्ट का साइंटिफिक मीनिंग है और्गेज्म प्राप्त करना.

क्या होता है और्गेज्म

अब यह और्गेज्म क्या होता है यह जानने से पहले यह बता दूं कि औरत की बौडी में सैक्सुअल प्लैजर के लिए 7 सैंसिटिव होते हैं- लिप्स, निपल्स, गरदन के पीछे का हिस्सा, थाई, वैजाइना का ऊपर का हिस्सा, वैजाइना के अंदर का पिंक हिस्सा और हिप्स.

महिला को सैटिसफाई करने में पुरुष की भूमिका 99% होती है. लेकिन 98% कपल्स को सैक्स का तरीका ही नहीं पता होता. सैक्स से पहले कम से कम 30 मिनट फोरप्ले जरूरी होता है क्योंकि औरत को तैयार होने में टाइम लगता है क्योंकि एक सर्वे के अनुसार हर औरत सैक्स के लिए जब तक मैंटली तैयार होती है तब तक पुरुष डिस्चार्ज हो चुका होता है. बिना फोरप्ले के सैक्स में जब तक पुरुष उिस्चार्ज होता है तब तक महिला ऐक्साइट होनी शुरू होती है और जब तक महिला की वैजाइना में लूब्रिकेशन स्टार्ट होता है तब तक पुरुष डिस्चार्ज हो चुका होता है, जिस के कारण महिला और्गेज्म प्राप्त नहीं कर पाती. इस वजह से महिलाओं में डिप्रैशन की बीमारी भी हो जाती है, स्किन डल हो जाती है.

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