शादी की पहली रात को सुहागरात कहा जाता है. सुहागरात सभी की जिंदगी का एक अहम हिस्सा मानी जाती है. इस रात को लेकर लोगों के मन में कई तरह के प्रश्न होते हैं. इस रात में महिलाओं व पुरुषों दोनों में ही समान उत्सुकता रहती है.

सामान्य तौर पर सुहागरात का मतलब नव दंपति का शारीरिक रूप से एक होना माना जाता है. लेकिन जिंदगी की इस खास रात को इतना ही समझ लेना गलत होगा. दरअसल शादी के बाद सुहागरात ही पति-पत्नी के नए जीवन की वह पहली रात होती है, जिसमें वह दोनों एक साथ होते हैं. शादी की पहली रात को लेकर पति व पत्नी दोनों के ही मन में उत्सुकता के साथ घबराहट भी बनी रहती है.

इस विषय पर लोगों की उत्सुकता और घबराहट को देखते हुए आज हम आप को सुहागरात के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं. इसके साथ ही आपको यह भी बताएंगे कि सुहागरात क्यों मनाई जाती है और इसको मनाने का सही तरीका क्या है. इसके अलावा आपको यहां सुहागरात मनाने के टिप्स भी बताए जा रहे हैं.

सुहागरात क्या होती है

सुहागरात में क्या करना चाहिए, सुहागरात कैसे मनाएं, सुहागरात को मनाने का तरीका और टिप्स जानने से पहले आप सभी को यह समझना बेहद जरूरी है कि सुहागरात का सही अर्थ क्या है और यह क्यों मनाई जाती है.

सुहागरात का मतलब होता है शादी की वह पहली रात जिसमें पति-पत्नी एक दूसरे को जानते और समझते हैं. हमारे समाज में इस विषय पर ज्यादा चर्चा नहीं की जाती है. इस पर चर्चा न हो पाने की वजह यह भी है कि सुहागरात को संभोग क्रिया से जोड़कर देखा जाता है. जबकि नव दंपति के बीच शारीरिक संबंध स्थापित होना इस रात का मात्र एक हिस्सा भर है. इसलिए इसको सिर्फ शारीरिक संबंध बनाने वाली रात समझना बेहद गलत है.

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