सवाल
मैं 32 साल की एक कुंआरी लड़की हूं. मेरे घर वाले मेरी शादी कराने का नाम ही नहीं लेते हैं. मैं छोटे कसबे की रहने वाली हूं, तो खुद अपनी शादी करने जैसा फैसला लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाती हूं.
मैं नौकरी तो नहीं करती हूं, पर घरेलू काम सब कर लेती हूं. मैं 12वीं जमात तक पढ़ीलिखी हूं, पर शादी की उम्र निकलने की बात से मैं बहुत ज्यादा तनाव में रहती हूं. मैं क्या करूं?
जवाब
ऐसा लगता है कि घर वालों ने आप को मुफ्त की नौकरानी समझ लिया है, इसलिए वे शादी की पहल नहीं कर रहे हैं. अपने बेहतर भविष्य के लिए आप बिना दीनदुनिया की परवाह किए खुद अपनी मरजी से अच्छा सा लड़का देख कर शादी कर लें. इसी बीच कहीं छोटीमोटी नौकरी की भी कोशिश करें.
घर वाले इस का विरोध करें, तो सख्ती से उन्हें समझा दें कि अपनी जिंदगी से जुड़े अहम फैसले लेने का हक आप को है.