सवाल

मैं 24 वर्षीय युवक हूं. पढ़ाईलिखाई में शुरू से ठीकठाक रहा. मेरा बाहरी व्यक्तित्व आकर्षक है, लेकिन भीतर से मैं बहुत कमजोर हूं. लोगों से मिलनेजुलने में मुझे हिचकिचाहट होती है. आत्मविश्वास की कमी है. मुझे अपनी यह कमजोरी पता है और मैं इस स्थिति से स्वयं को उबारना चाहता हूं लेकिन असमर्थ महसूस करता हूं. क्या करूं?

जवाब

कुछ सामाजिक स्थितियों में घबराहट महसूस होना सामान्य बात है, जैसे डेट पर जाना या औफिस में प्रैजेंटेशन देना नर्वस कर सकता है लेकिन सामाजिक दक्षता विकार, जिसे सोशल फोबिया भी कहा जाता है, से ग्रसित होने के चलते व्यक्ति को नए लोगों से मिलने व बात करने में हिचकिचाहट होती है और इस बात को ले कर नर्वस रहते हैं कि दूसरा व्यक्ति उन के बारे में क्या सोचेगा या कहेगा.
आप के साथ यह समस्या बचपन से है तो कारण आनुवंशिकी भी हो सकता है यानी परिवार में किसी सदस्य को सोशल फोबिया है तो आप को भी इस बीमारी का खतरा हो सकता है. आप शर्मीले स्वभाव के हैं, तो भी यह समस्या पैदा हो जाती है.

चिंता मत कीजिए, जल्दी ही मनोचिकित्सक से मिलें. साइकोथेरैपी से सामाजिक परिस्थितियों में आत्मविश्वास हासिल करने में मदद मिलती है. नकारात्मक विचारों को कैसे पहचाना और उन्हें कैसे बदला जा सकता है, इस थेरैपी में यह सब सिखाते हैं. कई प्रकार की दवाइयां भी उपलब्ध हैं.
यदि उपचार का असर जल्दी न हो तो हार न मानें, क्योंकि साइकोथेरैपी से फायदा होने में हफ्तों या महीने भी लग सकते हैं.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
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