अपने ब्रेस्ट की वजह से मुझे काफी शर्मिंदगी का अहसास होता है, मैं क्या करूं?

सवाल
मेरी उम्र 16 साल है. मेरी समस्या यह है कि मेरे ब्रेस्ट बहुत भारी है जिस कारण मुझे बहुत अनकंफर्टेबल लगता है. इस की वजह से मैं अपने दोस्तों से ज्यादा मिल भी नहीं पाती और अपनी पसंद के कपड़े भी नहीं पहन पाती. कृपया उपाय बताएं?

जवाब
आकर्षक वक्षस्थल हर युवती की चाह होती है. इन का बहुत बड़ा होना जहां अनकंफर्टेबल लगता है वहीं सौंदर्य पर भी असर पड़ता है. आकर्षक वक्षस्थल सैक्सुअली अट्रैक्शन बढ़ाता है. आप को अपने शरीर की अतिरिक्त वसा कम करने की जरूरत है साथ ही ऐरोबिक्स, जौगिंग जैसी ऐक्सरसाइज कीजिए, तेज चलना, साइकिल चलाना आदि इस से भी आप ब्रैस्ट के आकार को कम कर सकती हैं. इस से आप का सौंदर्य भी निखरेगा.

ये भी पढ़ें- मैं बीवी को खुश करने के लिए ताकत की गोलियां खाता हूं, क्या ऐसा करना सही है?

मैंने 3 महीने पहले सेक्स किया था. कहीं मैं प्रेगनेंट तो नहीं हो जाउंगी?

सवाल
मैं 20 साल की लड़की हूं. मैंने अपने प्रेमी के साथ 3 महीने पहले सहवास किया था. उस के ठीक 2 दिन बाद मुझे माहवारी हुई थी और उस के बाद भी 2 महीने तक माहवारी हुई, लेकिन चौथे महीने माहवारी नहीं हुई. कहीं मैं पेट से तो नहीं हो गई हूं?

जवाब

हमबिस्तरी के बाद आप को 3 बार माहवारी आ चुकी है. इस का मतलब है कि आप पेट से नहीं हैं. इस बार माहवारी में देरी होने की वजह कुछ और हो सकती है. परेशान न हों, कुछ दिनों में आप को माहवारी हो जाएगी. इस उम्र में ऐसा होता रहता है. ज्यादा दिक्कत हो तो किसी माहिर डाक्टर से सलाह लें.

ये भी पढ़ें- मेरी बीवी पिछले 2 साल से मायके में हैं, मैं क्या करुं?

फ्रेंडशिप डे: दोस्ती के नाम पर ब्लैकमेलिंग से बचें

वैसा ऐसा करने में कोई बुराई नहीं है पर कुछ मनचले आशिक ऐसे मौके का फायदा उठाते हैं और अपनी गर्लफ्रेंड के जिस्म से खेलने के लिए पहले तो उन्हें किसी तरह मनाते हैं और फिर मतलब निकल जाने के बाद उन्हें ब्लैकमेल करते हैं.

सोशल मीडिया पर तो ऐसे मतलबी दोस्तों की बाढ़ सी आ गई है जो ब्लाइंड डेट के नाम पर अपना उल्लू सीधा करते हैं. दीक्षा के साथ ऐसा ही हुआ था. मनोज ने उसे फ्रेंडशिप डे मनाने के लिए राजी कर लिया और घर वालों से झूठ बोल कर उसे एक रात के लिए दोस्त के खाली फ्लैट पर ले गया. वहां उन दोनों ने जिस्मानी रिश्ता बनाया और शादी करने के सपने देखे.

दीक्षा खुश थी कि मनोज इस रिश्ते को शादी तक ले जाना चाहता है पर उस का ऐसा सोचना गलत था क्योंकि मनोज के तो कुछ और ही इरादे थे. दरअसल, उस ने एक छुपे कैमरे से उन नाजुक पलों का वीडियो बना लिया था जो उन्होंने फ्लैट में बिताए थे.

ये भी पढ़ें- लड़के खुल कर बात करें सेक्स समस्याओं पर

कुछ दिनों के बाद मनोज ने अपना असली रंग दिखा दिया और वह उस वीडियो को वायरल करने के धमकी दे कर दीक्षा को ब्लैकमेल करने लगा. पहले तो डरी सहमी दीक्षा ने उसे पैसे दिए पर बाद में समझदारी दिखाते हुए सारी बात अपने घर वालों को बता दी. उन्होंने दीक्षा का पूरा साथ दिया और पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी. पुलिस ने मनोज को धर दबोचा.

पुलिस की पूछताछ में पता चला कि मनोज पहले भी कई लड़कियों को अपने प्रेमजाल में उलझा कर उन से पैसे ऐंठ चुका था.

पर वंदना ऐसी हिम्मत नहीं दिखा पाई थी. राहुल ने उस का जो वीडियो बनाया था वह उस ने अपने दोस्तों में वायरल कर दिया था. वंदना की सहेली रुचिका ने उसे खूब समझाया था कि इतनी जल्दी राहुल पर भरोसा मत कर और उस की जिद पर फ्रेंडशिप डे पर उस के साथ डेट पर मत जा. लेकिन वह नहीं मानी थी. उस डेट पर राहुल ने अपने एक रईस दोस्त के फार्महाऊस पर वंदना के साथ जबरदस्ती की थी. उस जबरदस्ती का वीडियो उस के दोस्तों ने बना लिया था जो पहले से वहीं छुपे बैठे थे. बाद में उन लड़कों ने भी वंदना का शरीर भोगा था.

वीडियो वायरल होने के बाद वंदना इतना ज्यादा डर गई कि उस ने घर पर फांसी लगा कर अपनी जान दे दी.

ये भी पढ़ें- जब पत्नी बहाना बनाए, नजदीक न आए

आप का भी हाल वंदना जैसा न हो इसलिए सोच समझ कर अपने बॉयफ्रेंड के साथ डेट पर जाएं, नहीं तो फ्रेंडशिप डे आप के लिए डार्क डे बनने में देर नहीं लगाएगा.

मैं कितनी भी कोशिश कर लूं, पर मेरा पढ़ने में मन नहीं लगता है. मैं क्या करुं?

सवाल 

मैं 15 साल का लड़का हूं. मैं 10वीं जमात में पढ़ रहा हूं. मैं कितनी भी कोशिश कर लूं, पर मेरा पढ़ने में जरा भी मन नहीं लगता है. मुझे सही सलाह बताएं?

जवाब 

आप ही अपनेआप को बेहतर समझा सकते हैं कि बिना पढ़े लिखे आदमी की जिंदगी और हालत मवेशियों जैसी होती है और वह जिंदगीभर मेहनतमजदूरी कर पेट भर पाता है और खुद को कोसता रहता?है कि वक्त रहते पढ़ाई कर ली होती तो आज ये दिन नहीं देखने पड़ते, इसलिए जैसे भी हो, पढ़ाई में मन जरूर लगाएं. अलगअलग तरीकों से पढ़ें. कोचिंग और ट्यूशन जाएं और सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखें. यह वक्त एक बार आप के हाथ से फिसल गया तो फिर कभी लौट कर नहीं आएगा.

ये भी पढ़ें- मैं एक्टर बनना चाहता हूं, पर कैसे?

मैं एक 49 साल के आदमी से प्यार करती हूं पर वो शादी करने से मना करता है

सवाल

मेरी उम्र 24 साल है और मैं एक 49 साल के आदमी से प्यार करती हूं. वह भी मुझे चाहता है, पर शादी करने से मना करता है. मैं क्या करूं?

जवाब

वह आदमी आप से प्यार नहीं करता, बस मुफ्त के मजे लूट रहा है. वैसे भी बेमेल प्यार की उम्र ज्यादा नहीं होती. कुछ साल बाद जब वह बूढ़ा हो कर ढीला पड़ जाएगा और आप की ख्वाहिश पूरी नहीं कर पाएगा, तब आप क्या करेंगी? बेहतरी इसी में है कि उस से दूरी बना कर अपनी उम्र वाले किसी अच्छे लड़के से शादी कर घरगृहस्थी बसा लें.

हां, अगर उस आदमी की सेहत अच्छी हो और ठीकठाक पैसा हो तो उस पर शादी के लिए दबाव बनाएं, क्योंकि आप अपना सबकुछ उसे सौंप चुकी हैं.

ये  भी पढ़ें- मैं पत्नी से संबंध तो बनाता हूं पर सेक्स का पूरा आनंद नहीं 

गायिका बनने के लिए मैं क्या करूं?

सवाल 

मैं गांव के एक छोटे तबके से हूं. मेरी उम्र 17 साल है और मैं कालेज से बीए करना चाहती हूं. अगर मैं साइकोलौजी से औनर्स करूं तो क्या यह मेरे भविष्य के लिए सही रहेगा? वैसे, मैं गाना भी गा लेती हूं. गायिका बनने के लिए मैं क्या करूं?

जवाब

जिंदगी में कुछ भी हासिल करने के लिए लगन जरूरी है. पहले तो यह तय करें कि आप ऊंची तालीम लेना चाहती हैं या फिर गायिका बनना चाहती हैं. अगर पढ़ाई को चुनें तो साइकोलौजी एक अच्छा विषय है और आप इस में कैरियर बना सकती हैं और अगर गायकी को चुनें तो अभी से कोई अच्छा मंच और मुकाम देखें. अपने शहर के नामी आरकेस्ट्रा वालों से मिलें और टैलीविजन शो के औडिशन भी दें, जो अब हर बड़े शहर में होने लगे हैं. लेकिन आप के लिए साइकोलौजी पढ़ना ही बेहतर रहेगा. इस में एमए की डिगरी ले कर कैरियर बनाएं.

ये भी पढ़ें- मेरा पढ़ाई में बिलकुल मन नहीं लग रहा है. क्या करूं?

मेरे पति का रोमांस बिलकुल खत्म हो गया है, मैं क्या करुं?

सवाल 

हमारी शादी को अभी 3 महीने ही हुए हैं, लेकिन मेरे पति का रोमांस बिलकुल खत्म हो गया है. जिसे ले कर मैं काफी चिंतित हूं.

जवाब

शादी के शुरुआती दिनों में तो रोमांस बढ़ता है. पार्टनर के करीब जाने को, उसे चूमने को दिल करता है. ऐसे में आप के पति के ऊबने का कारण समझ नहीं आ रहा है. आप उन से प्यार से इस बारे में जानने की कोशिश करें. और खुद को भी टिपटौप रखें. मौडर्न कपड़े पहनें, कौन्फिडैंट रहें, कुछ इनोवेटिव करें ताकि आप का पार्टनर आप से भागे नहीं बल्कि करीब आए. इन सब के बावजूद अगर हालात नहीं सुधरें तो खुल कर इस विषय में बात करें ताकि आप के सामने पूरी स्थिति साफ हो सके.

ये भी पढ़ें- मेरी इंगेजमैंट हुए 4 महीने हो गए हैं पर मंगेतर पर जरा भी प्यार नहीं आता…

मैं एक्टर बनना चाहता हूं, पर कैसे?

सवाल 

बीए प्रथम वर्ष का छात्र हूं और मैं ऐक्टर बनना चाहता हूं. मैं थिएटर करता हूं. बड़े-बड़े औडिटोरियम्स में शो कर चुका हूं. क्या एक्टर बनने के लिए मुझे नैशनल स्कूल औफ ड्रामा में दाखिला लेना चाहिए या नहीं? यदि हां तो इस के लिए क्या करना होगा और क्या इस प्रशिक्षण के बाद मैं एक्टर बन पाऊंगा?

जवाब

आप की यह अच्छी हौबी है, यदि भविष्य में आप इसे ही कैरियर बनाना चाहते हैं तो बीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद आप अपने इस मनपसंद कोर्स में ऐडमिशन ले सकते हैं. जहां तक इस के बारे में जानकारी की बात है तो वह आप को इंटरनैट से मिल जाएगी. आप को आगाह कर दें कि अन्य क्षेत्रों की बनिस्बत इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक है, इसलिए सोचसमझ कर ही फैसला लें.

ये भी पढ़ें- मैं आगे पढ़ना चाहती हूं पर मेरी सास कहती हैं बहू-बेटियां घर से बाहर नहीं जाती, मैं क्या करुं?

बेड़ियां तोड़ती मुस्लिम लड़कियां

लेखक – जरगाम मियां, मो. अताउल्लाह

वह लड़की है सना नियाज, जो दिल्ली के जामा मसजिद इलाके की तंग गलियों में से एक गली मदरसा हुसैन बख्श में रहने वाले नियाजुद्दीन की बेटी है.नियाजुद्दीन जामा मसजिद के पास ही एक होटल ‘अल जवाहर’ में बावर्ची हैं. सना नियाज 6 भाईबहनों में चौथे नंबर पर है. उस से बड़ी 3 बहनें हैं जिन में पहले नंबर की बहन इलमा दिल्ली के जाकिर हुसैन कालेज से ग्रेजुएशन करने के बाद जामिया मिल्लिया इसलामिया यूनिवर्सिटी से फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा कर रही है, वहीं दूसरे नंबर की बहन इकरा भी जाकिर हुसैन कालेज से ग्रेजुएशन के बाद उसी यूनिवर्सिटी से फाइन आर्ट्स में डिगरी कोर्स कर रही है, जबकि तीसरे नंबर की बहन उमेरा, जिस ने साल 2017 में 12वीं जमात पास की थी, इस समय नौर्थ कैंपस के हिंदू कालेज में बीए की छात्रा है.

सना नियाज जामा मसजिद इलाके की उन गलियों में रहती है जहां पर आज से कुछ साल पहले तक लड़कियां अपने घरों में लोकल दुकानदारों के लिए थैलियां बनाती थीं, बुक बाइंडरों के लिए किताबों के फर्मों की मुड़ाई किया करती थीं. उन के लिए स्कूली तालीम बेकार की बात समझी जाती थी.

ये भी पढ़ें- सावधानी से करें कार में सैक्स

ऐसे इलाके के एक घर में 1-2 नहीं, बल्कि 5 लड़कियां तालीम हासिल कर रही हैं. इन में से 3 लड़कियों ने स्कूल में टौप किया है और एक लड़की सना नियाज ने तो दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नतीजों में 97.6 फीसदी अंकों के साथ पहला मुकाम हासिल किया है.

जब मैं सना नियाज के अब्बा नियाजुद्दीन से मिला तो उन्होंने बताया कि सना और उस की अम्मी इस वक्त पहाड़ी इमली पर एक समिति के औफिस में मौजूद हैं जहां उस के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.

जब मैं वहां पहुंचा तो सना के साथ उस की अम्मी और कुछ दूसरी लड़कियां भी मौजूद थीं. उन लड़कियों ने भी 12वीं जमात में अच्छे नंबर हासिल किए थे और वे सारी लड़कियां भी जामा मसजिद के सर्वोदय कन्या विद्यालय नंबर 3 की छात्राएं थीं. यह उर्दू मीडियम स्कूल है.

सना नियाज के मुताबिक, उस ने अपनी बड़ी बहनों की परंपरा को ही आगे बढ़ाया है. उस की बड़ी बहनें भी पढ़ाईलिखाई में अच्छी हैं और उस ने भी सर्वोदय कन्या विद्यालय नंबर 3, जामा मसजिद से पढ़ाई की है.

सना नियाज का सपना है कि उसे सैंट स्टीफन कालेज में दाखिला मिल जाए और वहीं से ग्रेजुएशन करने के बाद सिविल सर्विस के इम्तिहान में कामयाबी पाने की कोशिश की जाए.

ये भी पढ़ें- सेक्स ड्राइव में कमी की वजहें…

वहीं दूसरी ओर सना नियाज की अम्मी असमा परवीन का कहना है, ‘‘आज से 18-20 साल पहले जब मैं ने अपनी बेटियों को पढ़ाने का फैसला किया था तब आसपड़ोस के लोगों ने इस बात पर एतराज जताया था, मगर मैं ने उन पर ध्यान नहीं दिया था क्योंकि मेरे शौहर ने मुझे इस बारे में आजादी दे दी थी कि मैं जिस तरह चाहूं अपनी लड़कियों की परवरिश करूं.’’

नियाजुद्दीन की कम आमदनी में 6 बच्चों की पढ़ाई के साथ घर का खर्च चलाना मुश्किल काम था. मगर सना की अम्मी असमा परवीन का कहना है कि उन्होंने अपने इरादे को अमलीजामा पहनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की. इसी का नतीजा है कि आज उन की बेटियां बेहतर तालीम ले रही हैं.

अपनी इस कामयाबी में सना नियाज अपने स्कूल की प्रिंसिपल नीलम सचदेवा को भी श्रेय देती है. उस के मुताबिक, प्रिंसिपल मैडम का बरताव सख्त टीचर का न हो कर एक अच्छे दोस्त जैसा रहा है जिस से स्कूल में पढ़ने का माहौल बना रहता है.

सना नियाज की ख्वाहिश है कि समाज की हर लड़की पढ़ीलिखी हो, जिस से कि वह अपने पैरों पर खड़ी हो कर एक अच्छे समाज को बना सके.

सना नियाज के साथसाथ जब 12वीं जमात की दूसरी लड़कियों से बात की गई तो उन में से ज्यादातर ने कहा कि उन का पढ़ने का मकसद टीचर बनना है.

एक लड़की का कहना था कि उस की मां की ख्वाहिश है कि वह पढ़लिख कर टीचर बने इसलिए वह टीचर बनना चाहती है जबकि एक और लड़की का कहना था कि वे 4 बहनें हैं और उस की बाकी बहनें भी चाहती थीं कि वे टीचर बनें मगर किसी वजह से वे टीचर नहीं बन सकीं, इसलिए अब वह खुद टीचर बन कर उन सब का ख्वाब पूरा करेगी.

सना नियाज की कामयाबी सिर्फ एक लड़की की कामयाबी नहीं है. यह कामयाबी एक इशारा है कि आज का यह समाज भी तेजी से बदल रहा है जिस को पिछड़ा और परंपराओं की चारदीवारी में कैद बताया जाता रहा है.

ये भी पढ़ें- यहां औरत नहीं, मर्द बेचते हैं अपना जिस्म

मुसलिमों के पसमांदा समाज में भी औरतें आज तेजी से आगे बढ़ रही हैं. आज वे किसी और पर निर्भर नहीं रहना चाहती हैं. उन के अंदर भी कुछ करने का जज्बा उफान पर है.

सना नियाज के अलावा भी हमें जितनी लड़कियां मिलीं, वे सब मिडिल क्लास परिवारों से ताल्लुक रखती थीं. मगर सना में और उन बाकी लड़कियों में एक बात अलग थी, वह यह कि सना के अलावा सब बुरका पहने हुए थीं.

शायद यही फर्क था कि जहां सना सिविल सर्विस का इम्तिहान दे कर समाज की तरक्की के लिए काम करना चाहती है तो बाकी की सारी लड़कियों की जिंदगी का मकसद टीचर बनना है.

सना नियाज चाहती है कि वह भी उसी तरह अपने समाज की दूसरी लड़कियों के काम आ सके, जिस तरह उस की अम्मी हर समय इलाके की लड़कियों की तालीम के लिए जद्दोजेहद करती रहती हैं.

सना नियाज की अम्मी असमा परवीन चाहती हैं कि कोई भी लड़की बगैर तालीम के नहीं रहे. इस के लिए वे इलाके के लोगों को समझाती रहती हैं. अगर कोई यह कहता है कि वह अपनी लड़की को तालीम नहीं दिलाएगा तो वे उस को समझाने की कोशिश करती हैं.

सना नियाज की भी यही ख्वाहिश है कि वह जिंदगी में एक ऐसा मुकाम हासिल करे, जिस से वह समाज की तरक्की में हिस्सा ले सके.

मेरा पढ़ाई में बिलकुल मन नहीं लग रहा है. क्या करूं?

सवाल 

मैं बीए की छात्रा हूं. पिछले 2 वर्षों से मेरा झुकाव एक लड़के की तरफ है. अपने दिल की बात उस से कहने में डरती हूं. ऐसे में मेरे दिमाग में बस उस लड़के की तस्वीर घूमती है. मेरा पढ़ाई में बिलकुल मन नहीं लग रहा है. क्या करूं?

जवाब 

आप की उम्र पढ़लिख कर भविष्य संवारने की है. इसलिए इन सब चक्करों से अपना मन हटा कर अपनी पढ़ाई की ओर ध्यान दें. अभी सारा जीवन आप के सामने पड़ा है. यदि पढ़लिख कर आप अपना भविष्य संवार लेती हैं तो जीवन में और भी अच्छे लड़के मिलेंगे.

ये भी पढ़ें- मुझे लगता है की मेरी गर्लफ्रेंड के घर वाले मुझे यूज कर रहें हैं, मैं क्या करुं?

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें