मेरी पत्नी मुझे ही अपना भाई जैसा समझने लगी है, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 35 साल का हूं. मेरे 2 बच्चे हैं. मेरी पत्नी मुझे नजदीक नहीं आने देती, क्योंकि पिछले कुछ समय से वह आश्रम के बाबा के चक्कर में पड़ कर मुझे ही अपना भाई जैसा समझने लगी है. मैं उसे छूने की कोशिश करता हूं तो झिड़क देती है. बस बात से मैं दूसरी औरतों को देख कर आपा खोने लगता हूं. मैं क्या करूं?

जवाब

आप की बीवी उन बाबाओं के चक्कर में पड़ गई है, जो अपनी दुकानदारी, खुदगर्जी और हवस के लिए हंसतीखेलती गृहस्थियां उजाड़ने से बाज नहीं आते हैं.

ऐसा भी लगता है कि ऐसे बाबाओं की बातों और प्रवचनों ने आप की बीवी को दिमागीतौर पर हिला दिया है, तभी तो वे आप को भाई कहने लगी हैं. ऐसी हालत में जितना आप उन्हें समझाएंगे, वे उतनी ही जिद पकड़ती जाएंगी, इसलिए तलाक ही एकलौता रास्ता आप के पास बचता है, जो आपसी रजामंदी से लेना बेहतर होगा. इस के लिए किसी काबिल और तजरबेकार वकील से मिलें. हालफिलहाल तो अपनी सैक्स से जुड़ी जरूरतें पूरी करने के लिए एहतियात से काम लें.

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छत्तीसगढ़ आसपास के अनेक राज्यों में जहां आदिवासी बाहुल्य हैं अंधविश्वास को लेकर के महिलाओं की हत्या हो जाती है.छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य झारखंड के साहिबगंज जिले के राधानगर थाना क्षेत्र की मोहनपुर पंचायत के मेंहदीपुर गांव की मतलू चाैराई नामक एक 60 वर्षीय महिला की हत्या डायन बताकर कर दी गई. जिस व्यक्ति ने हत्या की उसे यह शक था कि इसने उसके बेटे को जादू टोना कर मारा है. महिला की हत्या गांव के सकल टुडू ने विगत  7 जुलाई को गला काट कर की और दुस्साहसिक  ढंग से और धड़ से कटे सिर को लेकर बुधवार 8 जुलाई की सुबह वह थाने पहुंच गया.

पुलिस बताती है कि कि आरोपी का 25 वर्षीय बेटा साधिन टुडू बीमार था. उसे सर्दी खांसी थी और सोमवार 6 जुलाई की शाम उसकी मौत हो गई. उसकी मौत के बाद गांव में यह अफवाह फैल गई कि जादू टोना कर मतलू चाैराई ने उसकी जान ले ली. इसके बाद साधिन का पिता अपने बेटे का अंतिम संस्कार करने के बजाय महिला की हत्या तय करने का ठान लिया. उसने मंगलवार 7 जुलाई की रात मतलू की गर्दन काट कर हत्या कर दी और कट हुआ सिर लेकर अगली सुबह राधानगर थाना पहुंच गया.

इससे पहले हाल में ही रांची जिले के लापुंग में दो भाइयों ने मिल कर अपनी चाची की डायन होने के संदेह में हत्या कर दी थी. रांची जिले के लापुंग थाना क्षेत्र के चालगी केवट टोली की रहने वाली 56 वर्षीया फुलमरी होनो की हत्या शनिवार 4 जुलाई को उनके दो भतीजों ने धारदार हथियार से कर दी. जहां तक छत्तीसगढ़ की बात है ऐसा कोई महीना नहीं व्यतीत होता जब कुछ पुरुष और महिलाओं की तंत्र मंत्र के नाम पर हत्या नहीं हो जाती.

आवश्यकता जागरूकता की

छत्तीसगढ़ सहित देश में ऐसे अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता की दरकार अभी भी बनी हुई है इसके लिए छत्तीसगढ़ में टोनही अधिनियम बनाया गया है मगर वह भी कागजों में सिमटा हुआ है ऐसे में लगभग तीन दशक से अंधविश्वास और तंत्र मंत्र के खिलाफ जागरूकता फैला रहे डॉक्टर दिनेश मिश्रा की पहल एक आशा की किरण जगाती है.

डॉ. दिनेश मिश्र  के अनुसार  अंधविश्वास में  की गई ये हत्याएं अत्यंत शर्मनाक व दुःखद हैं. जादू टोने जैसे मान्यताओं का कोई अस्तित्व नहीं है और कोई महिला डायन/टोनही नहीं होती. यह अंधविश्वास है, जिस पर ग्रामीणों को भरोसा नहीं करना चाहिए. विभिन्न बीमारियों के अलग-अलग कारण व लक्षण होते हैं. संक्रमण, कुपोषण, दुर्घटनाओं से लोग अस्वस्थ होते है, जिसका सही परीक्षण एवं उपचार किया जाना चाहिए. किसी भी बैगा, गुनिया के द्वारा फैलाये भ्रम व अंधविश्वास में पड़ कर कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए. मगर सच तो यह है कि शासन, प्रशासन व छत्तीसगढ़ की सामाजिक संस्थाएं हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई हैं और महिलाएं अंधविश्वास की चपेट में आकर मारी जा रही है.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
सब्जेक्ट में लिखे…  सरस सलिल- व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

बौयफ्रैंड से हो सकती हैं सेक्सुअल बीमारियां

असुरक्षित सेक्स संबंध बनाने से लड़के व लड़कियों दोनों को ही सैक्सुअल डिजीजेस हो सकती हैं. यह वे बीमारियां हैं जो सेक्स करने के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे में ट्रांसफर हो जाती हैं. सेक्स के दौरान दोनों व्यक्तियों का शारीरिक जुड़ाव कई बीमारियों का आदानप्रदान करता है जिन की उन्हें जानकारी भी नहीं होती. ये बीमारियां जानलेवा हो सकती हैं. वर्ल्ड हैल्थ और्गेनाइजेशन यानी डबल्यूएचओ के अनुसार ग्लोबली हर दिन 10 लाख व्यक्ति सैक्सुअली ट्रांसमिटेड इनफैक्शंस यानी एसटीआई के शिकार होते हैं. कुछ एसटीआई ऐसे हैं जो एचआईवी का कारण भी बनते हैं.

ऐसे में किसी भी व्यक्ति के लिए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि वह जिस के साथ सेक्स कर रहा है उस के बारे में जान ले, खासकर यह कि कहीं उसे कोई बीमारी तो नहीं है. लड़कियां सेक्स को ले कर उतनी सहज नहीं होतीं जितने लड़के होते हैं. यह एक बड़ा कारण है कि लड़कियां जान नहीं पातीं कि उन के बौयफ्रैंड को कहीं किसी प्रकार की कोई सैक्सुअल बीमारी है या नहीं. इस से हट कर वन नाइट स्टैंड या पहली डेट पर ही सेक्स करने पर उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं होता कि लड़का पूरी तरह से स्वस्थ है या नहीं. इसी कारण वे अनजाने में कई बीमारियों की चपेट में आ जाती हैं. इस के बाद उन के पास सिवा पछताने के कुछ नहीं होता.

लड़कियों को सेक्स से पहले किन बातों की जानकारी होनी चाहिए और अपने बौयफ्रैंड में बीमारी के लक्षण किस तरह पहचानने चाहिए, इस विषय पर हम ने एक्सैस हैल्थकेयर दिल्ली के हैड औफ द डिपार्टमैंट, सीनियर कंसल्टैंट व फिजियोथेरैपिस्ट डा. सत्यम भास्कर से बात की.

किसकिस तरह के सैक्सुअल ट्रांसमिटेड इनफैक्शंस व डिजीजेज लड़कियों को लड़कों से हो सकते हैं?

एचआईवी, गोनोरिया, पीआईडी, क्लैमिडिया, ट्रिकोमोनाइसिस, सिफलिस, एचवीपी, जेनिटल हर्प्स आदि,  कुछ सामान्य सैक्सुअल डिजीजेज या कहें बीमारियां हैं. ये बीमारियां व्यक्ति की स्किन, मुंह, होंठ, रैक्टम, एनस, जेनिटल और्गन्स को प्रभावित करती हैं.

लड़कों में ऐसी कौन सी इंटरनल और एक्सटर्नल बीमारियां हैं जो सेक्स करने पर लड़कियों को हो सकती हैं?

मान लीजिए अगर किसी लड़के को किसी भी तरह की सैक्सुअल डिजीज हो या ट्रांसमिटेड डिजीज हो तो वह सेक्स करने पर लड़की को हो सकती है. अगर लड़के के खून में किसी भी तरह की बीमारी के कण हैं और सेक्स के दौरान वह लड़की के संपर्क में आते हैं तो उसे वह बीमारी हो सकती है. जैसे अगर लड़के के शरीर पर कोई कट लगा हुआ है और आप की स्किन या ब्लड उस के संपर्क में आएंगे तो उस से संक्रमण हो सकता है.

ओरल सेक्स आजकल बहुत बढ़ गया है. इस से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

अगर आप अपने पार्टनर के साथ ओरल सेक्स करने वाले हैं तो इस से पहले आपस में बात करें. मार्केट में डैंटल डैम कंडोम उपलब्ध है जो बहुत ही बढि़या तरीका है ओरल सेक्स के दौरान बीमारियों से बचने का. अकसर लोग जल्दबाजी में एक्सपायरी डेट चैक करना भूल जाते हैं, इसलिए एक्सपायरी डेट सब से पहले चैक करें. यह कंडोम थोड़ा महंगा आता है लेकिन उपयोगी है. दूसरा, अगर आप ओरल सेक्स कर रहे हैं तो कोई औयली चीज न खाएं. ऐसा इसलिए क्योंकि औयल कंडोम की प्रोटैक्शन लेयर को डैमेज करता है.

क्या सेक्स के दौरान लव बाइट्स और नाखूनों को घोंपने से भी बीमारी हो सकती है?

सिंपल सी बात है कि यह सैक्सुअल एब्यूज के अंतर्गत आता है. अगर आप का पार्टनर नाखूनों को बहुत ज्यादा पेनिट्रेट कर रहा हो, अंदर तक घोंप रहा हो तो नाखूनों से किसी भी तरह के जर्म्स आप के शरीर में जा सकते हैं. अगर आप के पार्टनर को कोई बीमारी है जो सलाइवा से या दांतों से काटने पर फैल सकती है तो वह भी आप को लव बाइट्स के कारण आसानी से हो जाएगी. साथ ही, अगर आप अपने पार्टनर को स्किन पर काटती हैं, तब भी आप को संक्रमण हो सकता है.

ब्लड ट्रांसमिशन से होने वाली बीमारियों से बचाव कैसे कर सकते हैं?

आप सेक्स से पहले अपने पूरे शरीर पर नारियल का तेल लगा सकते हैं जिस से आप के शरीर पर एक लेयर बन जाए. कुछ चीजें माइंड में रखें जो आप को कंट्रोल में रखनी ही हैं, जैसे लव बाइट्स से बचना है, नाखून अंदर तक घोंपने नहीं हैं. ध्यान दें कि आप एकदूसरे की स्किन पर किसी तरह की चोट देने से बचें.

इस के साथ ही पौस्चर्स पर ध्यान दें. आजकल लड़केलड़कियां कई ऐसे पौस्चर्स में सेक्स करते हैं जिन से उन्हें गंभीर चोटें लगती हैं. पौस्चर्स जिन से आप को दर्द हो, उन्हें न करें.

सेक्स को ज्यादा सेफ बनाने के लिए मार्केट में कौनकौन सी चीजें उपलब्ध हैं?

मार्केट में प्रोडक्ट तो एक ही है कंडोम. मेल और फीमेल दोनों कंडोम अवेलेबल हैं जिन का यूज किया जा सकता है. ओरल के लिए डैंटल डैम कंडोम यूज करें. लड़कियां वैजाइनल टैबलेट्स का इस्तेमाल करें जिस से प्रोटैक्शन बढ़ जाएगा. जिन्होंने पहले कभी इस्तेमाल नहीं किया वे डाक्टर से मिल कर परामर्श ले सकते हैं या जिसे जानकारी हो, उस से बात करें.

लड़कियां इस बात पर ध्यान दें कि मैंस्ट्र ुएशन यानी पीरियड्स के दिनों में सेक्स न करें. पीरियड्स में संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ सकता है. इस में लड़कों को बीमारी होने का खतरा ज्यादा होता है. सिफलिस और गोनोरिया लड़कों को आसानी से हो जाती हैं.

लड़कों के शरीर पर बीमारियों के कौन से लक्षण हैं जो लड़कियों को नोटिस करने चाहिए?

लड़कियां कुछ लक्षण नोटिस कर सकती हैं जैसे सोर थ्रोट, स्किन रैशेज, लड़कों के जौइंट्स में दर्द होता है, पैलविक फ्लोर में तकलीफ होती है, सिर में दर्द रहता है, सांस लेने में तकलीफ हो सकती है, यहां तक कि उन की स्पीच में भी दिक्कत आने लगती है. और ये सभी बीमारियां लड़की को होने की संभावना है, जो समलैंगिक सेक्स में भी हो सकती हैं. लड़के को यदि सिफलिस हो तो उस की स्किन पर रैशेज, चेहरे पर स्पौट्स, कुहनी छू कर देखने पर पता चलेगा कि हलकी सूजन है, कलाई पर सूजन, साथ ही उसे बुखार भी रहता है.

आजकल किस करना तो बेहद नौर्मल है. क्या उस से किसी तरह की कोई परेशानी हो सकती है?

बिलकुल हो सकती है. अगर किसी को लंग्स की कोई बीमारी है तो वह भी ट्रांसफर हो सकती है. हालांकि उतनी प्रौब्लम नहीं होगी लेकिन एयर के जरिए जो बीमारियां फैलती हैं, वे हो सकती हैं. सलाइवा के कारण भी कई बीमारियां हो सकती हैं. माउथ इन्फैक्शन जैसे जिंजीवाइटिस हो सकता है. अगर जीभ पर दाने हों तो वे पार्टनर को भी हो सकते हैं. विटामिन सी की कमी से व्यक्ति के होंठ सूखने लगते हैं, खून आने लगता है, किस करने पर पार्टनर को इन्फैक्शन हो सकता है.

कोई ऐसी चीज जो सेक्स से पहले लड़कियों को पता होनी चाहिए?

पहली चीज जो लड़कियों को पता होनी चाहिए यह है कि उन के पार्टनर के कितने सेक्स पार्टनर्स रहे हैं. मल्टीपल पार्टनर्स के साथ सेक्स करने वाले व्यक्ति में बीमारियों की संभावना होती है. इस के अलावा ऊपरलिखित बातें ध्यान में रखें.

मैं एक लड़की से प्यार करता हूं, कैसे पता करूं कि वह भी मुझसे प्यार करती है या नहीं ?

सवाल

मैं कालेज के फाइनल ईयर में हूं. अपने ही कोर्स की जूनियर स्टूटैंड से मुझे सच्चा प्यार हो गया है. दिलोदिमाग में वही छाई रहती है. कालेज में जबतब दिख जाती है. शायद उसे अंदाजा हो गया है  कि मैं उस का दीवाना हो गया हूं. वह भी मुझे देखती है. कभीकभी पढ़ाई को लेकर  बात भी हो जाती है. कैसे पूरी तरह से  यकीन हो जाए कि वह भी मुझसे प्यार  करती है?

जवाब

कालेजलाइफ में प्यार हो जाना सामान्य बात है. यह उम्र ही कुछ ऐसी होती है कि लड़के का लड़की के प्रति और लड़की का लड़के के प्रति अट्रैक्शन हो जाता है. कभीकभी यह अट्रैक्शन दीवानगी की हद तक हो जाता है.

खैर, आप कह रहे हैं कि आप को सच्चा प्यार हो गया है, चलिए आप को कुछ टिप देते हैं. टिप 1, तो कैसे भी कर के, कोई बहाना बना कर उस लड़की से बात करने की कोशिश करें. तब नोट करें कि लड़की आप से बात करते वक्त आप की आंखों में किस तरीके से देख रही है. अगर वह आप में इंटरैस्टेड नहीं है या आप को लाइक नहीं करती तो कभी भी आप की आंखों में आंखें डाल कर बात नहीं करेगी. इंटरैस्टेड है, तो ध्यान से आप की आंखों  में देखेगी. और बातों भी करेगी.

टिप 2, अगर वह लड़की अपनी फ्रैंड के साथ बैठी है तो आप सामने थोड़ी दूरी पर अनजान बन कर खड़े हो जाएं. ध्यान रखें यदि वह आप को देख रही है या उस की सहेलियां भी देख रही हैं तो इस का मतलब वे आप के बारे में ही बात कर रही हैं.

टिप 3, यदि वह लड़की थोड़ाबहुत बात करती है तो उस के सामने अन्य किसी लड़की से बात करना शुरू करे दें, साथ में उस की तारीफ भी करें. यदि वह लड़की आप को पसंद करती है जो जरूर बोलेगी कि मु झे क्यों  बता रहे हो उस के बारे में या उसी के पास जाओ और तारीफ करो. मतलब साफ है, उसे जलन हो रही है क्योंकि वह आप को पसंद करती है.

इस के अलावा वह आप को देख कर मुसकराती है, पलट कर देखती है, आप से रिलेटेड बातें करें तो ये साइन भी बताते हैं कि वह भी आप में इंटरैस्टेड है.

फिर भी आप को थोड़ा भी डाउट है तो थोड़ी हिम्मत जुटा कर अपने दिल की बात बोल दीजिए. ज्यादा से ज्यादा न ही तो बोलेगी. लेकिन, आप की उल झन तो सुल झ जाएगी.

महिलाओं में बढ़ रही पोर्न की लत

पोर्न मूवी का चसका बिलकुल उसी तरह है जैसेकि ड्रग का चसका. आजकल तो औनलाइन हर तरह की पोर्न मूवीज उपलब्ध हैं. जो इन्हें एक बार देख लेता है वह इन का आदी हो जाता है और फिर इन के चंगुल से निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है.

आप क्या सोचते हैं कि  औनलाइन पोर्न मूवी या वीडियो देखने का शौक सिर्फ पुरुषों को ही है? जी नहीं, एक सर्वे के अनुसार महिलाएं भी पोर्न मूवी या वीडियो देखने में पीछे नहीं हैं.

क्या है साइबर सेक्स          

यह एक प्रकार की मानसिक समस्या है, जिस में लोग पोर्न मूवी देखने के आदी हो जाते हैं. रोज कुछ समय इंटरनैट पर बिता कर नई तरह की पोर्न मूवी देखना चाहते हैं.

एक कंपनी में किए गए शोध से यह बात सामने आई है कि कुछ सदस्य दफ्तर में ही पोर्न फिल्म डाउनलोड कर रहे थे. इन कर्मचारियों में एक महिला भी शामिल थी. जब महिला का लैपटौप खंगाला गया तो बेहद चौंकाने वाली बात सामने आई. इस महिला ने 2 सप्ताह में करीब 1,100 बार पोर्न क्लिप्स डाउनलोड कीं और

400 से ज्यादा अश्लील पिक्चर्स उस के हार्ड ड्राइव में पाई गईं. इस से पता चला कि पुरुषों की तरह महिलाएं भी वर्कप्लेस पर पोर्न देखने की आदी होती हैं.

महिलाएं पोर्न क्यों देखती हैं

रिलैक्सेशन के लिए: हर समय सोशल मीडिया पर ऐक्टिव रहने वाली महिलाएं भी अब कोई भी पोर्न साइट देखने में झिझकती नहीं हैं. कुछ मसालेदार, कुछ चटपटा देखने की उन की भी इच्छा होती है. कुछ औरतों का तो कहना है कि  वे इस तरह के वीडियो या पिक्चर देख कर तनावमुक्त होती हैं. कुछ सिर्फ टाइमपास या ऐंजौय करने के लिए इन का आनंद लेती हैं.

कौन्फिडैंस बढ़ाने के लिए: शोध से यह  बात भी सामने आई है कि सिर्फ मूड बदलने के लिए ही नहीं, बल्कि सेक्स के समय अपनी तरफ से पहल करने के लिए भी महिलाएं इस तरह के वीडियो या मूवी देखना पसंद करती हैं. कहा जाता है कि महिलाएं पहल नहीं करतीं. लेकिन अब ऐसा नहीं है. आज के समय में महिलाएं भी अपने पार्टनर को खुश करने के लिए पहल करती हैं, तो कुछ अपना कौन्फिडैंस बढ़ाने के लिए पोर्न देखना पसंद करती हैं. यह एक तरह से महिलाओं के लिए फोरप्ले का काम करता है.

साथी के लिए: कई केसों में देखा गया है कि पुरुष मित्र या पति चाहता है कि उस की महिला पार्टनर भी उस के साथ बैठ कर पोर्न देखे. ऐसे में पार्टनर की इच्छा को पूरा करने के लिए भी कई महिलाएं पोर्न देखना पसंद करती हैं.

सेक्स फैंटेसी के लिए: कई महिलाएं नई फैंटासियों के बारे में सोचने और उन्हें ऐक्सप्लोर करने के लिए पोर्न वीडियो का सहारा लेती हैं.

क्या कहते हैं शोध

कुछ शोध बताते हैं कि 15 से 25% महिलाएं औनलाइन पोर्न मूवी देखने की आदी और हाइपरसेक्सुअल बनती जा रही हैं. हाइपरसेक्सुअल मानसिकता वाली महिलाएं इस कदर इन की आदी हो जाती हैं कि उन्हें हर समय सिर्फ सेक्स से जुड़ी फैंटेसी या उस से जुड़ी बातें करना ही अच्छा लगता है.

शोधों से यह बात भी सामने आई है कि ऐसी महिलाएं हस्तमैथुन या मास्टरबेशन संकीर्णता से ग्रस्त होती हैं. पोर्नोग्राफी की फिल्में इंटरनैट का ट्रैफिक बढ़ाती हैं जोकि सामान्य साइटों की तुलना में कहीं अधिक होती हैं.

हीट्रोसेक्सुअल महिलाएं

इस शोध के परिणाम में वैज्ञानिकों ने यह पाया कि जो महिलाएं हीट्रोसेक्सुअल होती हैं, वे इंटरनैट पर रोज नए तरह के पोर्न वीडियो की तलाश करती हैं. ऐसी महिलाएं इंटरनैट पाते ही पोर्न वीडियो की तलाश में लग जाती हैं. उन्हें सब से अधिक जरूरी काम यही लगता है.

अच्छी नहीं लत

कहावत है कि अति हर चीज की बुरी होती हैं. जी हां, इस लत का पड़ना भी अच्छा नहीं. इस बीमारी से त्रस्त महिलाएं हर समय सिर्फ पोर्न ही देखना चाहती हैं. इस कारण उन्हें जगह का भी एहसास नहीं रहता. रिसर्च के मुताबिक औफिस में भी महिलाएं पोर्न वीडियो देखती हैं, जिस वजह से वे अपने काम परकम ध्यान देती हैं. पोर्न देखने की आदी महिलाओं की संख्या दिनबदिन बढ़ती जा रही है.

सेक्स और भ्रांतियां : जीवन के आनंद के लिए जरूरी है सेक्स

राजू की शादी विगत वर्ष मुन्नी के साथ हुवी थी.दोनों के परिवारवाले काफी खुश थे. पहले दिन जब राजू ने शारीरिक सम्बन्ध बनाया तो योनि से रक्तस्राव नहीं हुआ. राजू को साथी दोस्तों से मालूम था कि पहली बार सेक्स करने के बाद अगर रक्तस्राव नहीं हुआ तो समझना की लड़की पहले ही किसी लड़के के साथ शारीरिक सम्बन्ध बना चुकी है.वह उसी रात्रि से मुन्नी से नफरत करने लगा.उसने मुन्नी से पूछा भी क्या तुमने किसी लड़के के साथ सम्बन्ध बनायी हो अगर बनायी हो तो सच सच बता दो.मुन्नी राजू का पैर पकड़ कर बोलने और गिड़गिड़ाने लगी मैंने किसी लड़के के साथ सम्बन्ध नहीं बनायी हूँ.मुन्नी जब अपने मैके गयी तो शर्म की वजह से किसी को बता नहीं पायी.शादी के दो वर्ष बीतने के बाद राजू पुनः मुन्नी को अपने घर ले जाने के लिए तैयार नहीं हुआ तो मुन्नी के पिता ने कोर्ट में मुकदमा दर्ज कर दिया.कोर्ट ने मुन्नी के पक्ष में फैसला सुनाया.आज मुन्नी ससुराल में है लेकिन राजू के मन में एक कसक और टीस है कि मुन्नी चरित्रहीन है.राजू जैसे ग्रामीण क्षेत्र के कम पढ़े लिखे और कम उम्र में शादी हुवी लड़कों को इन चीजों की जानकारी नहीं होती.

मदन की शादी हुवी.वह सुहागरात के दिन पहले से ही काफी डरा हुआ था कि मैं हस्तमैथुन बहुत करता हूँ तो अपनी पत्नी को सन्तुष्ट नहीं कर पायूँगा.हस्तमैथुन के सम्बन्ध में उसके मन में बहुत सारी भ्रांतियां थी.हुआ भी वही डर और अवसाद की वजह से वह अपनी पत्नी के साथ शारीरिक सम्बन्ध नहीं बना पाया.एक सप्ताह तक पत्नी रही परन्तु वह सफल नहीं हो सका.वह जब मैके गयी तो अपनी माँ से बतायी लड़का नपुंसक है.लड़की के माता पिता ने निर्णय लिया की अब उस लड़के के साथ इसकी जिंदगी नहीं बीत पायेगी.उसके बाद दूसरे लड़के के साथ शादी कर दी।मदन के माता पिता ने जब मनोचिकित्सक से दिखाया तो उसकी भी बीमारी समाप्त हो गयी और दूसरी शादी जब मदन की हुवी तो वह सफल हो गया.मदन को आज दो बच्चे भी हैं और सफलतापूर्वक अपना परिवार चला रहा है.

संजय की इसी वर्ष शादी हुवी है.शादी के बाद वह दुबला हो गया है.उसके परिवार और गाँव वाले उसे कहने लगे तुम क्यों दुबले होते जा रहे हो.उसी गाँव में एक महात्मा यज्ञ कराने के लिए आये हुवे थे.परिवार वालों ने संजय को महात्मा जी के पास ले गए और समस्या को बताये.महात्मा ने संजय को बताया की अगर तुम स्वस्थ रहना चाहते हो तो संयम से रहो.औरत के साथ माह में एक बार शारीरिक सम्बन्ध बनाओ.उपस्थित लोग भी संजय को महात्मा जी के बात को मानने पर बल देने लगे।संजय और कमजोर होते चला गया.उसके बाद जब डॉक्टर को दिखाया तो ब्लड जाँच से पता चला की संजय को सुगर की बीमारी है.

उक्त चन्द उदाहरण हैं.समाज में ब्याप्त सेक्स से सम्बंधित भ्रांतियों का.चर्चा करते हैं.समाज में ब्याप्त सेक्स से सम्बंधित भ्रांतियां और अंधविस्वास का.

सेक्स से सम्बंधित बहुत सारी भ्रांतियां हमारे समाज में ब्याप्त है. सेक्स से सम्बंधित चर्चा करना आज भी लज्जा और शर्म की बातें समझी जाती है. बहुत सारे लोगों को यौन रोग हो जाता है तो उसे शर्म से किसी को नहीं बता पाते और मर्ज बढ़ता चला जाता है.यौन रोग को गुप्त रोग कहते हैं और उसे गुप्त ही रहने देते हैं किसी को बताते तक नहीं.सेक्स को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां मनोरोग का भी बड़ा कारण बन रही है.समाज में सेक्स को लेकर जागरूकता का अभाव है.सेक्स से सम्बंधित समाज,परिवार में इस पर कोई बात नहीं करना चाहता .स्कूलों में भी सेक्स से सम्बंधित कोई शिक्षा नहीं दी जाती .युवा वर्ग अपनी जिज्ञासा को मिटाने के लिए अपने साथी ,इंटरनेट ,सोशल मीडिया का सहारा लेता है.

सेक्स से सम्बंधित बहुत सी भ्रांतियां है जिसके लिए उचित शिक्षा की जरूरत है.भ्रांतियां का वास्तविकता के साथ दूर दूर तक कोई सम्बन्ध नहीं होता मगर यह भ्रांतियां सेक्स समस्या को और गहरा कर देती है.

आम युवा लोग के बीच आम धारणा है कि जब हम पहली बार लड़की से सम्बन्ध बनाते हैं तो योनी से रक्तस्राव जरूरी है.

लेकिन सच्चाई है कि पहली बार संभोग करते समय कोई जरूरी नहीं की योनी से रक्तस्राव हो ही क्योंकि सायकिल चलाने, रस्सी फांदने या अन्य शारीरिक श्रम करने के दौरान योनी की झिल्ली फट सकती है.ऐसी स्थिति में पहली बार संभोग के दौरान रक्त नहीं निकलता.

लोगों में यह भ्रांतियां और अंधविस्वास है कि हस्तमैथुन करने से आँखों की रौशनी कम हो जाती है.लिंग टेढ़ा हो जाता है.आप पिता नहीं बन सकते.कमजोर और नपुंसक हो जाता है.

लेकिन वास्तविकता यह है कि हस्तमैथुन एक सामान्य शारीरिक क्रिया है.इससे रक्त संचार में सुधार होता है.तनाव अवसाद और संक्रमण से बचाव होता है.प्रोस्टेट कैंसर से बचाव सहित सहित शरीर की प्रतिरक्षण शक्तियों में बढ़ोतरी.

महिलाओं को भी हस्तमैथुन करने से किसी प्रकार का कोई हानि नहीं होती है.लाभ ही होता है.

शरीर में जब बीर्य की मात्रा बढ़ जाती है और किसी माध्यम से जब नहीं निकलता है तो सोने के दौरान स्वप्न के दौरान वीर्य स्खलित हो जाता है.आम लोगों के बीच धारणा है कि स्वप्नदोष से कमजोरी होती है.स्वप्नदोष एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जिसमें वास्तविक संभोग के बिना ही रति आनंद की प्राप्ति होती है.नीम हकीम झोला छाप डॉक्टर युवकों में भय पैदाकर इलाज के नाम पर लूटते हैं.

लेकिन वास्तविकता है कि स्वप्नदोष से मन हल्का हो जाता है.अवसाद से लोगों को मुक्ति मिलती है.

संभोग के दौरान जो लोग शीघ्र स्खलित हो जाते हैं.वो समझते हैं कि यह बीमारी है और इलाज पर निम–हकीम और तरह तरह के दवाओं का सेवन करते रहते हैं.सेक्स पॉवर बढाने वाली बहुत सारी दवायें बाजार में उपलब्ध है जिसका बहुत सारा साईड इफेक्ट है.

आमलोगों के बीच धारणा  है  कि लिंग का छोटा होने की वजह से पुरुष और स्त्री को सेक्स के दौरान आनंद नहीं आता.

सेक्स विशेषज्ञो का कहना है कि यौन सन्तुष्टि और आनंद के लिए लिंग के छोटा होने से कोई फर्क नहीं पड़ता.

आमलोगों के बीच यह धारणा है कि कंडोम का प्रयोग करने से सेक्स में आनंद नहीं आता जबकि सच्चाई यह है कि कंडोम यौन रोग से तो बचाता ही है.सेक्स के दौरान आनंद भी अधिक आता है.

महिलाओं को खाने वाली गर्भ निरोधक ओरल पिल्स के सम्बन्ध में भी लोगों के अंदर विस्वास और धारणा है कि जो महिलायें इसका उपयोग करती हैं और जब वे चाहती हैं कि गर्भधारण करें तो गर्भधारण नहीं कर पाती जबकि इसमें सच्चाई नहीं है.

आमलोगों के बीच यह धारणा और विस्वास को साधु सन्यासियो नीम हकीमों द्वारा भी फैलाया जाता है कि एक हजार खून के बूँद से एक बून्द बीर्य बनता है. जब यह वीर्य हमारे शरीर से बाहर निकलता है तो हमें कमजोरी महसूस होती है.उनलोगों के द्वारा बताया जाता है कि हमे संयम से रहनी चाहिए यानि की सेक्स नहीं करनी चाहिए जिससे हम ज्यादा स्वस्थ और ताकतवर बने रहेंगे.

जबकि सच्चाई यह है कि जब हम सेक्स करते हैं तो उससे हमें आनंद और ख़ुशी मिलती है. वीर्य की मात्रा जब हमारे शरीर में बढ़ता है तो किसी न किसी माध्यम से बाहर निकल ही जाता है. अगर हम सेक्स नहीं करते तो स्वप्नदोष के माध्यम से भी बाहर निकल जाता है. जिस तरह से मनुष्य के लिए भोजन की आवश्यकता है.सेक्स की भी इक्षा हर पुरुष स्त्री को होता है. सेक्स भी मनुष्य के जीवन का अहम हिस्सा है. जीवन के आनंद के लिए सेक्स जरूरी है.

मैं अपनी क्लास टीचर के साथ सेक्स करना चाहता हूं, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 16 वर्षीय किशोर 11वीं कक्षा का छात्र हूं. मेरी मां नहीं हैं. मेरी क्लास टीचर मुझे मां समान प्यार करती हैं पर वे कुछ दिन से मुझ से बात नहीं कर रही हैं. मैं उन के साथ एक अलग तरह का जुड़ाव महसूस करता हूं. मैं क्या करूं?

जवाब

आप की टीचर आप को मां समान प्यार करती हैं यह तो अच्छी बात है, लेकिन आप उन के साथ एक अलग तरह का जुड़ाव महसूस करते हैं इस का अर्थ समझ से परे है. भई, जब आप की मां नहीं हैं और टीचर आप से मां समान प्यार करती हैं तो आप को भी बेटे की तरह रहना चाहिए और उन से उसी तरह प्यार रखते हुए इस रिश्ते को निभाना चाहिए. रही टीचर के कुछ दिन से आप से बात न करने की बात, तो खुद ही सोचिए अगर आप की मां ऐसा करतीं तो आप क्या करते?

बहरहाल, खुद सोचिए कहीं कोई गलती या गलत बात तो आप से नहीं निकल गई जिस वजह से वे नाराज हैं. बस, उस गलती को सुधारिए और आगे ऐसा न करने का आश्वासन उन्हें दीजिए, वे अवश्य मान जाएंगी. हां, अगर उन के साथ अलग तरह के जुड़ाव वाली बात से आप का इशारा ‘क्रश’ की ओर है तो संभल जाइए, टीचर का स्टूडैंट से गरिमामय रिश्ता होता है, उसे ससम्मान निभाइए. ऐसा भी हो सकता है आप के इस बिहेव से वे नाराज हों, तो खुद को भी सुधारिए.

मेरी पड़ोसन चाहती है कि हम भाग कर शादी कर लें, क्या ऐसा करना सही रहेगा?

सवाल-

मैं अपनी एक पड़ोसन से प्यार करता हूं. हम दोनों बालिग हैं, पर हमारी जातियां अलग-अलग हैं. लड़की के घर वाले इस रिश्ते से बहुत नाराज हैं और वे जल्द उस की शादी कहीं और कर देना चाहते हैं. लड़की बोलती है कि हम भाग कर शादी कर लें. क्या ऐसा करना सही रहेगा?

जवाब-

इस में गलत क्या है? आप भाग कर शादी कर सकते हैं. कोई और रास्ता आप के पास है भी नहीं. दोनों बालिग हैं और शादी के लिए राजी हैं तो किसी काजी की जरूरत नहीं.

हां, बाद की तैयारियां जरूर अभी से कर लें. जो समाज अभी से अड़ंगे डाल रहा है, वह शादी के बाद भी अपनी सड़ीगली सोच को सच साबित करने के लिए परेशान करने की हरमुमकिन कोशिश करेगा, इसलिए किसी वकील की मदद से शादी करें.

सुहागरात पर बेकाबू मत होने दो जज्बात

पवन और राधिका की बात करते हैं. मातापिता के कहने पर शादी की. दोनों ने ही शादी से पहली शारीरिक सुख नहीं हासिल किया था. लिहाजा, दोनों के मन में यही डर समाया हुआ था कि उन के मिलन की रात शहद जैसी मीठी होगी या नहीं?

शादी की सभी रस्मों से छुटकारा पा कर वे जब अपनी सुहाग सेज पर आए तो दोनों में किसी तरह की कोई जल्दबाजी नहीं दिखी. इसे पवन की समझदारी ही माना जाएगा कि उस ने खुद को मर्द साबित करने के लिए राधिका को सेक्स टॉय नहीं समझा बल्कि उसे पूरा समय दिया अपनी इतने दिनों कि थकान मिटाने के लिए.

हालांकि राधिका थोड़ा हैरान थी और उस ने पवन से पूछा भी उस की ख्वाहिश के बारे में, पर पवन ने हंस कर कहा, ”तुम कहां भागी जा रही हो…”

राधिका यह सुन कर इतना रिलेक्स हुई कि अपनी झिझक तोड़ते हुए पवन के गले लग गई. यह गले लगना ही काम बना गया. इस के बाद तो पूरी रात उन की सेज पर प्यार की बरसात होती रही. वैवाहिक जीवन की इस से बढ़िया शुरुआत और क्या हो सकती है.

लेकिन नलिन और मेघना के मामले में ऐसा नहीं हो पाया. नलिन पर तो सुहागरात मनाने का ऐसा जोश चढ़ा हुआ था कि उस ने यह भी नहीं देखा कि शादी कि भागदौड़ में मेघना को पिछले दो दिनों से बुखार था. मेघना ने यह बात नलिन को बताई भी थी और प्यार करने के लिए थोड़ समय मांगा था. लेकिन वह नहीं माना.सही मायने में उस रात को नलिन ने मेघना के साथ जबरदस्ती की थी. वह बोली तो कुछ नहीं पर उसे पता चल गया था कि नलिन के मन में उस के कहे की कोई कद्र नहीं है.

इन दोनों मामलों पर सब की राय अलगअलग हो सकती है. पवन और नलिन के जज्बातों पर भी बहस की जा सकती है कि सुहागरात का तो मतलब ही दो जिस्मों का मिलन होता है तो पवन ने राधिका को समय देने का रिस्क लिया था. अगर वह उसे गले नहीं लगाती और सो जाती तो उस की उमंगें तो धरी कि धरी रह जातीं. कुछ लोग यह भी कह सकते हैं कि क्या पता मेघना सुहागरात से बचना चाहती हो तभी उस ने बुखार होने बहाना बनाया हो.

ऐसा हो सकता है पर यहां सवाल यह उठता है कि हम सुहागरात को सेक्स से ही क्यों जोड़ कर देखते हैं? यह ठीक है कि शादी के बाद यह सब करने का परमिट मिल जाता है पर ऐसा जरूरी तो नहीं है कि यही सब किया भी जाए? अगर आप के पार्टनर को किसी तरह की दिक्कत है या संबंध बनाने का डर है तो इस में कोई अजूबे वाली बात नहीं है. ऐसा आप के साथ भी हो सकता है, इसलिए समझदारी वाली बात तो पवन के फैसले में ज्यादा लगती है जिस ने राधिका को सही मायने में अपना पार्टनर समझा और उस के मन की बात रखी. हालांकि, असली सुहागरात भी उसी ने मनाई थी.

मेरा बड़ा भाई रात में मेरे साथ छेड़छाड़ करता है, मैं क्या करूं?

सवाल –

मैं 14 साल की हूं. मेरा बड़ा भाई रात में मेरे अंगों को सहलाता है, गुदगुदी करता है. मैं क्या करूं?

जवाब –

कच्ची उम्र में ऐसी गलती कभी कभी हो जाती है, पर इस से बचना चाहिए. आप भाई से दूर अपनी मम्मी के पास सोया करें. धीरे धीरे आप का भाई सुधर जाएगा. भाई की हरकतें बंद न हों, तो मम्मी को सबकुछ बता दें.

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सरप्राइज गिफ्ट : अवैद्य संबंधों के शक में बीवी की हत्या

19 जून, 2017 की शाम मनोज बेहद खुश था. लेकिन उस के दोस्त अनुज को उस की यह बेवजह की खुशी समझ में नहीं आ रही थी. जब रहा न गया तो अनुज ने पूछ ही लिया, ‘‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना क्यों हो रहा है, कुछ बताएगा भी या यूं ही बकवास करता रहेगा.’’

‘‘बताऊंगा, पर ऐसे नहीं. पहले मिल कर थोड़ा जश्न मनाते हैं. फिर अपनी खुशी का राज जाहिर करूंगा. ये ले पैसे और औफिसर्स चौइस की बोतल, तले हुए काजू, नमकीन और सिगरेट का पैकेट ले आ. सोच ले, आज मैं तुझे अपनी आजादी की पार्टी दे रहा हूं.’’ कह कर उस ने पर्स से 2 हजार रुपए का नोट निकाल कर अनुज को दे दिया.

अनुज की समझ में तो कुछ नहीं आया, लेकिन उस ने मनोज के हाथों से 2 हजार रुपए का नोट ले कर जेब में रखा और शराब के ठेके की ओर चला गया. कुछ देर बाद वह सारा सामान ले आया तो दोनों कमरे में पीने बैठ गए. मनोज ने 2 पैग बनाए और जाम से जाम टकराने के बाद दोनों शराब पीने लगे. जब मनोज पर नशे का सुरूर चढ़ा तो उस ने कहना शुरू किया, ‘‘अनुज, जानते हो मैं आज इतना खुश क्यों हूं.’’

‘‘जब तक तू बताएगा नहीं, तब तक मैं कैसे जानूंगा कि तेरे मन में किस बात को ले कर लड्डू फूट रहे हैं.’’ नशे की झोंक में अनुज उस की ओर देख कर बोला.

‘‘बेटे, आज मैं आजाद हो गया हूं.’’

‘‘पहेलियां न बुझा कर सीधी तरह बता, तेरी इस खुशी का राज क्या है?’’ अनुज ने चौथा पैग पीते हुए उत्सुकता से पूछा.

‘‘मैं ने तेरी भाभी को खुदागंज रवाना कर दिया है. मुझे उस से हमेशा के लिए छुटकारा मिल गया है.’’

मनोज की बात सुन कर अनुज को विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब उस ने पूरी बात बताई तो उसे लगा कि हो न हो मनोज ने कोमल की हत्या कर दी है. अनुज का सारा नशा काफूर हो गया. थोड़ी देर तक वह मनोज की बात सुनता रहा, फिर पीना छोड़ कर उठ खड़ा हुआ और घर में किसी जरूरी काम का बहाना कर के वहां से चला गया.

बाहर आ कर वह कुछ दोस्तों से मिला और मनोज की बात उन्हें बताई. सब ने उसे यही सलाह दी कि इस बात की सूचना पुलिस को दे देनी चाहिए, क्योंकि बाद में वह भी पुलिसिया लफड़े में फंस सकता है. सोचविचार कर उस ने यह सूचना कंझावला थाने की पुलिस को दे दी.

पति द्वारा किसी औरत की हत्या की सूचना मिलते ही कंझावला थाने की पुलिस हरकत में आ गई. जेजे कालोनी सवदा पहुंच कर पुलिस ने मनोज गुजराती को हिरासत में ले लिया. थाने में जब मनोज से पूछताछ शुरू हुई, तब तक उस का नशा कम हो चुका था. पहले तो उस ने एसआई निखिल को बताया कि शराब के नशे में वह यह सब अपने दोस्त पर रौब जमाने के लिए  कह रहा था. लेकिन निखिल का एक करारा थप्पड़ उस के गले पर पड़ा तो उस के होश ठिकाने आ गए.

उस ने बताया कि वह अपनी पत्नी कोमल की हरकतों से बहुत परेशान था. इसलिए उस ने उसे बोंटा पार्क के जंगल में ले जा कर उस की हत्या कर दी है. बोंटा पार्क दिल्ली यूनिवर्सिटी के पास है. कंझावला थाने से वह काफी दूर था. तब तक काफी रात हो चुकी थी, इसलिए अगली सुबह निखिल कांस्टेबल महेश और नरेश को साथ ले कर उत्तरी दिल्ली के मोरिसनगर थाने पहुंचे और वहां की थानाप्रभारी इंसपेक्टर आरती शर्मा को उन के इलाके के बोंटा पार्क में एक लड़की की हत्या किए जाने की सूचना दी.

17 जून, 2017 को कंझावला पुलिस द्वारा मिली इस सूचना को थाना मौरिसनगर के डीडी नंबर 14 ए में दर्ज करवा कर इंसपेक्टर आरती शर्मा ने अतिरिक्त थानाप्रभारी इंसपेक्टर  वीरेंद्र सिंह को इंसपेक्टर राकेश कुमार, एएसआई बिजेंद्र, हैडकांस्टेबल राजकुमार, सुखवीर, कांस्टेबल श्याम सैनी तथा महिला कांस्टेबल मधु को आरोपी मनोज और कंझावला पुलिस के साथ बोंटा पार्क भेजा.

पुलिस टीम पार्क के गेट नंबर 6 से अंदर दाखिल हुई. अंदर जा कर पुलिस कोमल की लाश की तलाश में जुट गई. मनोज ठीक से उस जगह के बारे में नहीं बता पा रहा था, जहां उस ने अपनी पत्नी कोमल की हत्या कर के उस की लाश छिपाई थी. पुलिस की तलाशी 12 घंटे तक जारी रही, लेकिन कोमल की लाश नहीं मिली. रात घिर आई थी, फिर भी तलाशी चलती रही.

रात के करीब 12 बजे मनोज पुलिस टीम को एक छोटी चट्टान के पास ले कर गया, जहां 22-23 साल की एक लड़की की लाश पड़ी थी. वह गुलाबी रंग का टौप और नीले रंग की जींस पहने थी. लाश की छानबीन करते समय इंसपेक्टर वीरेंद्र सिंह ने देखा कि उस के दाहिने हाथ पर कोमल गुदा हुआ था.

आरोपी मनोज ने लाश की ओर इशारा कर के बताया कि यह उस की पत्नी कोमल की लाश है, जिसे उस ने कल शाम को धोखे से यहां ला कर उस की हत्या कर दी थी. लाश की फोटोग्राफी कराने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए सब्जीमंडी मोर्चरी भेज दिया गया, साथ ही कोमल के घर वालों को फोन कर के उस की लाश की शिनाख्त के लिए सब्जी मंडी मोर्चरी बुला लिया गया.

17 जून को कोमल की बड़ी बहन गौरी सब्जी मंडी पहुंची,जहां लाश देखने के बाद उस ने उस की पहचान अपनी छोटी बहन और मनोज गुजराती की पत्नी कोमल के रूप में कर दी. कोमल की लाश की शिनाख्त होने के बाद गौरी की तहरीर पर उसी दिन कोमल की हत्या का मामला उस के पति मनोज गुजराती के खिलाफ भादंवि की धारा 302 के तहत दर्ज कर लिया गया. इस मामले की विवेचना इंसपेक्टर वीरेंद्र सिंह को सौंपी गई. गौरी के बयान तथा मनोज गुजराती के बयानों के बाद 2 साल की लव मैरिज का जो दर्दनाक वाकया सामने आया, वह इस प्रकार था—

कोमल के पिता चमनलाल का परिवार नांगलोई के चंचल पार्क में रहता था. उन के परिवार में पत्नी कमलेश के अलावा 4 बेटियां तथा 2 बेटे थे. इन में कोमल पांचवे नंबर की थी. घर के लोग उसे प्यार से कमली कह कर पुकारते थे. कोमल के बड़े भाई गंगाराम की शादी 8 साल पहले दिव्या से हुई थी. मनोज गुजराती दिव्या का चचेरा भाई था.

मनोज का परिवार कंझावला इलाके के सावदा गांव में रहता था. उस के परिवार में उस के अलावा इस के पिता राजू गुजराती, मां कमलेश तथा एक बहन परवीन थी. घर के बाहरी कमरे में मनोज की परचून की दुकान थी. दुकान अच्छीखासी चलती थी, जिस की वजह से मनोज की जेब हमेशा भरी होती थी. वह शौकीनमिजाज युवक था और हमेशा बनठन कर रहता था. चूंकि दोनों के परिवार आपस में रिश्तेदार थे, इसलिए समय समय पर उन का एकदूसरे के यहां आनाजाना लगा रहता था.

2 साल पहले एक दिन मनोज अपने दोस्तों के साथ मस्ती करने गुरुग्राम के सहारा मौल पहुंचा. वहां उस की नजर एक लड़की पर पड़ी, जो शक्लसूरत से जानीपहचानी लग रही थी. वह कोमल थी. मौडर्न कपड़ों, गहरे मेकअप और फ्लड लाइट की रंगबिरंगी रोशनी में कोमल बहुत ही सुंदर लग रही थी. दरअसल, कोमल वहां एक पब में नौकरी करती थी.

मनोज ने किसी बहाने से कोमल को अपने पास बुलाया तो दोनों ने एकदूसरे को पहचान लिया. बातोंबातों में मनोज ने उस का मोबाइल नंबर ले लिया और जल्द ही उस के घर चंचल पार्क आने का वादा किया. कोमल ने मनोज की खूब आवभगत की और उसे अपने साथ काम करने वाली कुछ सहेलियों से भी मिलवाया.

कोमल के लटकेझटके देख कर मनोज पहली ही नजर में उसे दिल दे बैठा. इधर कोमल भी मनोज के प्रति आकर्षित हो गई. उस दिन मनोज घर लौटा तो उस के दिलोदिमाग में कोमल की मनमोहिनी सूरत बसी हुई थी. वह जल्दी से जल्दी उसे अपनी बना लेना चाहता था.

उस दिन के बाद दोनों एकदूसरे को फोन कर के अपने दिल की बातें शेयर करने लगे. कोमल मनोज को हमेशा मौल में आने वाले हाईफाई लोगों के बारे में तरहतरह के किस्से सुनाती, जो मनोज को बहुत अच्छे लगते. वह कोमल को प्रभावित करने के लिए उसे महंगे तोहफे देने लगा. धीरेधीरे दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा. दोनों के घर वाले इस सब से कब तक अनजान रह सकते थे. उन्हें भी उन के प्यार की जानकारी हो गई.

मनोज और कोमल के घर वाले यों तो रिश्तेदार थे, लेकिन पता नहीं क्यों उन्हें यह रिश्ता मंजूर नहीं था. कोमल के पिता चमनलाल को लगता था कि मनोज उन की बेटी को ज्यादा दिनों तक खुश नहीं रख पाएगा. मनोज सावदा गांव में रहता था, जहां के लोगों का रहनसहन पुराने जमाने जैसा था.

उधर मनोज के घर वालों की सोच भी कुछ ऐसी ही थी. जब मनोज और कोमल ने अपनेअपने घरों में अपनी पसंद जाहिर की तो उन्होंने इसे सिरे से नकार दिया. लेकिन प्यार इन बंदिशों को कहां मानता है. वैसे भी दोनों ही अपने पैरों पर खड़े थे. इसलिए 5 जून, 2015 को कोमल ने अपने मम्मीपापा की मर्जी के खिलाफ जा कर तीसहजारी कोर्ट में मनोज से शादी कर ली. शादी के बाद दोनों रघुबीर नगर में किराए का मकान ले कर रहने लगे.

8-10 महीने तो दोनों ने खूब मौजमस्ती की, लेकिन बाद में मनोज को कोमल का सहारा मौल में काम करना बुरा लगने लगा. उस ने कोमल से यह काम छोड़ देने के लिए कहा, पर वह इस के लिए तैयार नहीं थी. उसे मौल में जा कर परफौरमेंस देना और नएनए लोगों से मिल कर हंसनाबोलना अच्छा लगता था. बात आगे बढ़ी तो दोनों के बीच झगड़े शुरू हो गए. पड़ोसियों ने दोनों को समझाया तो कोमल मनोज के घर जेजे कालोनी, सावदा में रहने को तैयार हो गई.

इस के बाद कोमल अपने पति मनोज के साथ सावदा में जा कर रहने लगी. लेकिन घर छोटा होने के कारण उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. मनोज की एक बहन परवीन थी, जिस से उस की कतई नहीं बनती थी. यह देख कर मनोज ने दूसरी जगह किराए पर एक घर ले लिया और दोनों उसी में रहने लगे. कुछ दिनों तक दोनों सुखचैन से रहे. मनोज की जिंदगी में अचानक भूचाल तब आया, जब एक दिन वह कोमल के सूटकेस में रखी उसकी एलबम देख रहा था. एक फोटो में वह एक लड़के के साथ बहुत खुश दिख रही थी.

मनोज ने कोमल को वह फोटो दिखा कर उस लड़के के बारे में पूछा तो कोमल ने बताया कि यह अमित है और उस के साथ सहारा मौल में नौकरी करता था. अमित महज उस का दोस्त है. लेकिन मनोज को कोमल की बातों पर विश्वास नहीं हुआ. उस ने कोमल के जानकारों से अमित के बारे में पूछा तो पता चला कि शादी से पहले अमित कोमल का बौयफ्रैंड था. मनोज को यह जानकारी मिली तो वह परेशान हो गया. कोमल के बारे में यह जानकारी मिलने के बाद मनोज उस से उखड़ाउखड़ा रहने लगा.

कुछ ही दिनों बाद उन के बीच फिर से झगड़े शुरू हो गए. कोमल ने अपने घर में फोन कर के बताया कि मनोज उस से दहेज लाने के लिए दबाव डालता है और मना करने पर उस के साथ मारपिटाई करता है.

एक महीने बाद कोमल मनोज की मारपिटाई से दुखी हो कर अपनी बड़ी बहन किरण के पास रहने के लिए रघुवीरनगर चली गई. मनोज सावदा स्थित अपने घर में अकेला रह गया. एक दिन उसे पता चला कि कोमल फिर से अपने पुराने बौयफ्रैंड अमित से मिलने लगी है. यह जान कर मनोज को चिंता हुई कि कोमल कहीं उस से किनारा न कर ले. यही सोच कर उस ने कोमल के मोबाइल पर बात करने की कोशिश की. कुछ दिन तो कोमल मनोज के फोन को नजरअंदाज करती रही, लेकिन धीरेधीरे दोनों में बातचीत शुरू हो गई.

एक महीना पहले कोमल ने मनोज को बताया कि वह बहन पर बोझ नहीं बनना चाहती, इसलिए उस ने रघुवीरनगर के ही डी ब्लौक में अपने लिए अलग कमरा ले लिया है, जहां रह कर अब वह फिर से जौब पर जाएगी. घर में बैठेबैठे उस का मन नहीं लगता. दूसरे बिना पैसों के जिंदगी भी नहीं चलती. मनोज को उस की यह बात अच्छी नहीं लगी तो उस ने उस के नौकरी करने का विरोध करते हुए वापस घर लौट आने के लिए कहा. इस पर कोमल ने ऐतराज करते हुए मनोज से कहा कि वह उस के साथ गांव में नहीं रहेगी, क्योंकि वह उस के  साथ गालीगलौच करने के साथ मारपीट करता है. ऐसा जीवन वह नहीं जी सकती.

15 जून, 2017 को मनोज अपनी दुकान छोड़ कर कोमल से मिलने उस के घर पहुंचा. मनोज को आया देख कर उस ने उसे और उस के परिवार वालों को बहुत बुराभला कहा. कोमल की बातों से मनोज को लगा कि वह उस के साथ नहीं रहना चाहती. उसे बहुत गुस्सा आया. घर पहुंच कर वह सोचने लगा कि उस ने कोमल से कोर्टमैरिज की है और वह उस की पत्नी है. अगर वह उस के साथ नहीं रहेगी तो वह भी उसे उस की मनमर्जी से नहीं जीने देगा.

अगले दिन सुबह उस ने एक मोबाइल शौप पर जा कर नया सिम खरीदा और एक मैकेनिक के यहां से क्लच वायर ले आया. उसी सिम से उस ने कोमल से बड़े प्यार से बात की. बातोंबातों में उस ने कोमल को घूमने जाने के लिए राजी कर लिया. उस दिन काफी बारिश हुई थी, जिस से मौसम सुहाना हो गया था.

16 जून को मनोज ने कोमल को फिर फोन कर के मिलने के लिए सीमेंट गोदाम के पास बुलाया. कोमल ने कहा कि वह उस के पास पहुंच जाएगी. 2 बजे मनोज अपनी मोटरसाइकिल से सीमेंट गोदाम के पास पहुंचा तो थोड़ी देर बाद कोमल आ गई. उस ने कोमल को मोटरसाइकिल की पिछली सीट पर बिठाया और रिंगरोड होते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी के बोंटा पार्क जा पहुंचा.

पार्क के गेट पर मोटरसाइकिल खड़ी कर के वह कोमल के साथ अंदर चला गया. कोमल को विश्वास में लेने के लिए वह उस से रोमांटिक बातें कर रहा था. वहां झाडि़यों के पास कई युवा जोड़े प्रेमालाप में मग्न थे. यह देख कर कोमल भी रोमांटिक हो गई. कोमल से प्यारीप्यारी बातें करते हुए मनोज उसे एकांत में ले गया, जहां दोनों एक साफसुथरी चट्टान पर बैठ गए. मनोज ने उसे बांहों में ले कर अपनी गलतियों के लिए माफी मांगी और फिर से ऐसा न करने की कसम खाई तो कोमल खुश हो गई.

जब मनोज को लगा कि मौका एकदम सही है तो उस ने कोमल से कहा, ‘‘तुम अपना मुंह पीछे की तरफ कर लो, मैं तुम्हारे लिए एक सरप्राइज गिफ्ट लाया हूं.’’

कोमल ने खुश हो कर मुंह पीछे की ओर कर लिया. उचित मौका देख कर मनोज ने जेब में रखा क्लच वायर निकाला और कोमल की गर्दन पर लपेट कर कस दिया. कोमल ने मनोज को वायर ढीला करने के लिए कहा, साथ ही बचने के लिए बहुत हाथपैर मारे, जिस की वजह से मनोज के हाथों में खरोंचे भी आ गईं. लेकिन उस ने वायर को ढीला नहीं किया.

कुछ ही पलों में कोमल ने आखिरी हिचकी ली और उस की गर्दन एक ओर लुढ़क गई. कोमल की लाश को परे धकेल कर वह पार्क से बाहर आ गया और अपनी मोटरसाइकिल पर सवार हो कर घर लौट आया. इस के बाद उस ने अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए अपने दोस्त अनुज के साथ शराब की पार्टी की, जहां कोमल की हत्या का राज उस पर जाहिर कर दिया. पूछताछ के बाद पुलिस ने 17 जून, 2017 को मनोज को तीसहजारी कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.

बेहतर सेक्स के लिए महिलाएं जरूर अपनाएं ये 6 टिप्स

पुरुष सेक्स का जितना आनंद हैं, महिलाएं भी सेक्स का उतना ही आनंद लेती हैं. हां, ये बात अलग है महिलाओं का सेक्स को फील करने और उसे एंज्वाय करने का अंदाज अलग होता है. महिलाएं भावनात्क रूप से पहले जुड़ना पसंद करती हैं यानी वे फोरप्ले को अधिक एन्जॉय करती हैं. जैसे पुरुषों को सेक्स में प्रयोग करने में आनंद है, ठीक वैसे ही महिलाओं को भी कई सेक्स पोजीशंस पसंद आती है. फर्क इतना ही कि महिलाएं उन सेक्स पोजीशंस को अधिक पसंद करती हैं जिससे वह जल्दी ही चरमोत्कर्ष तक पहुंच जाती हैं.

अकसर महिलाएं अपने दिल की बात छुपाती हैं और सेक्स को भरपूर एन्जॉय नहीं कर पाती. यदि आप भी सेक्स को एन्जॉय करना चाहती हैं तो इन टिप्‍स को आजमाएं.

किस करें: आपको यदि अपने पुरुष पार्टनर को किस करने का मन है तो आप उसे खुलकर किस करें. पुरुषों को उत्तेजित करने की बेहतरीन चाबी है किस. इससे आपका पार्टनर आपकी भावनाओं को बेहतर तरीके से समझ पाएगा.

बातें करें: पुरुष आमतौर पर स्त्रियों की निजी भावनाओं के प्रति कन्फ्यूज रहते हैं. इसलिए बातें करना जरूरी है. यदि आप अपने पार्टनर से सामने खुलकर बात नहीं कर पाती हैं तो आपको चाहिए कि आप अपने पार्टनर से फोन पर बात करें. फोन पर एरोटिक बातचीत से आपकी झिझक काफी कम होगी.

सेक्स बुरा नहीं: कई बार महिलाओं के मन में सेक्स के प्रति गलत धारणाएं बैठ जाती हैं और वे इस प्रक्रिया को खुलकर एंज्वाय नहीं कर पातीं. इसलिए जरूरी है कि आप कभी सेक्स को गंदा या बुरा ना समझें बल्कि इसे भी लाइफ का महत्वपूर्ण हिस्सा मानें और खुलकर एन्जॉय करें.

सकारात्मक सोचः सेक्स के प्रति सकारात्मक सोच जरूरी है. यदि आपको पार्टनर सेक्स को अधिक प्राथमिकता देता है तो इसे गलत समझने की बजाय पॉजिटिव रूप में लीजिए. पार्टनर की सेक्स में दिलचस्पी अंत में आपके प्रति प्यार में ही बदलने वाली है. यदि आप सेक्स में पार्टनर का साथ देंगी तभी उससे अधिक खुल पाएंगी.

प्रयोग करें: आपको चाहिए कि आप सेक्‍स के लिए नए-नए प्रयोगों को आजमाएं. इससे आपमें आत्मविश्वास बढ़ेगा. ओरल सेक्स या साथ बैठकर कोई इरोटिक फिल्म देखने से परहेज न करें. यह आपकी सेक्स लाइफ में न सिर्फ नयापन लाता है बल्कि आपके बीच सेक्स संबंधी झिझक को खत्म करते हुए नजदीकियों को बढ़ाता है.

निडर बनें: सेक्स लाइफ को एन्जॉय करने के लिए महिलाओं के लिए जरूरी है कि वे मन में शंका ना पालें. ना ही ये सोचें कि उनका पार्टनर उनके बारे में क्या सोचेगा. बल्कि आपको अधिक उत्साह से पार्टनर को खुश करने के प्रयास करने चाहिए. आप अपने पार्टनर को खुलकर प्यार करें. यदि आपका पार्टनर करीब नहीं आता तो आप लगातार एफर्ट करें. निश्चय ही आपको सफलता मिलेगी.

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