लड़की के शादी और सैक्स से जुड़े सवाल और उन के हल

शादी तय होते ही हर लड़की के मन में जहां एक तरफ अनकही खुशी होती है वहीं दूसरी ओर मन में डर भी रहता है कि न जाने नया घर, वहां के रीतिरिवाज, घर के लोग कैसे होंगे? क्या मैं उस माहौल में सहज महसूस कर पाऊंगी? ऐसे तमाम सवालों के साथसाथ एक अहम पहलू यानी सैक्स जीवन को ले कर भी मन में अनगिनत जिज्ञासाएं होती हैं, जिन के बारे में वह हर बात को शेयर करने वाली मां से भी नहीं पूछ पाती है और न ही भाभी या बहन से.

सेक्स संबंधी जिज्ञासाएं एक विवाहयोग्य लड़की के मन में होना आम बात है. इसी विषय पर बात करते हुए 2 महीने पूर्व विवाह के बंधन में बंधी रीमा कहती है कि विवाह तय होते ही मैं ने मां से पूछा कि मां पहली रात के बारे में सोच कर घबराहट हो रही है, क्या होगा जरा बताइए?

तब मां ने झुंझलाते हुए जवाब दिया कि घबराओ नहीं, सब ठीक होगा. जब विवाहित सहेली से पूछा तो उस ने कहा कि संबंध बनाते समय बड़ा दर्द होता है. पर अब अपने अनुभव से कह सकती हूं कि यदि आप मानसिक और शारीरिक रूप से सहज हैं, साथ ही पति का स्नेहपूर्ण स्पर्श है, तो कोई समस्या नहीं आती.

भले आज कितनी ही प्रीमैरिटल काउंसलिंग संस्थाएं खुल गई हों पर जरूरी नहीं कि हर लड़की का परिवार एक बड़ी फीस दे कर अपनी बेटी को वहां भेज सके. मगर सवाल उठता है कि भावी दुलहन अगर मन की जिज्ञासाओं को अपनी मां से नहीं पूछ सकती, भाभी, बहन और सहेली भी उसे ठीक से नहीं बताएंगी और बताएंगी भी तो वे उन के निजी अनुभव होंगे और जरूरी नहीं कि भावी दुलहन के साथ भी वैसा ही हो, ऐसे में वह क्या करे?

हम ने विवाहयोग्य लड़कियों व जिन के विवाह होने वाले हैं, ऐसी कई लड़कियों से उन के मन की जिज्ञासाओं को जाना कि वे मोटेतौर पर मन में किस प्रकार की जिज्ञासाएं रखती हैं. प्रस्तुत हैं, उन की जिज्ञासाएं…

जिज्ञासाएं कैसी-कैसी

हर लड़की के मन में जिज्ञासा उपजती है कि क्या प्रथम मिलन के दौरान रक्तस्राव होना जरूरी है? क्या यही कौमार्य की पहचान है? क्या प्रथम मिलन पर बहुत दर्द होता है? इन के अलावा यदि विवाहपूर्व किसी और से शारीरिक संबंध रहा है तो क्या पति को उस का पता चल जाएगा? क्या माहवारी के दौरान सैक्स किया जा सकता है? क्या रात में 1 से अधिक बार शारीरिक संबंध स्थापित करने पर शरीर में कमजोरी आ जाती है? कौन सा गर्भनिरोधक उपाय अपनाएं ताकि तुरंत गर्भवती न हो? आदि.

इन सभी प्रश्नों के उत्तर देते हुए मदर ऐंड चाइल्ड हैल्थ स्पैशलिस्ट व फैमिली प्लानिंग काउंसलर डा. अनीता सब्बरवाल ने बताया कि प्रथम समागम के समय खून आने का कौमार्य से कोई संबंध नहीं होता. दरअसल, बढ़ती उम्र में खेलकूद या व्यायाम आदि के दौरान भी हाइमन नाम की पतली झिल्ली फट जाती है और लड़कियों को इस का पता भी नहीं चलता. इस के अलावा जो लड़कियां हस्तमैथुन करती हैं उन की झिल्ली भी फट सकती है. अत: विवाहयोग्य लड़कियों को मन से यह बात निकाल देनी चाहिए कि खून न आने से कौमार्य पर प्रश्नचिह्न लग सकता है.

इसी तरह प्रथम मिलन पर दर्द होना भी जरूरी नहीं है. अकसर शर्म और झिझक के कारण लड़कियां सैक्स के दौरान सहज नहीं हो पातीं, जिस के कारण योनि में गीलापन नहीं आ पाता और शुष्कता के कारण दर्द होता है. इसलिए संबंध बनाते समय पति का साथ दें. विवाहपूर्व बने शारीरिक संबंधों के बारे में पति को तब तक पता नहीं चल सकता जब तक पत्नी स्वयं न बताए.

ऐसे ही माहवारी के दौरान सैक्स करने से कोई हानि नहीं होती. फिर भी सैक्स न किया जाए तो अच्छा है, क्योंकि एक तो पत्नी वैसे ही रक्तस्राव, पीएमएस जैसी तकलीफों से गुजर रही होती है, उस पर कई पति ओरल सैक्स पर जोर डालते हैं, जो सही नहीं है.

अधिकांश लड़कियों के मन में यह जिज्ञासा भी बहुत रहती है कि सैक्स अधिक बार करने से कमजोरी आती है. दरअसल, ऐसा नहीं है, पत्नियां पतियों की सैक्स आवश्यकता से अनजान होती हैं. इस कारण उन्हें लगता है कि अधिक बार सैक्स करना हानिकारक होगा, जबकि ऐसा कुछ नहीं है. हां, फैमिली प्लानिंग उपाय के लिए अच्छा होगा कि पत्नी किसी स्त्रीरोग विशेषज्ञा से मिले ताकि वह शादी के बाद तुरंत गर्भवती न हो कर वैवाहिक जीवन का पूर्ण आनंद उठा सके.

ध्यान देने योग्य बातें

–सेक्स संबंधी जानकारी इंटरनैट पर आधीअधूरी मिलती है. अत: उस पर ध्यान न दें.

–फैंटेसी में न जिएं और ध्यान रखें कि हर चीज हर किसी को नहीं मिलती.

–यदि कोई बीमारी है जैसे डायबिटीज, अस्थमा आदि तो उस की जानकारी विवाहपूर्व ही भावी पति को होनी चाहिए. इसी तरह पति को भी कोई बीमारी हो तो उस का पता पत्नी को होना चाहिए.

–मन की यह जिज्ञासा कि ससुराल वाले कैसे होंगे तो ध्यान रखें, हर घर के तौरतरीके अलग होते हैं. जरूरी यह है कि बड़ेबुजुर्गों को सम्मान दें, घर के तौरतरीकों को अपनाने की कोशिश करें तथा अपनी मुसकराहट व काम से सब का दिल जीतें. मन में जितनी भी सेक्स संबंधी जिज्ञासाएं हैं उन्हें किसी अच्छी पत्रिका के सैक्स कौलम के अंतर्गत प्रकाशित होने वाले लेखों को पढ़ कर शांत करें.

–यदि किसी समस्या का समाधान लेखों में न मिले तो उसे किसी पत्रिका के ‘सैक्स कौलम’ में लिख कर भेजें. ऐसे कौलमों की समस्याओं के समाधान योग्य डाक्टरों से पूछ कर ही प्रकाशित किए जाते हैं.

मैं सैक्स के दौरान चरम सुख नहीं ले पाती हूं, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 34 साल की हूं. मैं सैक्स के दौरान चरम पर नहीं पहुंच पाती हूं. इस से मेरा मन बेचैन रहने लगा है. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब

यह महिलाओं में एक आम समस्या है, जिसे दवा से ज्यादा आप खुद ही दूर कर सकती हैं. इस बारे में आप पति से बात करें. सोने से 2-3 घंटे पहले खाना खाएं और हलका भोजन करें. सैक्स के दौरान जल्दबाजी दिखाने से भी यह समस्या होती है. इसलिए बेहतर होगा कि सैक्स से पहले फोरप्ले की प्रक्रिया अपनाएं, जो लंबी हो.

इस मामले में गलती पुरुषों की भी होती है. सैक्स को निबटाने की सोच रखने वाले ऐसे पुरुषों की संख्या ज्यादा है, जो खुद की संतुष्टि को ही ज्यादा तवज्जुह देते हैं और सैक्स के तुरंत बाद करवट बदल कर सो जाते हैं.

बेहतर होगा कि सैक्स से पहले ऐसा माहौल बनाएं जो सैक्स प्रक्रिया को उबाऊ न बना कर प्यारभरा व रोमांचक बनाए. सैक्स से पहले कमरे में मध्यम रोशनी के बीच मधुर आवाज में संगीत चला दें, एकदूसरे से प्यारभरी बातें करें, एकदूसरे के अंगों की तारीफ करें यानी देर तक फोरप्ले करने के बाद ही सैक्स करें. यकीनन ऐसा करने से आप की समस्या दूर हो जाएगी.

सैक्स को रूटीन काम न समझें और इस का भरपूर मजा लें. ज्यादा दिक्कत हो तो माहिर डाक्टर से सलाह लेने में बिलकुल न झिझकें.

मेरा छोटा भाई धौंस जमाने की कोशिश करता है मैं उससे तंग आ गई हूं, क्या करूं?

सवाल

मेरे भाई का व्यवहार और मेरा व्यवहार बेहद अलग है. वह मुझ से एक साल छोटा है और धौंस जमाने की कोशिश करता है. मैं जिस लड़के के साथ रिलेशनशिप में हूं, उसे मेरा भाई बिलकुल पसंद नहीं करता. मुझे उस की पसंदनापसंद से कुछ लेनादेना नहीं है, लेकिन वह मुझे मम्मीपापा को सब बता देने की धमकी देने लगा है. इस के चलते कभी वह मुझ से पैसे मांगता है, तो कभी कालेज के प्रोजैक्ट्स बनवाता है. हम एक ही कालेज में सीनियरजूनियर हैं, इसलिए उसे यह सब पता चल गया. मैं उस से तंग आ गई हूं.

जवाब

आप का भाई आप को तंग कर रहा है तो आप भी उसे तंग करना शुरू कर दीजिए. वह आप की खोजखबर रखता है तो आप भी रखना शुरू कर दीजिए. पहले तो उसे शांति से समझाइए कि वह आप को ब्लैकमेल करना बंद करे, नहीं तो आप उस के दोस्तों के सामने उस की घर की बातें खोलना शुरू कर देंगी. वह बात समझ जाए तो ठीक, नहीं तो कालेज में उस के दोस्तों के सामने आप भी उस के एकदो राज बता दीजिए. वह दोस्तों के सामने झेंप उठेगा और आप को परेशान करना बंद कर देगा. वह आप को घर में धमकी देता है तो आप उसे कालेज में दे दीजिए. आखिर, थोड़ा शातिर तो आप को भी बनना ही होगा.

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मैं तीसरी शादी करना चाहता हूं, क्या यह सही है?

सवाल

मैं 42 वर्षीय पुरुष हूं. पहली पत्नी की कैंसर से मृत्यु हो गई. दूसरा विवाह किया तो पत्नी से बनी नहीं और तलाक हो गया. मेरे मातापिता ने मुझे दूसरे विवाह के लिए मना किया था क्योंकि वह मुझसे 5 वर्ष बड़ी थी और उस का एक बेटा भी था, लेकिन मैं नहीं माना क्योंकि मैं उस के बेटे को अपना कर पिता बनने का सुख पाना चाहता था पर उस के बेटे ने मुझे कभी अपना पिता नहीं माना और पत्नी भी हर बात में बेटे का ही पक्ष लेती थी. इसी बात पर हमारी तूतू मैंमैं हो जाती थी और एक साल के भीतर ही हमारा तलाक हो गया. बहुत अकेला महसूस करता था. जिंदगी जीने का कोई मकसद नहीं रह गया था तो मातापिता की सलाह मानते हुए मैं ने एक बच्चा गोद ले लिया.

अब सब ठीक लगता है. मातापिता घर में बच्चा आने से खुश हैं. मुझे भी पिता बनने का सुख मिल गया. लेकिन पुरुष हूं, एक पार्टनर की कमी खलती है. तीसरी शादी करने की हिम्मत नहीं है. क्या करूं?

जवाब

आप की फीलिंग्स को हम अच्छी तरह सम झ रहे हैं. गृहस्थी का सुख आप को नहीं मिला. पिता बन गए हैं लेकिन पुरुष होने के नाते आप की कुछ शारीरिक जरूरतें भी हैं जिन का आप के जीवन में अभाव है. आप तीसरी शादी करें, इस हक में न तो अब आप के मातापिता हैं और न आप की हिम्मत है.

आप को ऐसे रिलेशनशिप की जरूरत है जहां आप का पार्टनर आप को समझे और आप उसे. आप उस से अपनी फीलिंग्स शेयर कर सकें. मैंटली और फिजिकली आप दोनों एकदूसरे को कंप्लीट कर सकें. आजकल ऐसी बहुत सी वैबसाइट्स हैं जहां आप ही की तरह कई लोग पार्टनर तलाश रहे होते हैं. बहुत सोचसमझ कर देखपरख कर आप डेटिंग करिए.  लेकिन हमारी हिदायत है कि किसी के झांसे में बिलकुल मत आइएगा. ऐसी साइट्स पर धोखेबाज, पैसे लूटने वाले बहुत होते हैं, इसलिए पूरी जांचपड़ताल करने के बाद ही आगे बढ़ें. मातापिता को कुछ बताने की जरूरत नहीं, आप की जिंदगी है. अपनी खुशी कैसे बरकरार रखनी है, यह आप के खुद के हाथ में है.

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मेरे पति को इरैक्शन की प्रौब्लम आ रही है, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 45 वर्षीय नौनवर्किंग, विवाहित महिला हूं. मेरे पति मुझ से 2 वर्ष बड़े हैं. वे अच्छी प्राइवेट जौब में हैं, शारीरिक रूप से बलिष्ठ हैं. उन्हें कोई बीमारी नहीं है. किसी तरह की दवाई का सेवन भी नहीं करते. आजकल उन के साथ इरैक्शन की प्रौब्लम आ रही है. इस से उदास हो जाते हैं. इस का हमारे वैवाहिक जीवन पर असर पड़ रहा है. क्या करूं?

जवाब

सब से पहले जानने की कोशिश करें कि पति को कोई परेशानी तो नहीं है जो वे आप से शेयर नहीं कर रहे. हो सकता है औफिस की कोई प्रौब्लम चल रही हो जो वे आप से छिपा रहे हों.

यदि उपरोक्त बात न हो तो कुछ अपनेआप पर भी ध्यान दें. पति के सामने जरा बनसंवर कर रहें. कुछ सैक्सी कपड़े पहनें और पति से खुल कर जानें कि उन्हें क्या चाहिए. अपने शरीर पर ध्यान दें, उसे आकर्षक बनाएं. रोज सैर पर जाएं. एक्सरसाइज करें और पति को भी करवाएं. गरिष्ठ भोजन के बजाय हैल्दी फूड खाएं.

आप पतिपत्नी साथ बैठ कर रात में अपने कमरे में रोमांटिक फिल्म देखें तो आप की समस्या 90 फीसदी हल हो सकती है. पत्नियों को वैसे भी पतियों को लुभा कर रखना चाहिए. हमारी राय मान कर देखिए. फिर भी, कुछ फर्क नजर न आए तो डाक्टरी परामर्श ले सकती हैं.

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मैं सस्ता सामान बेचता हूं फिर भी ग्राहक कम आते हैं, क्या करूं?

सवाल

लौकडाउन खत्म होने के बाद इसी वर्ष मैं ने जून के महीने में एक दुकान खरीदी थी. मैं अपने आसपास के दुकान वालों से सस्ता सामान बेचता हूं. फिर भी ग्राहक कम आते हैं. क्या करूं?

जवाब

चमकती चीज हर किसी को लुभाती है. इस बात से आप भी वाकिफ होंगे. इसलिए सब से पहले तो अपनी दुकान को आकर्षक बनाएं. दुकान में सामान ऐसा रखा होना चाहिए कि वह भरीभरी लगे और व्यवस्थित भी. एक ग्राहक सिर्फ सामान के लिए नहीं आता, बल्कि उसे ग्राहक वाली इज्जत भी चाहिए होती है. इसलिए ग्राहक का सम्मान करें तथा उन से मीठे बोल बोलिए. आसपास के एरिया में होम डिलीवरी की सुविधा दीजिए.

यदि दुकान पर महिला अपने छोटे बच्चे के साथ आती है तो बच्चे को छोटा सा उपहार टौफी, चौकलेट आदि दे कर खुश करें. समयसमय पर कुछ स्कीम निकालें, जिस से लगे कि आप कुछ अलग कर रहे हैं. और हां, सब से जरूरी बात, धैर्य से काम कीजिए. किसी भी काम को सफलता मिलने में वक्त लगता है.

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मेरा Nephew आस्ट्रेलिया में रहता है, लेकिन उसके Parents भारतीय लड़की से शादी करना चाहते हैं, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 45 वर्षीया वर्किंग वुमन हूं. घर और बाहर अपने काम को ले कर बिजी रहती हूं. आस्ट्रेलिया में मेरे बड़े भाई और भाभी रहते हैं. उन का एक बेटा 23 वर्ष का है. वह अपनी शिक्षा पूरी कर वहीं आस्ट्रेलिया में अच्छी कंपनी में जौब कर रहा है और अच्छा कमा रहा है. भाईभाभी चाहते हैं कि उस की शादी जल्दी करा दें और वह भी भारतीय लड़की से. उन्होंने लड़की ढूंढ़ने का काम मु झे सौंपा है जबकि मैं इस हक में नहीं हूं कि भारतीय लड़की से उस की शादी हो. आस्ट्रेलिया में कई भारतीय हैं और वहीं के परिवेश में पलीबढ़ी लड़की बहू के रूप में उन के लिए सही रहेगी. लेकिन वे अड़े हैं कि नहीं, उन्हें भारतीय लड़की ही चाहिए क्योंकि आस्ट्रेलिया की लड़कियां घरेलू नहीं होतीं, शादी को वे सीरियस नहीं लेतीं. क्या उन का ऐसा सोचना जायज है? मैं उन्हें कैसे समझाऊं?

लड़की आस्ट्रेलिया में पलीबढ़ी हो या पूर्णतया भारतीय हो, शादी के बारे में क्या सोचती है, यह उस की खुद की सोच है. जरूरी नहीं कि भारतीय लड़की ही शादी को ले कर सीरियस और आस्ट्रेलिया में पलीबढ़ी लड़की खुले विचारों की हो और शादी को हलके में लेती हो, इस का उलटा भी हो सकता है .बाकी भविष्य के बारे में कोई कुछ कह नहीं सकते कि कौन सी लड़की आप के घर में बहू बन कर आएगी और वह आप के अनुसार ही चलेगी.

जवाब

आप सही सोच रही हैं कि यदि आस्ट्रेलिया की ही पलीबढ़ी भारतीय परिवार की लड़की से वे अपने बेटे का विवाह करते हैं तो ज्यादा अच्छा रहेगा. लड़की को क्योंकि आस्ट्रेलिया में ही रहना है, उस का मायका भी आस्ट्रेलिया में होगा तो उन से मेलजोल रख सकती है. आप के भाईभाभी का भी रिश्तेदारी का सर्कल बढ़ेगा. भारतीय लड़की होगी तो साल में एक बार तो भारत में अपने मातापिता से मिलने की जिद करेगी ही. बाद में हो सकता है वह आस्ट्रेलिया में रचबस जाए लेकिन शुरू में तो यह दिक्कत आएगी क्योंकि शादी के बाद लड़कियों का मायके से ज्यादा लगाव रहता है.

आप यह बात भाईभाभी को समझाएं. समझते हैं तो ठीक है वरना उन्हें अपने मन की करने दीजिए. दूसरे परिवार के शादीब्याह के मामले में ज्यादा न पड़ें.

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4 साल पहले मैने बौयफ्रेंड के साथ सेक्स किया था, क्या मेरे पति को इस बात का पता चल सकता है?

सवाल

मैं 25 वर्षीय अविवाहित युवती हूं. इसी वर्ष के अंत तक घर वाले मेरी शादी कर देना चाहते हैं. मैं बहुत परेशान हूं, क्योंकि कालेज के दिनों में मेरे बौयफ्रैंड ने मुझे बरगला कर एक बार शारीरिक संबंध बना लिया था. उस के बाद मैं ने उस से सारे संबंध तोड़ लिए. इस बात को 4 साल हो चुके हैं. मैंने सुना है कि सुहागरात को ही पति को ज्ञात हो जाता है कि लड़की का कौमार्य भंग हो चुका है. यदि ऐसा हुआ और पति ने मुझे अपमानित कर के छोड़ दिया तो क्या होगा? इस से तो अच्छा यही होगा कि मैं शादी ही न करूं? पर घर वालों से क्या कहूं कि मैं शादी क्यों नहीं करना चाहती? बड़ी उलझन में हूं. बताएं क्या करूं?

जवाब

अतीत में आप के साथ जो हुआ उसे भूल जाएं. कौमार्य या शील भंग जैसे शब्द आज बेमानी हो गए हैं. आप जब तक अपने मुंह से नहीं कहेंगी आप के भावी पति नहीं जान पाएंगे कि आप का किसी से संबंध बन चुका है. सुनीसुनाई बातों पर ध्यान न दें और भविष्य की सुखद कल्पना करें. सब अच्छा होगा. जरूरी है विवाह के बाद पतिपत्नी का एकदूसरे पर विश्वास हो. रिश्तों को ईमानदारी से निभाएंगे तो कोई समस्या नहीं होगी.

कौलेज लाइफ में रोमांस का तड़का

कालेज की मौजमस्ती जिंदगीभर याद रहती है. वहां बनाए दोस्त, टीचर, घूमनाफिरना सब यादगार लमहों में शामिल होते हैं पर कालेज का रोमांस जिंदगी का ऐसा हिस्सा होता है, जिसे याद कर हर समय रूमानियत महसूस होती है और लगता है कालेज में रोमांस नहीं किया तो क्या किया… कालेज लाइफ के लमहे जीवन के अनमोल लमहे होते हैं. उस दौरान हम कई अलगअलग अनुभवों से गुजरते हैं. एक तरफ दिल धड़कता है तो दूसरी तरफ कैरियर को ले कर टैंशन होती है. वहीं दोस्तों के साथ मस्ती वाले पल गुजरते हैं. इन पलों को अच्छे से जी लेना चाहिए क्योंकि यही वह समय होता है जब हमें पहलीपहली बार प्यार का एहसास होता है. कई बार हम बताने में डरते हैं तो कई बार जल्दबाजी में गड़बड़ भी कर देते हैं. सो, जरूरी है कि अपने क्रश को अपने दिल की बात बताने में देरी न करें, न ही हिचकिचाएं.

उसे अपने दिल का हाल इस तरह बताएं कि वह मान ही जाए. तो आइए जानते हैं कि कालेज में कैसे करें मस्ती. शरीफों वाली इमेज छोड़ें यार अगर मैं ने लड़की से फ्रैंडशिप कर ली और पापा को पता चल गया तो क्या होगा, इस बात पर मम्मी बहुत गुस्सा होंगी, अगर बहन को पता चला तो वह मु झ से बात करना छोड़ देगी. यह सब सोचसोच कर यानी आप की शरीफों वाली इमेज के कारण अगर आप ने कालेज लाइफ नहीं जी तो आप बाद में बहुत पछताएंगे. ये दिन वापस लौट कर नहीं आने वाले. इसलिए अपनी सीधेपन वाली इमेज को छोड़ कर अपने बाकी फ्रैंड्स की तरह मस्ती करने में पीछे न रहें.

लड़की से दोस्ती करने में हिचकिचाएं नहीं. दोस्ती करते समय आप की पर्सनैलिटी काफी बोल्ड व अच्छी होनी चाहिए ताकि लड़की को आप में कोई बात नजर आए. वह यह न सोचे कि यार, यह तो अभी ही इतना डरपोक है, आगे दोस्ती कैसे निभाएगा, सो, इस से दूर रहने में ही भलाई है. प्रपोज करने में देरी न करें यार, वह क्या सोचेगी, कहीं बुरा न मान जाए या फिर मन के डर के कारण अगर आप ने अपने क्रश को प्रपोज करने में काफी समय लगा दिया तो हो सकता है कि आप की वाली किसी और की हो जाए क्योंकि आप का जिस पर क्रश है, हो सकता है उसे भी किसी पर क्रश हो जाए. ऐसे में बहुत ही ‘जैंटल वे’ में लड़की को प्रपोज करें. उस से बोलें, ‘मु झे तुम्हारी मासूमियत बहुत पसंद है, तुम्हारी स्माइल पर मैं फिदा हो गया हूं. क्या तुम मु झ से दोस्ती करोगी.’ अगर लड़की की भी हां हुई तो आप के मजे आ जाएंगे. फिर तो कालेज लाइफ को जीने का जो मजा आएगा उस की बात ही अलग होगी. लेकिन अगर वह इस दोस्ती के लिए न करे तो जबरदस्ती न करें और उसे सोचने के लिए थोड़ा समय दें.

हो सकता है कि धीरेधीरे उसे भी आप पसंद आने लगें. एकदूसरे के साथ खूबसूरत समय बिताएं अगर आप स्कूल की तरह कालेज में भी किताबी कीड़ा बन कर रहेंगे तो लाइफ को खुल कर एंजौय नहीं कर पाएंगे. इसलिए खुल कर जिएं इन दिनों को. अगर आप ने कालेज में गर्लफ्रैंड नहीं बनाई तो जिंदगी फीकीफीकी सी लगेगी. इसलिए गर्लफ्रैंड बनाएं क्योंकि इस में कोई बुराई नहीं है और जब साथ में खूबसूरत लड़की का साथ होता है तो उस की बात ही अलग होती है. अगर पहलीपहली बार गर्लफ्रैंड बनाई है तो उस के साथ खूबसूरत समय बिताएं. उसे कहीं आउटिंग पर ले कर जाएं, उस की पसंद का फूड और्डर करें. कहीं शांत जगह पर एकदूसरे को जानने की कोशिश करें, जिस से दोस्ती और गहरी हो सके. जब एकदूसरे को जानते हैं तो रिश्ता और गहरा बनता है. बस, दिल से किसी बात को न लगाएं

और खुल कर इस टाइम को एंजौय करें. बोरिंग बन कर न रहें फ्रैंड्स के कहने पर कालेज में गर्लफ्रैंड तो पटा ली लेकिन उस के साथ इतने बोरिंग बने रहे कि उसे ही आप से दोस्ती करने में पछतावा होने लगे और वह मौका पा कर आप से छुटकारा पाने के लिए सोचने लगे. इसलिए आप जब गर्लफ्रैंड बनाएं तो आप को अपना बोरिंग व्यवहार छोड़ना पड़ेगा. उस के साथ रोमांटिक बातें करें. अगर दोस्ती थोड़ी गहरी हो गई है तो पार्टनर की मरजी से ‘किस’ करने का मौका भी न छोड़ें. उसे जब घुमाने ले जाएं तो हाथ में हाथ डाल कर उस के साथ रोमांटिक बातें करें. अपनी भी सुनाएं और उस के मन की भी सुनें. इस से रिश्ते में बोरियत नहीं रहेगी और यह दोस्ती दिल को एक सुकूनभरा एहसास देने का काम करेगी. सरप्राइज से स्पैशल फील करवाएं हर लड़की को सरप्राइज अच्छे लगते हैं लेकिन अगर गर्लफ्रैंड होने के नाते वह ही आप को हमेशा सरप्राइज देती रहेगी तो उसे भी आप के साथ अच्छा फील नहीं होगा. इसलिए अपनी इस दोस्ती को स्पैशल बनाने के लिए कभी उसे लंच डेट पर ले जा कर सरप्राइज दें तो कभी उसे छोटी ही सही लेकिन शौपिंग करवा कर उस को आप से प्यार करने पर मजबूर कर दें. लड़कियां शौपिंग की दीवानी होती हैं, कोई भी उन की इस इच्छा को पूरा कर देता है तो वे उस की हो कर रह जाती हैं. फिर तो आप उस के लिए काफी खास हैं. यकीन मानिए जब आप उसे उस के फेवरेट रैस्तरां में लंच करवाने के साथसाथ शौपिंग करवा देंगे तो वह आप को हग किए बिना नहीं रह पाएगी.

इसलिए इस दोस्ती को फीकाफीका रखने के बजाय पार्टनर को सरप्राइज दे कर स्पैशल बनाएं. दोस्त की मदद लें अगर आप को पहलीपहली बार प्यार हुआ है, पहलीपहली बार आप इस तरह के रिलेशन में बंधे हैं, पहलीपहली बार कुछ खास एहसास हुआ है और आप को कुछ सम झ नहीं आ रहा कि कैसे अपनी पार्टनर को खुश रखें, उस के लिए क्या कुछ स्पैशल प्लान करूं, उसे कहां घुमाने ले जाऊं तो इस के लिए अपने दूसरे दोस्त की मदद लें. वह आप को अच्छे से गाइड करने के साथसाथ आप को कुछ हैल्पफुल टिप्स देगा. जिस से आप को अपने इस रिलेशन को आगे बढ़ाने में आसानी होगी. न करें यह गलती कालेज का क्रश हो या फिर कालेज का प्यार, अकसर कालेज की तरह ही शौर्ट टर्म होता है. इसलिए इस में एक बार दोस्ती होने पर जोश में आ कर होश न खोएं. पार्टनर के साथ रोमांस, मीठेमीठे पल जरूर बिताएं. लेकिन जितना हो सके, संबंध बनाने से बचें और अगर दोस्ती काफी गहरी हो गई है और रिलेशन बनाना भी चाहते हैं तो अनसेफ सैक्स करने से बचें. वरना बाद में पछताने के सिवा कुछ नहीं बचेगा.

मैं इन दिनों बहुत अकेला महसूस करता हूं किसी से भी बात करने का मन नहीं करता, क्या करूं?

सवाल

मेरी उम्र 21 साल है, कालेज के थर्ड ईयर में हूं. मेरी अपने दोस्तों से बातचीत अब लगभग खत्म हो चुकी है. मेरा सोशल मीडिया से भी मन ऊब चुका है. पढ़ना चाहता हूं तो किताबों में मन नहीं लगता. किसी दोस्त से बात करना भी चाहता हूं तो सब इतनी ऊपरी बातें करते हैं कि लगता है आखिर बात शुरू ही क्यों की थी. मम्मीपापा या छोटी बहन के साथ बैठता हूं तो उन्हें फोन से सिर उठा कर बात करने का मन नहीं होता. मम्मी अपनी सहेलियों से ब्यूटी टिप्स लेनेदेने में लगी रहती हैं और पापा राजनीतिक बहसों में, बहन को तसवीरें पोस्ट करने से फुरसत नहीं है. इतना अकेलापन महसूस होने लगा है कि समझ नहीं आता, इस से छुटकारा कैसे मिलेगा.

जवाब

इंग्लिश में एक बात कहते हैं कि ‘इट्स औल इन योर हैड’ यानी जो है आप के दिमाग में है. कोई बात नहीं कर रहा है और आप को समय नहीं दे रहा है तो आप कुछ नहीं कर सकते. लेकिन आप अपना मूड जरूर ठीक कर सकते हैं. अकेले रहने में कोई बुराई नहीं है. यह प्रोडक्टिव रहने का सब से अच्छा समय है. बुक नहीं पढ़ी जा रही तो वैब सीरीज देखिए, कोई फिल्म देख लीजिए. खुद की कंपनी एंजौय कीजिए. अपना मन नैगेटिव चीजों से हटाएंगे तभी पौजिटिव चीजें देख पाएंगे. छोटे पैराग्राफ या कविता आदि पढ़ेंगे तो किताबें पढ़ने में भी मन लगेगा. आप का थर्ड ईयर है और यह समय कैरियर के बारे में सोचने का है. इस समय को लोगों में गलतियां छांटने या समय गंवाने की जगह खुद पर और अपनी पढ़ाई पर इन्वैस्ट कीजिए.

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