शर्लिन चोपड़ा को साड़ी में देख भड़के लोग, उर्फी से तुलना करते हुए कही ये बात

बॉलीवुड इंडस्ट्री की बोल्ड एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा एक बार फिर अपने बोल्ड अवतार में लोगो के सामने आई है. जिसे लेकर इन दिनों वह सुर्खियों में बनी हुई है. शर्लिन अक्सर ही अपने बोल्ड लुक को लेकर लोगों का निशाना बनती नजर आई है. ऐसा ही हाल में शर्लीन चोपड़ा ने साड़ी में बोल्ड लुक दिखाया है जिसे देख लोग उन्हे ट्रोल कर रहे है.

आपको बता दें, कि मुबंई की सड़को पर शर्लिन चोपड़ा सबके सामने नजर आई है जहां पैपराजी ने उन्हे घेर लिया और जमकर फोटोज खींचे. शर्लीन चोपड़ा ने ग्रीन रंग की साड़ी कैरी की हुई है.जिसे देख लोगों के होश उड़ गए है. अदाकारा की ऐसी तस्वीरें देख लोग उन्हे सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल कर रहे है. उनकी ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है जिसे देख लोगों का खून खोल उठा है कई लोग उनके स्पोर्ट में बोल रहे है तो कई उनको भद्दे कमेंट्स कर रहे है.

 

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अदाकारा शर्लिन चोपड़ा की ये तस्वीरें देखने के बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर कमेंट कर उन्हें ‘वाहियात’ बताया है. जबकि कुछ लोग उन्हें ‘बेहूदा’ कहते दिखे. बोल्डनेस के मामले में अदाकारा उर्फी जावेद भी किसी से पीछे नहीं हैं. इसी वजह से वो अक्सर ट्रोल होती रहती हैं. मगर एक्ट्रेस की ये तस्वीरें देखने के बाद लोग उनकी तुलना उर्फी जावेद से करने लगे. शर्लिन चोपड़ा की इन तस्वीरों पर लोग कमेंट कर रहे हैं. एक यूजर ने तो कमेंट कर यहां तक लिख दिया कि इससे तो उर्फी जावेद ही अच्छी है. अदाकारा शर्लिन चोपड़ा के हेटर्स यहीं नहीं रुके. कई लोगों ने कमेंट कर उनके ड्रेसिंग स्टाइल और लुक को ‘भद्दा’ तक बता दिया है.

 

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दरअसल, सामने आईं तस्वीरों में अदाकारा साड़ी के पल्लू को साइड में टिकाए हुए थीं. जिसे देखकर लोग उन्हें बुरी तरह से ट्रोल करते दिखे.शर्लीन चोपड़ा की इंस्टाग्राम पर अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है उनके इंस्टाग्राम पर 8.8 मिलयन फॉलोअर्स है.

वश फिल्म : ‘‘प्रतिभा को दबाया नहीं जा सकता..’’ – विवेक जेटली

सोनीपत,हरियाणा निवासी और बैंकर पिता के बेटे विवेक जेटली हाई स्कूल की पढ़ाई के बाद ही थिएटर से जुड़ गए थे.पर फिर उन्होने मास कम्यूनीकेषन में मास्टर की डिग्री हासिल की.कुछ माह एक टीवी न्यूज चैनल में एंकरिंग भी की. पर अभिनय जगत में कुछ कारनामा करने के मकसद से उन्होेने टीवी न्यूज चैनल को अलविदा कह माॅडलिग से जुड़ गए.इंटरनेषनल माॅडल बनने के बाद कई म्यूजिक वीडियो किए.अब 21 जुलाई को प्रदर्षित फिल्म ‘‘वष’’ में वह हीरो बनकर आए हैं.

प्रस्तुत है विवेक जेटली से हुई बातचीत के अंष..मास कम्यूनीकेषन में मास्टर की डिग्री हासिल करने के बाद अभिनय की तरफ मुड़ने की कोई खास वजह?

– मैं सोनीपत,हरियाणा का रहने वाला हॅॅंू.पर मेरे पिता जी पंजाब नेषनल बैंक में थे.हर तीन वर्ष बाद उनका तबादला होता रहता था तो हम सोनीपत से करनाल, चंडीगढ़ व दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई षहरों में रहे.घर वालों की मर्जी के लिए मैने मास कम्यूनीकेषन में मास्टर की डिग्री हासिल की.जबकि जब मैं ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ रहा था,तब अचानक मेरी मुलाकात अभिनेता अनुज षर्मा से हुई थी.जिनसे प्रेरित होकर मैं थिएटर से भी जुड़ गया था.

तो मेरी पढ़ाई और थिएटर साथ साथ चल रहा था.अब अनुज षर्मा मेरे बड़े भाई की तरह हैं.अनुज षर्मा ने ही मेरे अभिनय की षुरूआत करवायी.उन्होने ही सिखाया कि अभिनय क्या है.अनुज जी खुद ही बहुत बड़े कलाकार हैं.उन्होने कई जटिल किरदार निभाए हैं.मैने उनके साथ तकरीबन पचास से अधिक स्ट्ीट प्ले किए.मास कम्यूनीकेषन की पढ़ाई पूरी करने के बाद मैने जीन्यूज में तीन माह का इंटर्न षिप की.पर वहां मन नही लगा.तब मैं अभिनय की तरफ मुड़ गया.

मुझे अहसास हुआ कि ईष्वर ने मेरे अंदर अभिनय की चीजें दी हैं,पर मुझे उन्हंे पाॅलिष करने की जरुरत है.इस बीच मैंने टीवी चैनल पर एंकर के रूप में काम करना षुरू किया.‘होमषापिंग’ चैनल पर एंकरिंग की.फिर वायस ओवर करने लगा.उसके बाद पिं्रंट माॅडलिंग की.कुछ एड फिल्में की.उसके बाद मुझे लगा कि अब मुंबई जाकर फिल्मी दुनिया’ के समुद्र में गोतेलगाना चाहिए.इसलिए मंुबई आ गया.पर मैने तय कर रखा था कि मुझे टीवी नही करना है.मैने माॅडलिंग में काफी नाम कमाया.

मुंबई पहुॅचने के बाद संघर्ष करना पड़ा या आसानी से काम मिलने लगा?

-अनुज भइया पहले से बाॅलीवुड में सक्रिय हैं,तो मुझे उनके माध्यम से यह बात संभल में आयी कि इस इंडस्ट्ी की कार्यषैली क्या है? यहां काम कैसे होता है? एक कलाकार को काम कहां से मिलेगा? जबकि तमाम लोगों को तो राह पता ही नही होती है.अब तो हाईटेक जमाना है.मैने अनुज भइया से समझकर प्रोडक्षन हाउस के चक्कर लगाए.मैने आॅडीषन दिए.इस तरह अनुज भइया से काफी मदद मिली.मुझे पता था कि इस इंडस्ट्ी में मेरे बाप दादा नही है,तो मुझे सब कुछ अपनी प्रतिभा के बल पर ही पाना है.इसलिए मैने अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए काफी मेंहनत की.

जब आप सुनने की क्षमता रखते हैं तो आप सीखने की भी क्षमता रखते हैं.जो इंसान सीखना चाहता है,उस तो पगडंडी मिलना तय है.उसका बेहतर कलाकार वह बनना तय है.तो मेरा प्रयास खुद को बेहतरीन कलाकार बनाने का ही रहता है. मैने सीखा कि यहां पर पैषन/धैर्य बहुत जरुरी है.मैने संमय रखा और अब ‘वष’ में हीरो बनकर आया हॅूं.

फिल्म ‘‘वष’’ से जुड़ना कैसे हुआ?

-यह फिल्म मेरी तकदीर में लिखी हुई थी.मैं अंतरराष्ट्ीय स्तर का माॅडल हूं.मैने कुछ म्यूजिक वीडियो में भी अभिनय किया है.मैं मालदीव में एक गाने की षूटिंग करके मंुबई वापस आया था और आस्ट्ेलिया जाने की तैयारी कर रहा था.तभी फिल्म के गीतकार अजय गर्ग के कहने पर आॅडीषन देने चला गया.क्योकि मुझे फिल्म में हीरो दिखना था.जब मैं आॅडीषन देने गया तो निर्देषक जगमीत समुद्री ,अजय गर्ग, कैमरामैन मनोज षाॅ से मिला.टभ्म पसंद आयी.मैने महसूस किया कि यह लोग तो ए ग्रेड की बेहतरीन फिल्म बनाने वाले हैं.तो मैं आॅडीषन देकर वापस आ गया.पर सभी को मेरा आॅडीषन इतना पसंद आया कि उन्हेोने मुझे पेरलल लीड की बजाय मेन लीड में लेने की बात सोचकर दूसरे दिन पुनः आॅडीषन के लिए बुलाया.मंैने आॅडीषन दिया और मेरा चयन मेनलीड के तौर पर हो गया.

आपके अनुसार फिल्म ‘‘वष’’ क्या है?

-यॅूं तो आप भी जानते है कि ‘वष’ का षब्दिक अर्थ किसी को अपने वष में कर लेना होता है.इस फिल्म में भी ऐसा ही कुछ है.मैं निजी जीवन में स्प्रिच्युअल इंसान हॅूं.ईष्वर में यकीन करता हॅूं.जब ख्ुादा है,जब रब है,तो स्वाभाविक तौर पर बुरी ताकतंे भी हैं.वष में आज की युवा पीढ़ी अपनी जड़ों से,अपने कल्चर,अपने ट्ेडीषन से दूर जा चुकी है.जबकि फिल्म ‘वष’ सभी को उनकी अपनी जड़ांे व कल्चर से जोड़ती है.जो कहती है कि ऐसा भी होता है.अन्यथा जब तक हम अनुभव नहीं करते,तब तक यकीन नहीं करते.हम अक्सर सुनते हैं कि रात में बाबा आया और डरा दिया.मैं यकीन से नही कहता कि ऐसा कुछ होता हे या नहीं.लेकिन हमारी जड़ें कहती हंै कि अगर भगवान है,तो षैतान भी है.तो फिल्म ‘वष’में भगवान व षैतान दोनों की बात की गयी है.पर इस फिल्म में किसकी जीत होती है,यह तो फिल्म देखने पर ही पता चलेगा.

आपको नही लगता कि ‘वष’ जैसी फिल्में अंधविष्वास को बढ़ावा देती हैं?

-देखिए,विष्वास व अंधविष्वास के बीच एक बहुत बारीक रेखा है.लेकिन यह कहना गलत होगा कि हमारी फिल्म ‘वष’ में अंधविष्वास को बढ़ावा दिया गया है.इस फिल्म में जो कुछ दिखाया गया है,उस पर निर्देषक ने बाकायदा रिसर्च किया है.इस फिल्म में जो कुछ दिखाया गया है,उसे निर्देषक ने स्वयं देखा है और पढ़ा है.फिल्म देखकर आप यह नही कहेंगे कि यह तो कुछ भी दिखा रहे हैं.इस फिल्म में उसे ही दिखाया गया है, जिसे आप हर धर्म की किताब में पढ़ सकते हैं.

अपने किरदार को किस तरह से परिभाषित करेंगें?

-फिल्म ‘वष’ में मेेरे किरदार का नाम रक्षित है.बहुत साधारण व षरीफ लड़का है.लंदन में पढ़ा बढ़ा है और विवाह करने के लिए हिमाचल प्रदेष,भारत आया है.वह अपने प्यार को पाने और परिवार के लिए कुछ भी कर सकता है.मगर षादी से पहले ही उसके साथ कुछ ऐसी चीजें होती हैं,जो कि उसको सोचने पर मजबूर करती हैं.

कहानी में एक पात्र के तौर पर कई सौ वर्ष पेड़ है.उसके बारे में क्या बताना पसंद करेंगें?

-इस बारे में मैं ज्यादा कुछ नही बता सकता.मगर हमारी फिल्म हिमाचल के जिन घने जंगलों में फिल्मायी गयी है,वहां आप षाम को पांच छह बजे के बाद जा नही सकते.वहां पर जंगली जानवर हैं.अजगर हैं.वहीं पर हमने पूरे 12 दिन क्लायमेक्स फिल्माया.आप जिस पेड़ की बात कर रहे हैं,वह हमारी कहानी का अहम हिस्सा है.हमने जंगल में 12 दिन की षूटिंग के दौरान किसी भी पषु को नुकसान नही पहुंचा.

क्या ओटीटी पर जिस तरह की सामग्री आ रही है,उससे समाज को नुकसान है?

-देखिए,ऐसा नही कह सकते.ओटीटी पर काफी अच्छा कंटेंट आ रहा है.मैं मानता हॅूं कि कुछ कंटेंट नही बनना चाहिए.छोटे छोटे बच्चों को भी वह एक्सपोजर मिल रहा है,जो नही मिलना चाहिए.तो यहां पर पैरेंटिंग बहुत मायने रखता है. हर माता पिता को इस बात पर निगाह रखनी चाहिए कि उसके बच्चे क्या देख रहे हैं.हर बच्चे को उसकी उम्र के अनुसार कंटेंट देखने की अनुमति दी जानी चाहिए.मैं मानता हॅंू कि यदि आपके अंदर प्रतिभा है,तो आप अच्छा कंटेंट बनाकर फेषबुक या इंस्टाग्राम पर डालकर फिल्मकार की नजरों में आ सकते हैं.पर ऐसा करते समय यह भी देखना चाहिए कि आप कौन सा कंटेंट बना रहे हो.क्योंकि सोषल मीडिया पर छोटे बच्चे भी देखते हैं.वैसे हर कंटेंट के अपने फायदे व अपने नुकसान है.हर इंसान बड़ा बनना चाहता है.इस प्रोसेस में कुछ चीजें भी आती हैं,जिनसे नुकसान भी होता है.इसी वजह से कुछ लोग आत्महत्या कर लेते हैं.तो कहीं न कहीं क्रिएटर और माता पिता को भी अंकुष रखना चाहिए.

सोषल मीडिया के चलते प्रतिभा को नुकसान हो रहा है.इंस्टाग्राम के फालोवअर्स की संख्या बल पर कलाकार को फिल्मों में काम मिल रहा है?

-षायद ऐसा हो रहा हो.लेकिन हीरा अपनी चमक तो विखेर ही देगा.जिनके फालोवअर्स ज्यादा हैं,उन्हे षायद जल्दी अवसर मिल जाए.पर निर्देषक व दर्षक तो उनकी प्रतिभा ,उनकी काबीलियत का आकलन करेंगे ही.पर देर सबेर जब भी प्रतिभा को अवसर मिलेगा,वह अपना जलवा दिखाकर ही रहेगा.

आपके षौक क्या हैं?

-किताबें पढ़ने का षौक है.मैं स्प्रिच्युअल किताबें ज्यादा पढ़ता हॅूं.मुझे लिखने का षौक है.मैं षायरी भी लिखता हॅूं.मैं तो कहता हॅूं कि मैने इष्क में पीएचडी किया है.मैने इष्क पर बहुत लिखा है.जिंदगी पर काफी लिखा है.यात्राएं करने का षौक है.

ब्रेस्ट कैंसर से उबरी छवी मित्तल, 42 की उम्र में ऐसे उड़ाएं सबके होश

एक्ट्रेस छवी मित्तल इन दिनों बैंकॉग और फुकेत में टाइम स्पैंड कर रही है, हाल ही में छवी मित्तल को ब्रेस्ट कैंसर हुआ था, जिसके बाद उनकी ये पहली झलक है जो कि सोशल मीडिया पर नजर आई है उन्हे देखकर इस बात को अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि हाल फिलहाल में कैंसर से उबरी है उनका जबरदस्त ट्रांसफॉर्मेशन देख फैंस के होश उड़ गए है.

 

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आपको बता दें, कि छवी मित्तल पिछले कुछ दिनों में अपनी जर्नी की झलक दिखाते हुए कई तस्वीरें और वीडियोज शेयर किए. रंग-बिरंगी बिकिनी में सब उन्हें देखकर दंग रह गए. एक पोस्ट में छवि ने लिखा, ‘जब आपकी वेकेशन पहले वाली वेकेशन से अच्छी हो, मतलब आप जिंदगी जी रहे हैं. कोई शिकायत नहीं है, अब जिम में हिट करने का एक और लक्ष्य है. मैं बैंकॉक गई थी, आप छुट्टियों के मौसम में कहां छुट्टियां मना रहे हैं?’

 

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एक दूसरे वीडियो में छवी मित्तल को बिकिनी में अपनी टोन्ड बॉडी फ्लॉन्ट करते हुए देखा जा सकता है. उन्हों अपनी छुट्टी खास तरह से एंजॉय की. 42 की उम्र में उन्हें समंदर में करतब दिखाते भी देखा जा सकता है. छवि ने अपने फॉलोअर्स के साथ एक ब्यूटी टिप के बारे में भी शेयर किया, जिसे वो वर्षों से फॉलो कर रही हैं. उन्होंने कभी भी सनस्क्रीन न लगाने और इसके बजाय नारियल का तेल लगाने के बारे में लिखा. उन्होंने लिखा, ‘मैंने पिछले 30 सालों में सनस्क्रीन का इस्तेमाल नहीं किया है. केवल नारियल का तेल!’ इसके साथ कई यूजर्स ने सनस्क्रीन के बजाय नारियल तेल का उपयोग करने के फायदे और नुकसान शेयर किए.

 

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छवी ने अपने रिसॉर्ट से लुभावने सीन की एक झलक दिखाई है. ब्रेस्ट कैंसर से बचने के बाद कई फैंस छवि के फिट लुक से हैरान हैं. कई लोगों ने इस बात की भी सराहना की कि कैसे उन्होंने अपने डाउन फेज को गले लगाया और इसे छुपाया नहीं. एक यूजर ने लिखा, ‘आप एक प्रेरणा हैं, मैं घुटने की समस्या से जूझ रहा हूं, लेकिन एक बार इससे उबरने के बाद मैं आपकी तरह फिट और स्वस्थ बनना चाहता हूं.’ एक ने लिखा, ‘माई गॉड, देखो उसको 2 बच्चों की मां, अविश्वसनीय फिटनेस.’

वर्मा मलिक : दो सरनेम वाला एक शानदार गीतकार

आप ने ‘राष्ट्रीय गान’ के बारे में तो खूब सुना होगा, पर अगर आप से ‘बरात गान’ के बारे में पूछा जाए कि वह कौन सा गाना है, जो हर बरात में जरूर बजता है, तो यकीनन आप सिर खुजाते हुए कहेंगे कि गाने तो बहुत से हैं, लेकिन शायद ही ऐसी कोई बरात होगी, जिस में ‘आज मेरे यार की शादी है…’ गाना न बजा हो. बराती फरमाइश कर के बैंड वालों से इस गाने की धुन बजवाते हैं और फिर जम कर नाचते हैं.

इस ‘बरात गान’ को लिखा किस ने था? यह हमारा दूसरा सवाल है. दरअसल, आज हम आप को ऐसी शख्सीयत से मिलवा रहे हैं, जिन के 2 गाने हर शादीब्याह में जरूर बजते हैं. पहला गाना फिल्म ‘आदमी सड़क का’ से ‘आज मेरे यार की शादी…’ है और दूसरा गाना फिल्म ‘जानी दुश्मन’ से ‘चलो रे डोली उठाओ कहार’ है. गीतकार का नाम है वर्मा मलिक. पर यह अजीब सा उन का असली नाम नहीं है.

वर्मा मलिक 13 अप्रैल, 1925 को भारत के उस फिरोजपुर हिस्से में जनमे थे जो आज का पाकिस्तान है. इन के मांबाप ने नाम रखा था बरकत राय. और इस पूत के पांव पालने में ही दिखने लगे थे, क्योंकि इन्होंने छोटी सी उम्र में ही कविताएं लिखनी शुरू कर दी थीं.

चूंकि तब भारत आजादी की लड़ाई लड़ रहा था तो बरकत राय कांग्रेस के सदस्य बन गए थे. स्कूल में पढ़ाई के दिनों वे अंगरेजों के खिलाफ कांग्रेस के जलसों और सभाओं में देशभक्ति के गीत गाते थे. इस दौरान उन्हें जेल भी हुई थी, लेकिन उम्र कम होने की वजह से वे रिहा कर दिए गए थे.

साल 1947 में जब भारत 2 हिस्सों में बंटा तो बरकत राय दंगों के दौरान जख्मी भी हुए थे और अपने परिवार के साथ जान बचा कर किसी तरह दिल्ली पहुंचे थे. दिल्ली में संगीतकार हंसराज बहल के भाई बरकत राय के काफी नजदीकी दोस्त थे. उन्होंने ही बरकत राय को मुंबई जाने की सलाह दी थी.

बरकत राय ने इस सलाह पर अमल किया और उन्हें फिल्मों में पहला मौका संगीतकार हंसराज बहल ने पंजाबी फिल्म ‘चकोरी’ में दिया था. जब बरकत राय का नाम पंजाबी फिल्मों में चमकने लगा तो उन्होंने कुछ दोस्तों की सलाह पर अपना नाम बरकत राय से बदल कर वर्मा मलिक रख लिया था.

वर्मा मलिक ने तकरीबन 40 पंजाबी फिल्मों में गीत और 3 फिल्मों में संवाद लिखे थे. उन्होंने कुछ फिल्मों का डायरैक्शन भी किया था. पर 60 के दशक में पंजाबी फिल्में बननी कम हो गईं तो वर्मा मलिक को काम मिलना बंद हो गया था.

मनोज कुमार का उपकार

बेरोजगारी के दिनों में जब वर्मा मलिक मनोज कुमार से मिले, तब मनोज कुमार ने अपनी फिल्म ‘उपकार’ के लिए उन से एक गाना ‘एक तारा बोले…’ लिखवाया, पर पूरी फिल्म में उस गाने की सिचुएशन नहीं बन पाई तो वे उसे इस्तेमाल नहीं कर पाए, पर उन्होंने उस गाने को संभाल कर रख लिया था.

इस के बाद मनोज कुमार ने फिल्म ‘यादगार’ बनाई, तो उन्होंने इस गाने को कुछ बदलाव के बाद फिल्म में इस्तेमाल किया. ‘बातें लंबी मतलब गोल, खोल न दे कहीं सब की पोल, तो फिर उस के बाद इकतारा बोले तुनतुन…’ नामक यह गीत सुपरहिट साबित हुआ.

इस कामयाबी के बाद वर्मा मलिक ने भी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और एक के बाद एक उन की कई फिल्मों के गाने सुपरहिट हुए. ‘पहचान’, ‘बेईमान’, ‘अनहोनी’, ‘धर्मा’, ‘कसौटी’, ‘विक्टोरिया नंबर 203’, ‘नागिन’, ‘चोरी मेरा काम’, ‘हमतुम और वो’, ‘जानी दुश्मन’, ‘शक’, ‘दो उस्ताद’, ‘कर्तव्य’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘संतान’, ‘बेरहम’, ‘हुकूमत’, ‘एक से बढ़ कर एक’ जैसी कई फिल्मों में वर्मा मलिक ने हिट गाने लिखे.

वर्मा मलिक को 2 बार ‘फिल्मफेयर अवार्ड’ मिला था. पहली बार फिल्म ‘पहचान’ के गीत ‘सब से बड़ा नादान वही हैं…’ के लिए और फिर फिल्म ‘बेईमान’ के गीत ‘जय बोलो बेईमान की…’ के लिए.

वर्मा मलिक ने अपने फिल्मी कैरियर में शंकरजयकिशन, कल्याणजीआनंदजी, लक्ष्मीकांतप्यारेलाल, सोनिकओमी, जयदेव, आरडी बर्मन, बप्पी लाहिरी, चित्रगुप्त और राम लक्ष्मण जैसे संगीतकारों की धुनों पर शानदार गीत लिखे थे. संगीतकार सोनिकओमी के साथ उन की जोड़ी खूब जमी थी. उन्होंने तकरीबन 35 फिल्मों में एक साथ काम किया था.

साल 1976 में आई फिल्म ‘नागिन’ और साल 1979 में आई फिल्म ‘जानी दुश्मन’ और ‘कर्तव्य’ में लिखे वर्मा मलिक के गाने जैसे ‘तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना’, ‘तेरे इश्का का मुझ पे हुआ ये असर’, ‘तेरे हाथों में पहना के चूड़ियां’, ‘ले मैं तेरे वास्ते सब छोड़ के’, ‘कोई आएगा, लाएगा दिल का चैन’, ‘चंदा मामा से प्यारा मेरा मामा’ ने लोगों के दिलों में जगह बना ली थी.

15 मार्च, 2009 में जुहू, मुंबई में 84 साल की उम्र में बरकत राय उर्फ वर्मा मलिक यह दुनिया छोड़ कर चले गए थे..

सलमान खान के करीबी का हुआ निधन, शेयर किया इमोशनल पोस्ट

इन दिनों सलमान खान अपनी फिल्म किसी का भाई किसी की जान को लेकर सुर्खियो में बने हुए है लेकिन इस बार उनकी चर्चा में आने की वजह उनका एक पोस्ट है जिसमें वह अपनी करीबी को श्रद्धांजली देते हुए नजर आ  रहा है जी हां, सलमान खान इंस्टा पर काफी एक्टिव रहते है ऐसे में उनकी एख करीबी का देहांत हो गया है जिसकी तस्वीर शेयर कर उन्होंने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजली दी है जो कि पोस्ट सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है.

 

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आपको बता दें, कि एक अद्दू नाम की महिला सलमान खान के बेहद ही करीबी दोस्त थी, जिनका हाल ही में देहांत हो गया है इसकी जानकारी देर रात इंस्टा पर पोस्ट करके दी है जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वही, सलमान खान के फैंस इस पोस्ट को देखकर काफी दुखी नजर आ रहे है सभी इमोशनल पोस्ट को देखकर कमेंट कर रहे है.  वही, सलमान खान ने पोस्ट करते हुए कैप्शन भी दिया है और लिखा है कि ‘मेरी प्यारी अद्दू आपके प्यार उस प्यार और सपोर्ट के लिए शुक्रिया जो आपने मुझे दिया जब मैं बड़ा हो रहा था।’ सलमान खान ने अद्दू की एक फोटो भी शेयर की है। सलमान खान की ये पोस्ट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। सलमान खान की इस पोस्ट उनके फैंस भी अद्दू को श्रद्धांजली देते हुए नजर आ रहे है। इसके अलावा इस महिला को लेकर सावल पूछते हुए नजर आए। कई यूजर्स ने पूछा ये महिला कौन है?

 

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फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ एक्टर सलमान खान की इस पोस्ट के सामने आने के बाद लोग ये जानना चाहते है वो महिला कौन है जिसे भाईजान श्रद्धांजली देते हुए दिखाई दे रहे हैं. लोगों के इस सावल का जवाब भाईजान के फैंस कमेंट बॉक्स में देते हुए नजर आ आए. किसी ने बताया कि अद्दू सलमान खान की नैनी थी. तो किसी ने कहा कि अद्दू सलमान खान की केयर टेकर थीं. जानकारी के लिए बता दें कि इसको लेकर कोई अधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है कि अद्दू सलमान खान की ये क्या लगती हैं.

पार्श्व गायन का एक नया धुमकेतु- ऋषि राज सिंह

ऋषि राज सिंह एक नाम है, आने वाले युग के पार्श्व गायन के एक नये धूमकेतु का. ऋषि इंडियन आइडल में 2 अप्रैल रविवार को विजेता घोषित किए गए और 25 लाख रुपए नगद एक चमचमाती कार के साथ नए भविष्य की दहलीज पर खड़े हैं.

सोनी टीवी पर पर प्रसारित होने वाले ‘इंडियन आइडल’ के 13 वें सीजन के विजेता बन गए हैं अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में जन्मे पढ़ें लिखे ऋषि राज सिंह. रविवार 2 अप्रैल2023 की देर रात प्रतियोगिता के अंतिम चरण में एक लंबे चरमोत्कर्ष के सफर के बाद ऋषि सिंह विजेता घोषित किए गए. विजेता बनने तक का सफर ऋषि सिंह अपने शब्दों में बताते हैं – यह ऐसा रोमांच से भरा रहा जिसकी उन्होंने अपने जीवन में कभी कल्पना भी नहीं की थी, बॉलीवुड के एक से बढ़कर एक सितारों से आमना सामना, उनके सामने अपना प्रदर्शन करना और फिर विजेता घोषित होना उनकी जीवन के लिए अहम स्थान रखता है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऋषि सिंह की जीत पर ट्वीट कर लिखा, -“आपकी अटूट संगीत साधना को समर्पित उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश समेत पूरे संगीत जगत को गर्व है. मां सरस्वती की कृपा आप पर बनी रहे, आपकी स्वर्णिम सफलता का क्रम अनवरत चलता रहे, यही कामना है. ” देश की संगीत के नए सितारे ऋषि सिंह अयोध्या के रहवासी हैं. और आपका पूरा नाम है -ऋषि राज सिंह . उनकी गायिकी के मुरीद क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली से लेकर सुभाष घाई और राकेश रोशन जैसे बड़े फिल्म निर्माता भी हैं. मजे की बात है कि ऋषि सिंह ने इससे पूर्व इंडियन आइडल के 11वें सीजन के लिए भी आडिशन दिया था, लेकिन उस वक्त वे आडिशन के चौथे दौर में बाहर हो गए थे.

‘इंडियन आइडल’ के हाल के सीजन में ऋषि ने मंच साझा कर रहे हम उम्र सोनाक्षी कर, शिवम सिंह, चिराग कोटवाल, बिदिप्ता चक्रवर्ती और देवोस्मिता राय को काफी पीछे छोड़ विजेता बन गए . दरअसल ऋषि सिंह इस शो की शुरुआत से ही काफी लोकप्रिय हो गए थे. ऋषि सिंह से जब इंडियन आइडल के संदर्भ में उनकी भविष्य की योजना के बारे में पूछा गया तो इस बात का खुलासा किया – वह एक बार फिर इस शो में आना चाहते हैं. मगर एक नए स्वरूप में. इंडियन आइडल में एक जज बन कर.

इंडियन आइडल के संदर्भ में महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि ऋषि सिंह को इस कार्यक्रम को निरंतर देखने वाले दर्शकों की तरफ से सबसे ज्यादा मत मिले थे. विजेता घोषित होने के बाद ऋषि को 25 लाख रुपए की पुरस्कार राशि और एक चमचमाती कार मिली. इस जीत के बाद ऋषि को सोनी म्यूजिक इंडिया के साथ काम करने का मौका भी मिला हैं. प्रसन्नता जाहिर करते हुए करते हुए ऋषि सिंह ने बताया कि जब उनका नाम विजेता के रूप में घोषित किया गया तो वह अपने आंसू नहीं रोक पाए . दरअसल यह खुशी के आंसू थे जिसके लिए उसने न जाने कितने सपने सजाए थे कितनी बड़ी बड़ी चुनौतियां थी मगर सब को पार करते हुए आखिरकार विजेता बन ही गया.

ऋषि सिंह की प्रारंभिक शिक्षा कैंब्रियन स्कूल से हुई है. शिक्षा हासिल करने के बाद वह फिलहाल देहरादून के हिमगिरी विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं. प्रतियोगिता के दौरान मंच पर ही उनके जीवन का एक रहस्य खुला कि उनकी सगी मां ने अनाथ ही छोड़ दिया था. उनके माता-पिता ने उन्हें गोद लिया है, जिसके लिए उन्हें ताने भी सुनने पड़े. ऋषि ने कहा कि अगर मेरे इन माता-पिता ने उन्हें पाला न होता को वह कहीं अनाथालय के अंधेरे में रह रहे होते.

ऋषि सिंह ने कहा, ‘इस शो से मेरा एक खास रिश्ता जुड़ गया है. इस शो ने मुझे विशिष्ट पहचान दी है. मैं इस शो में दोबारा आना चाहता हूं, लेकिन प्रतियोगी के रूप में नहीं बल्कि एक जज के रूप में. जब भी यह दिन मेरी जिंदगी में आएगा, उस दिन मुझे ऐसा लगेगा कि मैंने सच में जिंदगी में कोई बड़ा मुकाम हासिल किया है. विशेष ने बताया कि ऋषि सिंह ने बताया कि इंडियन आइडल के इस मंच को यादें कभी भुलाई नहीं जा सकती जहां उन्हें उनके प्रतिभागी प्यारे दोस्त मिले और बॉलीवुड के बड़े-बड़े सितारों का सानिध्य मिला.

मां गौरी की साड़ी में पार्टी में पहुंची सुहाना खान, लोगों ने की जमकर तारीफ

बॉलीलुड के स्टार जितना लाइमलाइट मे रहते है उनसे कही स्टार किड्स मीडिया की सुर्खियों में बने रहते है. स्टार किड सुहाना खान भी मीडिया की चर्चा में बनी रहती है और सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती है. आज यानी 16 मार्च को अनन्या पांडे की चचेरी बहन अलाना पांडे की शादी है जिसकी प्री वेडिंग पार्टी रखी गई इस पार्टी में बौलीवुड की तमाम हस्तियां पहुंची है. जहां सुहाना खान भी नजर आई है पार्टी में सुहाना ने साड़ी कैरी की हुई है साड़ी सुहाना खान बेहद ही खूबसूरत नजर आ रही है.

 

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आपको बता दें, कि सुहाना खान पार्टी में जो साड़ी पहनकर पहुंची उसमें वे बेहद ह खूबसूरत नजर आ रही है. और साडी पहने बेहद ही प्यारी लग रही है. सुहाना खान का ये लुक फैंस का दिल जीत रहा है. सुहाना खान इन तस्वीरों में साड़ी के साथ-साथ डीपनेक ब्लाउज कैरी किए हुए दिखाई दीं। सुहाना खान का ये ब्लाउज डिजाइन फैंस को काफी पसंद आया.

 

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इस तस्वीर में सुहाना खान अपने हाथ में एक छोटा सा पर्स लिए हुए दिखाई दे रही हैं। सुहाना खान की इस छोटे से पर्स को लोग काफी पसंद कर रहे हैं. इस तस्वीर में सुहाना खान एक प्यारी सी स्माइल पास करती हुईं नजर आ रही हैं। सुहाना खान की इस प्यारी सी स्माइल पर फैंस फिदा हो गए. ये तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. सुहाना खान इन तस्वीरों में जो साड़ी पहने हुए नजर आ रही हैं. वो उनकी मां गौरी खान की साड़ी से मैच कर रही हैं. बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान ने भी एक फंक्शन में सुहाना जैसी साड़ी पहनी थी. जिसमें वो बेहद खूबसूरत लग रही थी.

सुशांत सिंह राजपूत के बर्थडे पर इमोशनल हुई बहन, अनदेखी फोटो के साथ शेयर किया वीडियो

बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आज यानी 21 जनवरी को बर्थ एनिवर्सरी है. अगर आज सुशांत हमारे बीच होते तो आज अपना 37वां जन्मदिन मना रहे होते. हालांकि आज सुशांत हमारे बीच नहीं है लेकिन सबके दिलों में आज भी जिंदा है. इसी बीच सुशांत की बहन श्वेता सिंह ने एक इमोशनल वीडियो शेयर किया है. श्वेता सिंह ने भाई सुशांत के साथ बचपन की एक फोटो शेयर की है.

एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की बर्थ एनिवर्सरी पर बहन श्वेता सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में श्वेता सिंह कीर्ति कहती है कि ‘सभी को नमस्ते. भाई भाई के बर्थडे से पहले मैं आपके साथ भाई से जुड़ी कुछ यादें शेयर करना चाहती हूं और ये बताना चाहती हूं कि जब वह बच्चा था, तो उसे क्या करना पसंद था. हमें घर पर गुड़िया और गुलशन बुलाया जाता था. कभी कुछ भी करना है, तो हम साथ में ही करते थे’.

बहन श्वेता सिंह आगे बोली की हमने एक बार समर वेकेशन के टाइम दो कंपनी स्टार्ट किए. एक यूनियन कंपनी और दूसरी रेनबो कंपनी. यूनियन कंपनी में हम साथ मिलकर घर में जब दोपहर में सब सो जाते थे. तब हम घर में जो स्वीट्स होते थे, वो हम साथ मिलकर खाते थे और इंजॉय करते थे. ये थी हमारी यूनियन कंपनी और रेनवो कंपनी में हम क्या करते थे कि समर टाइम में जब सो जाते थे तो अपने गैरेज में जाकर हम एक्टिंग करते थे.’

बहन प्रियंका ने सोशल मीडिया पर लिखा कि कृपया सुशांत के बर्थडे के लिए अपने ड्राफ्ट तैयार रखें. यदि संभव हो तो आप सुशांत और फज (सुशांत के डॉग) को श्रद्धांजलि देने के लिए 21 जनवरी को डॉग शेल्टर जा सकते हैं. मैं भी जाने वाली हूं. जानकारी के लिए बता दें कि सुशांत अपने पेट फज को बेहद प्यार करते थे. सुशांत के पेट की हाल ही में 17 जनवरी को मौत हो गई थी. इस बात की जानकारी भी उनकी बहन ने सोशल मीडिया पर दी थी.

बहन प्रियंका ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि ‘इस तारीख को 11 साल पहले तुम सिड और मेरे एक होने पर मौजूद थे, हमेशा हमारे पास अभी भी महसूस होता है कि तुम आज भी आसपास हो, मेरी सनशाइन. लेकिन जिसे तुम हमारी हमारी तिगड़ी बुलाते थे वो टूट गई है.’

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