मेन बुब्स या गाइनिकोमेस्टिया एक ऐसी समस्या है जो आज कल काफी पुरुषों में देखी जाने लगी हैं इस समस्या का मुख्य कारण एस्ट्रोजन और टेस्टासिटरौन हार्मोन के असन्तुलन से होता हैं. समय रहते अगर आप डाक्टर से सलाह ले लेते है तो इस समस्या से निजाद मिल जाता हैं. पुरुषों में स्तन के टिशु बहुत कम मात्रा में होते हैं, जबकि स्त्रियों में किशोरावस्था ये हार्मोन के प्रभाव से अच्छी तरह विकसित होते हैं. लोग इस समस्या को मेडिकली ना लेकर इसे किसी दूसरी चीजों से जोड़ देते हैं. जिससे ना चाहते हुए भी हम शर्मिंदगी महसूस करते हैं. हालांकि ये स्त्रियों जैसे बड़े नहीं होते नहीं होते लेकिन फिर भी आकार में परिवर्तन होने के कारण ये सभी की नजरों में आले लगते हैं. कुछ ऐसी चीजें जिसे आप अनुबव कर सकते है- छाती फूलना, स्तन ग्रन्थि के टिशुओं में सूजन, स्तन टिशू में चमड़ी फैलने से दर्द हो सकता है जोकि इंटर्नल इन्फेक्शन को भी दर्शाता हैं.

क्या है कारण गाइनिकोमेस्टिया के

स्त्री और पुरुषों में टेस्टोस्टिरोन और इस्ट्रोजन हार्मोन की वजह से ही यौनांगों का विकास और रखरखाव होता है. पुरुषों टेस्टास्टिरोन से पुरुषत्व जैसे, पेशिय घनता, शरीर के बालों और स्त्रियों में एस्ट्रोजन के अधीन स्त्रीत्व जैसे, स्तन विकास, होते हैं. पुरुषों में एस्ट्रोजन की अपेक्षा टेस्टास्टिरोन के स्तर में  कमी होने से गाइनिकोमेस्टिया होता है. हार्मोन का सन्तुलन कई कारणों से बिगड़ सकता है. ये कारण प्राकृतिक हार्मोन का परिवर्तन, औषधियां या कुछ शारीरिक अवस्थाएं हो सकते हैं. कुछ रोगियों में कई बार गाइनिकोमेस्टिया के कारण का पता नहीं भी लग पता है.

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