उस दिन फरवरी 2022 की 21 तारीख थी. सुबह के 10 बज रहे थे. पनकी थानाप्रभारी अंजन कुमार सिंह थाने पर मौजूद थे. चुनाव ड्यूटी में व्यस्त रहने के कारण वह थकान महसूस कर रहे थे. तभी एक युवक ने उन के कक्ष में प्रवेश किया. वह दिखने में फोर्स का लग रहा था, लेकिन घबराया हुआ था. उसे उस हालत में देख कर उन्होंने पूछा, ‘‘कहो जवान, क्या बात है. तुम इतने घबराए हुए क्यों हो?’’

‘‘सर, मेरा नाम इंद्रपाल है. मैं सीआरपीएफ में हैडकांस्टेबल हूं. मेरी पत्नी रीता 2 बच्चों के साथ रतनपुर की एमआईजी कालोनी में रहती है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दरम्यान मेरी ड्यूटी मैनपुरी जिले के जमालपुर पोलिंग बूथ पर थी. तभी बीती रात बड़े बेटे ने मुझे फोन पर बताया कि उस की मम्मी घर से गायब है. यह सुनते ही मैं घबरा गया.

‘‘रात भर मैं सगेसंबंधियों को फोन करता रहा. लेकिन रीता के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली. उस का मोबाइल फोन भी बंद था. सुबह होते ही मैं कानपुर आ गया और सीधे आप के पास चला आया. आप रीता की गुमशुदगी दर्ज कर उसे ढूंढने में मेरी मदद करें.’’

चूकि मामला अर्द्धसैनिक बल का था, इसलिए थानाप्रभारी अंजन कुमार सिंह ने रीता की गुमशुदगी दर्ज कर ली और इंद्रपाल से कुछ आवश्यक पूछताछ की. उस के बाद वह पुलिसकर्मियों के साथ इंद्रपाल के रतनपुर कालोनी स्थित घर पर पहुंचे.

उन्होंने घर का निरीक्षण किया तो सोच में डूब गए. घर के अंदर कमरे में मेज पर बियर की 2 खाली बोतलें तथा 2 खाली गिलास रखे थे. कमरे से कुछ अश्लील सामान तथा शक्तिवर्द्धक दवाएं भी बरामद हुईं.

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