औनलाइन गेमिंग ने आज के नौजवानों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है. इस से न केवल उन का समय बरबाद हो रहा है, बल्कि उन के भविष्य को भी खतरे में डाल रहा है.
उत्तर प्रदेश के झांसी में हाल ही में एक नर्सिंग छात्रा सुनैना (बदला नाम) के औनलाइन गेमिंग में लाखों रुपए गंवाने और फिरौती के लिए अपने अपहरण की झूठी कहानी रचने का अनोखा मामला सामने आया है. जांच करने के बाद पुलिस खुद हैरान रह गई.
यह मामला आज देशभर में सुर्खियां बटोर रहा है कि किस तरह आज का नौजवान तबका गिरावट की ओर जा रहा है. इस मामले से यह साफ होता है कि औनलाइन गेमिंग की लत कितनी खतरनाक हो सकती है. यह न केवल पैसे के नुकसान की वजह बनती है, बल्कि लोगों को अपराध की ओर भी धकेल सकती है.
औनलाइन गेमिंग की लत के चलते नौजवानों में ये समस्याएं आ रही हैं :
-औनलाइन गेमिंग में नौजवान अपना बहुत सा समय बरबाद कर रहे हैं, जिस से उन की पढ़ाईलिखाई और कैरियर पर बुरा असर पड़ रहा है.
-औनलाइन गेमिंग में नौजवान अपना पैसा बरबाद कर रहे हैं, जिस से उन के परिवार की माली हालत खराब हो रही है.
-औनलाइन गेमिंग की लत से नौजवानों में तनाव और चिंता जैसी दिमागी समस्याएं आ रही हैं.
-औनलाइन गेमिंग की लत नौजवानों को अपराध की ओर धकेल सकती हैं, जैसा कि झांसी के मामले में देखा गया. जब सुनैना इस में बरबाद हो गई तो उस ने अपहरण की झूठी कहानी बना कर के फिरौती लेने की कोशिश की.