सौजन्य-सत्यकथा
शाम का समय था. मैनपुरी जिले के गांव दिहुली में रहने वाले शौकीन अली के मोबाइल पर
इमरान का फोन आया. इमरान शौकीन अली के बेटे सुलेमान का ड्राइवर था.
इमरान ने उन्हें बताया कि 4 हथियारबंद बदमाशों ने मैनपुरी बरनाहल मार्ग पर गांगसी नहर पुल के पास सुलेमान भाई का अपहरण कर लिया है. वह उन्हें अपनी स्कौर्पियो में डाल कर ले गए. ड्राइवर इमरान ने यह सूचना थाना दन्नाहार में भी फोन कर के दे दी. यह बात 21 सितंबर, 2020 की है.
सुलेमान के अपहरण की बात सुनते ही उस के घर वाले परेशान हो गए. शौकीन अली अपने छोटे बेटे सद्दाम हुसैन के साथ घटनास्थल की ओर रवाना हो गए. इस से पहले सूचना मिलने पर दन्नाहार थानाप्रभारी ओमहरि वाजपेयी पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच चुके थे. थानाप्रभारी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी व्यापारी सुलेमान के अपहरण की सूचना दे दी थी
थानाप्रभारी ने ड्राइवर इमरान से घटना के बारे में पूछताछ की. इमरान घायल था. उस के सिर से खून निकल रहा था. उस ने बताया कि सुलेमान अली जीएसटी जमा करने मैनपुरी अपनी बोलेरो से आए थे.
पंजाब नैशनल बैंक में जीएसटी जमा करने के बाद वह गांव लौट रहे थे. शाम करीब 6 बजे जब उन की कार मैनपुरी बरनाहल मार्ग पर गांगसी नहर पुल के पास पहुंची तो बिना नंबर की सफेद रंग की स्कौर्पियो, जो शायद उन की बोलेरो का मैनपुरी से ही पीछा कर रही थी, ने ओवरटेक कर हमारी गाड़ी रुकवा ली.
ड्राइवर ने बताया कि गाड़ी रुकते ही हथियारबंद 4 बदमाशों ने बोलेरो के साइड के दोनों शीशे तोड़ दिए. विरोध करने पर उन्होंने हम दोनों के साथ मारपीट भी की. फिर सुलेमान को बोलेरो से खींच कर अपनी गाड़ी में डाल लिया और मैनपुरी की ओर भाग गए. चारों बदमाश मास्क लगाए हुए थे. बदमाशों ने हम दोनों के मोबाइल भी छीन लिए थे.