सौजन्य- मनोहर कहानियां
पुलिस टीम ने शाहरुख से पूछताछ की तो उस ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. शाहरुख ने बताया कि उसे 90 हजार रुपए मिले हैं. नईम उर्फ रिंकू उर्फ भोलू की मार्फत वह वारदात में शामिल हुआ था.
उस ने बताया कि आरती की हत्या में कबरई निवासी विकास हजारिया तथा राहुल राजपूत भी शामिल थे. ये दोनों प्रतापगढ़ के राजा शुक्ला गैंग के शूटर हैं. पुलिस ने शाहरुख खान की निशानदेही पर .315 बोर का तमंचा भी बरामद कर लिया, जिस से आरती को गोली मारी गई थी.
आरती हत्याकांड का खुलासा हो गया था. पुलिस ने अब इस मामले में श्यामशरण शर्मा, शाहरुख खान, नईम उर्फ रिंकू उर्फ भोलू, विकास हजारिया तथा राहुल राजपूत को नामजद कर लिया था.
श्यामशरण व शाहरुख खान तो पुलिस गिरफ्त में आ गए थे. लेकिन शेष आरोपी फरार थे. उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल फैलाया तो 25 मई को नईम उर्फ भोलू भी पकड़ में आ गया.
नईम उर्फ भोलू ने भी अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उसे 50 हजार रुपए मिले थे. विकास हजारिया और राहुल राजपूत को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई थी. रामशरण निर्दोष था. अत: उसे थाने से जाने दिया गया.ॉ
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पुलिस द्वारा की गई जांच, आरोपियों के बयानों तथा मृतका के पति द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आरती हत्याकांड की जो कहानी सामने आई, उस का विवरण इस प्रकार है—
मध्य प्रदेश का एक ऐतिहासिक शहर है ग्वालियर. इसी शहर के बिरला नगर मोहल्ले में अनिल कुमार शर्मा अपने परिवार के साथ रहते थे.
उन के परिवार में पत्नी आशा के अलावा 3 बेटियां आरती, अंजू, भारती तथा एक बेटा आदित्य था. अनिल कुमार शर्मा मेहनतकश इंसान थे. वह प्राइवेट नौकरी करते थे. नौकरी में मिलने वाले वेतन से वह परिवार का भरणपोषण करते थे.
आरती दोस्तों के साथ करती थी मौजमस्ती
अनिल शर्मा की बेटी आरती अपनी बहनों में सब से बड़ी थी. वह अपनी अन्य बहनों से कुछ ज्यादा ही खूबसूरत थी. वह वीरांगना लक्ष्मीबाई कालेज से बीए की पढ़ाई कर रही थी.
आरती स्वच्छंद थी. उस का स्वभाव भी चंचल था. इसलिए कालेज आतेजाते कई युवक उस के दोस्त बन गए थे. उन के साथ वह मौजमस्ती करती थी.
अनिल शर्मा को जब पता चला कि बेटी गलत राह पर जा रही है तो बदनामी से बचने के लिए उन्होंने उस का ब्याह जल्द करने का फैसला किया. उन्होंने आरती के योग्य वर की खोज की तो उन्हें श्यामशरण पसंद आ गया.
श्यामशरण शर्मा, हमीरपुर जनपद के कस्बा भरुआ सुमेरपुर का रहने वाला था. बड़े भाई रामशरण शर्मा का विवाह हो चुका था. दोनों भाई मिल कर व्यापार करते थे और साथ रहते थे.
अनिल शर्मा ने जब श्यामशरण को देखा तो उन्होंने उसे अपनी बेटी आरती के लिए पसंद कर लिया. इस के बाद उन्होंने 20 फरवरी, 2004 को आरती का विवाह श्यामशरण के साथ कर दिया.
शादी के बाद श्यामशरण और आरती ने हंसीखुशी से जीवन की शुरुआत की. देखतेदेखते 5 साल कब बीत गए, पता ही न चला. इन 5 सालों में आरती ने बेटी संस्कृति तथा बेटे सुमित को जन्म दिया.
आरती को अपनी खूबसूरती पर घमंड था, जिस से वह पूरे घर को अपनी अंगुलियों पर नचाती थी. कुछ समय तक तो आरती की ज्यादती उस के जेठजेठानी ने सहन की. उस के बाद विद्रोह के स्वर उभरने लगे.
आरती को संयुक्त परिवार में रहना वैसे भी पसंद नहीं था. उस ने घर बंटवारे की मांग कर दी. कलह बढ़ी तो आरती की बात मान कर दोनों भाइयों के बीच घर, व्यापार का बंटवारा हो गया. हालांकि श्यामशरण बंटवारा नहीं चाहता था.
आरती अलग रहने लगी तो वह स्वच्छंद हो गई. उसे घर में कैद हो कर रहना पसंद नहीं था, सो वह बनसंवर कर घर से निकलती, फिर कस्बे के बाजारों में घूमती तथा होटल व रेस्टोरेंट में जाती.
श्यामशरण को पत्नी का इस तरह फिजूल में घूमनाफिरना अच्छा नहीं लगा था. उस ने आरती को फटकारा और बच्चों की परवरिश पर ध्यान देने को कहा. लेकिन आरती ने पति की बात पर ध्यान नहीं दिया. वह पति पर तरहतरह की फरमाइशें पूरी करने का दबाव बनाती और लड़तीझगड़ती.
श्यामशरण पत्नी के ऊलजुलूल खर्चों से परेशान था. उसे घर का खर्च चलाने और आरती की फरमाइशें पूरी करने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ रही थी.
3 बच्चे पैदा करने के बाद श्यामशरण पत्नी की शारीरिक जरूरतों की भी अनदेखी करने लगा. जबकि आरती का यौवन खिल रहा था और वह हर रात पति का साथ चाहती थी. श्यामशरण कमाई के चक्कर में इस कदर व्यस्त हो गया था कि उसे न अपना होश रहा और न आरती का.
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आजाद पंछी की तरह खुले आकाश में विचरण करने वाली आरती को अब पति का घर जेल जैसा लगने लगा था. पति की उदासीनता की वजह से चांदनी रातें भी उसे अमावस की काली रातों जैसी लगने लगीं.
धीरेधीरे उन दोनों के बीच की दूरियां बढ़ती गईं. तब वह शारीरिक जरूरतों के लिए इधरउधर नजरें दौड़ाने लगी. परिणामस्वरूप जल्द ही कस्बे के कई युवकों से उस की यारी हो गई. उन के साथ वह गुलछर्रे उड़ाने लगी.
श्यामशरण शर्मा को आरती की इस करतूत का पता चला तो उस ने शराब पी कर आरती से मारपीट तो की ही, उसे रंडी और वेश्या तक कह डाला.
अगले भाग में पढ़ें- पति ने बनाई हत्या की योजना