सौजन्य- सत्यकथा
लेखक- शाहनवाज
रमेश ने बताया कि दीपक 2 जुलाई, 2021 को ही अपने गांव बागपत से दिल्ली लौटा था. रमेश ने बताया कि दीपक का पास में ही रहने वाले सत्यवीर की बेटी पूजा के साथ अफेयर था. इस अफेयर के बारे में मोहल्ले में रहने वाले कई लोगों को पता भी था.
इस पूछताछ के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद आए शव की पहचान के लिए रमेश को अस्पताल में बुलाया. लाश देखने के बाद रमेश अस्पताल में ही फूटफूट कर रोने लगा. रोते हुए बोला, ‘‘ये हत्या उसी लड़की की वजह से हुई है.’’
दरअसल उत्तर प्रदेश के बागपत का रहने वाला 18 वर्षीय दीपक, दिल्ली के करावल नगर में अपने चाचा रमेश के घर बचपन से ही रहता था. दीपक के परिवार में उस के मातापिता की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण कई सालों से उन्होंने पढ़ाई के लिए दिल्ली में रमेश के पास उसे छोड़ दिया था.
दीपक पढ़नेलिखने में कमजोर था, और उस का ध्यान पढ़ाईलिखाई के अलावा मटरगश्ती में ज्यादा लगा रहता था. उस की इसी मटरगश्ती वाली आदतों की वजह से उस के चाचा रमेश ने उसे 10वीं पास होने पर सेकंडहैंड स्मार्टफोन खरीद कर दिया था. ताकि उस से संपर्क बना रहे और पता लगाया जा सके कि वह कहां हैं?
साल 2019 में जब वह 11वीं क्लास में था और जिस ट्यूशन सेंटर पर वह पढ़ने के लिए जाता था, वहां उस की मुलाकात पूजा से हुई थी. पूजा दीपक से एक क्लास जूनियर थी. दोनों ही इलाके के सरकारी स्कूल में पढ़ते थे, लेकिन उन के स्कूल अलगअलग थे.