कोरोना वायरस के कहर ने पूरे देश को घरों में कैद रहने मजबूर कर दिया है.अब जितने भी कोरोना के नये मामले आ रहे हैं, उनका कारण कम्यूनिटी ट्रांसफर ही है.
लौक डाउन को एक महिने से अधिक का समय हो चुका है. ऐसे में लोगों के सिर के बाल बढ़ रहे हैं. पुरूषों का सेलून,मेंस पार्लर और महिलाओं का ब्यूटी पार्लर जाना बंद है.पुरूष घर पर सेबिंग कर दाड़ी के बालों से तो निजात पा लेते है, लेकिन गर्मी के मौसम में सिर के बढते बाल परेशानी का सबब बन रहे हैं.
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अब लोग यह सोचकर बेसब्री से लौक डाउन खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं कि सब कुछ खुल जायेगा और सबसे पहले वे हेयर कटिंग सेलून पर जाकर अपनी हजामत करवायेंगे. लौक डाउन के खुलते ही सेलून और पार्लर पर हेयर कटिंग बनवाना आपको भारी भी पड़ सकता है.लौक डाउन खुलते ही सेलून में आने वाले लोगों की भीड़ से कोविड-19 का संक्रमण होने का खतरा ज्यादा बढ़ सकता है.
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के छोटे से गांव बड़गांव में लौक डाउन के बाद भी एक हज्जाम ने अपने सेलून पर कटिंग दाड़ी बनाने का काम जारी रखा.गांव वाले इस बात से खुश थे कि उनकी कटिंग दाड़ी का काम आसानी से हो रहा है. सेलून चलाने वाला नाई एक ही कपड़े से कई लोगों की कटिंग और शेविंग करता रहा . गांव में इंदौर से आये एक युवक के कोरोना पाज़ीटिव होने के बाद जब गांव के लोगों को यह पता चला कि उस युवक ने गांव के नाई के सेलून पर दाड़ी बनवाई थी,तो गांव में हड़कंप मच गया.