समाज भले ही 21 वीं सदी में पहुंच गया है, लेकिन अभी भी आधुनिक सोच नहीं बदली है. लौकडाउन ने हमारे जीने का सलीका ही बदल गया है.
समाज का एक बड़ा तबका आज भी जाति और धर्म के बंधनों से मुक्त नहीं हो पाया है, खासकर प्रेम संबंधों और शादीविवाह के मामले में.
कई बार इस मानसिकता से जकड़े लोग अपनी आदतों के चलते बाज नहीं आ रहे, जबकि कानून के मुताबिक कोई भी किसी भी धर्म या जाति में शादी अपनी मरजी से कर सकता है.
यही वजह है कि पूरे देश में लौकडाउन की पाबंदी होने के बाद भी ऐसीऐसी तरकीबें निकाली जा रही हैं कि आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएं.
यह चौंकाने वाला मामला गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र का है. यहां 29 अप्रैल को अजीबोगरीब शादी मामला सामने आया.
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लौकडाउन के दौरान यहां एक लड़का सब्जी और राशन लेने निकला, लेकिन जब वह लौटा तो दुलहन को साथ ले कर आया.
अचानक इस तरह दुलहन के घर आने पर उस लड़के की मां के तो मानो होश ही उड़ गए. घर में कोहराम मच गया. आसपास के लोग हैरानी से नजारा देखते रहे.
दरअसल, यह लड़का अपनी गर्लफ्रेंड को दुलहन बना कर ले आया था. नाराज लड़के की मां ने दुलहन को अपने घर में घुसने से रोक दिया. इस के बाद पूरा मामला थाने पहुंच गया.
थाने में दुलहन के लिबास में लड़की और उस के साथ लड़का दोनों थे. लड़के की मां ने थाने में खुले शब्दों में कह दिया कि वे बेटे को अपने घर में नहीं घुसने देंगी. बेटा राशन लेने गया था और लड़की ब्याह कर ले आया.
यह लड़का साहिबाबाद के श्याम पार्क इलाके का रहने वाला है. लड़के के मुताबिक, दोनों ने हरिद्वार में पिछले दिनों एक मंदिर में शादी कर ली है. पर, मैरिज सर्टिफिकेट लेने के लिए बाद में बुलाया था, लेकिन लौकडाउन लग जाने की वजह से सर्टिफिकेट नहीं ले पाए.
इस पर उस लड़के की मां का कहना है कि शादी हुई भी है या नहीं, इस बात का कोई सुबूत नहीं है.
जब उस लड़के से बात की गई, तो उस का कहना है कि मंदिर में शादी हुई है. अभी उन के पास कुछ भी सुबूत दिखाने को नहीं है क्योंकि पूरे देश में लौकडाउन लग जाने की वजह से पाबंदी है. जैसे ही लौकडाउन खुलेगा, वह शादी का सर्टिफिकेट ला देगा.
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यह पूरा मामला पुलिस के लिए भी सिरदर्द बन गया. हालांकि पुलिस ने लड़के और लड़की को समझा दिया है. लड़का अपनी नईनवेली दुलहन को ले कर किराए के मकान में चला गया है. वहीं लड़के की मां ने साफ शब्दों में कह दिया है कि लॉकडाउन खत्म होने से पहले घर आने की जरूरत नहीं है.
वहीं दूसरी ताजा घटना मुजफ्फरनगर की है. लौकडाउन के बीच कुछ लोग पुलिस को झांसा दे कर अपना काम निकाल रहे हैं. यहां की खतौली विधानसभा में एक लड़के ने निकाह के लिए खुद को ही मरीज बना डाला और एंबुलेंस से जा कर गाजियाबाद के शहीद नगर से दुलहन ले आया.
शादी का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने अहमद और उस की पत्नी को क्वारंटीन कर दिया. इंस्पैक्टर संतोष ने बताया कि कुछ दिन पहले खतौली कसबे के इस्लामनगर महल्ले का रहने वाला अहमद अपने पिता इसरार के साथ एक परिचित एंबुलेंस के ड्राइवर महबूब के साथ मरीज बन कर गाजियाबाद के शहीद नगर महल्ले में निकाह करने पहुंच गया. वह निकाह कर दुलहन को अपने घर ले आया.
अहमद जिस इलाके में रहता है, उसे जिला प्रशासन ने पहले ही सील किया हुआ था, क्योंकि यहां से कुछ मरीज कोरोना पौजिटिव निकले थे.
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मामले ने जब तूल पकड़ा तो पुलिस ने एंबुलेंस के ड्राइवर महबूब, अहमद और उस के पिता हाजी इसरार पर आईपीसी की धारा 188 के तहत केस दर्ज किया.
शादी या निकाह में ऐसे पापड़ भी बेलने होंगे, यह सोचा न था. एक मामले में पुलिस को दखल देनी पड़ी, वहीं दूसरे मामले में नएनवेले मियांबीवी को क्वारंटीन किया गया. वहीं मुजफ्फरनगर में तो पुलिसिया दखल में खलल पड़ने का मामला दर्ज हुआ.