कौमेडियन घरघर में मशहूर है. कहते है हंसने से 'हैल्थ ठीक रहती है और खून बढ़ता है' और ये काम भारत के कौमेडियन्स बखूबी करते हैं. इनमें औरतें भी है. इसमें पहला नाम भारती सिंह का आता है जो नेशनल टीवी पर पौपुलर कौमेडियन है लेकिन क्या आप जानते है भारत की पहली लाफ्टर क्वीन कौन थी.
जिनकी हरकतों से लोगों को हंसी छूट जाती थी लेकिन असल जिंदगी में उन्होंने खूब आंसू बहाए.
आज भारत की पहली महिला कौमेडियन के बारे में बताएंगे. जो केवल कौमेडियन ही नहीं, एक्टर और सिंगर भी रही थी. आज उनकी 101वीं जयंती है. नाम है उमा देवी खत्री.
View this post on Instagram
उमा देवी खत्री को टुनटुन के नाम से भी बुलाया जाता था. इनकी लाइफ एक इमोशनल फिल्म से कम नहीं थी. ये ज्यादा बड़े और अमीर परिवार से भी नहीं थी. टुनटुन यूपी के अमरोहा के पास के गांव की थी. भूमि विवाद में उनके परिवार की हत्या कर दी गई. वे छोटी उम्र में ही अनाथ हो गई और उन्हें ऐसे रिश्तेदारों ने पाला जो उन्हें घर परिवार के सदस्य से ज्यादा एक कामवाली समझते थे.
अफसाना लिख रही हूं...से हो गई अमर
23 साल की उम्र में अपने सपनों को पूरा करने के लिए उमा देवी भागकर मुंबई चली आई. उनका नेचर ही हंसने हसाने वाला हुआ करता था, जिस वजह से वे अपने करियर को एक नई पहचान दे पाई. उन्होंने साल 1945 में अपने गाना गाने के जुनून को एक नई उड़ान दी. उमा ने अपना टैलेंट नौशाद अली तक पहुंचाया और उन्होंने औडिशन देने की अनुमति दे दी. जिसके बाद उनका जीवन ही बदल गया और उनकी अवाज को सबने पहचान दी.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

सरस सलिल सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरस सलिल मैगजीन का सारा कंटेंट
- 1000 से ज्यादा सेक्सुअल हेल्थ टिप्स
- 5000 से ज्यादा अतरंगी कहानियां
- चटपटी फिल्मी और भोजपुरी गॉसिप
- 24 प्रिंट मैगजीन
डिजिटल

सरस सलिल सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरस सलिल मैगजीन का सारा कंटेंट
- 1000 से ज्यादा सेक्सुअल हेल्थ टिप्स
- 5000 से ज्यादा अतरंगी कहानियां
- चटपटी फिल्मी और भोजपुरी गॉसिप