जब भी पाकिस्तान भारत पर हमला करता है दोनों देशों की राजनैतिक फ्रंट पर गर्मागर्मी तो होती ही है, साथ में सांस्कृतिक, मनोरंजन, खेल समेत सारे क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित होते हैं. यही हालत एक बार और देखी जा रही है. हाल ही में पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते बहुत खराब हो गए हैं. एक ओर कूटनीतिक दबाव बनाते हुए भारत ने आर्थिक मोर्चे पर कई महत्वपूर्ण कदम उठाएं तो वहीं बौलीवुड ने भी पाकिस्तानी कलाकारों का बहिष्कार किया. बीते शुक्रवार रिलीज हुई टोटल धमाल को भी पाकिस्तान में रिलीज नहीं किया गया. भारत की ओर से इस सख्ती का जवाब पाकिस्तान ने भी दिया है.

बीते दिन पाकिस्तान के लाहौर कोर्ट में एक याचिका दायर कर भारतीय फिल्मों के व्यापार, प्रदर्शन और बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है. पाकिस्तान के एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक शेख मुहम्मद लतीफ ने अपने वकील के माध्यम से याचिका कर इस प्रतिबंध की मांग की है. मुहम्मद लतीफ ने अपनी याचिका में कहा है कि 2016 में संघीय सरकार ने भारतीय फिल्मों समेत अन्य कंटेंट के आयात पर प्रतिबंध लगाया था, पर तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 31 जनवरी 2017 में एक अधिसूचना जारी कर इस प्रतिबंध को हटाने की बात कही थी. अपने इस अधिसूचना के लिए सरकार ने पाकिस्तानी सिनेमा उद्योगों के पुनरुद्धार करने की आड़ ली है.

उन्होंने आगे कहा कि पुलवामा हमले के बाद औल इंडियन सिने वर्कर्स ने भारतीय फिल्म उद्योग में काम करने वाले पाकिस्तानी अभिनेताओं पर आधिकारिक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. इसके जवाब में कार्रवाही की मांग करते हुए वो आग्रह करते हैं कि 2017 के नोटिफिकेशन को रद्द कर दिया जाए और फिल्मों समेत अन्य भारतीय कंटेंट्स पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया जाए.

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