रिचा चड्ढा ने बौलीवुड में अपना एक अलग मुकाम बना लिया है. वह निरंतर कंटेंट आधारित फिल्में करते हुए आगे बढ़ रही हैं. मगर ‘सरबजीत’’के बाद उनके करियर की गति काफी धीमी हो गयी है.
इन दिनों वह ‘एक्सेल इंटरटेनमेंट’ की फिल्म ‘‘फुकरे रिटर्न’’ को लेकर काफी उत्साहित हैं, जो कि कुछ साल पहले प्रदर्शित सफल फिल्म ‘फुकरे’ का सिक्वअल है. ‘फुकरे’ में भी रिचा चड्ढा ने ही भोली पंजाबन का किरदार निभाया था.
अब आपका करियर किस दिशा में जाता नजर आ रहा है. ‘सरबजीत’ के बाद करियर की गति काफी धीमी हो गयी है?
- ‘सरबजीत’ को करना तो मुझे मेरी गलती लगती है. लेकिन अब किसी पर भी इल्जाम लगाने से कोई फायदा नहीं. आप भी जानते हैं कि बौलीवुड में लोग कैसे होते हैं. लेकिन अब मेरा करियर सही हो जाएगा. करियर के धीमे होने की वजह एक यह भी रही कि मैने पटकथा व किरदार को लेकर समझौते करते हुए कोई भी फिल्म स्वीकार नही की, बल्कि मैंने अच्छे काम के लिए इंतजार करना उचित समझा.
उस बीच मैंने इंडोर्समेंट या दूसरे काम जरुर किए. जब एक ही तरह के किरदार आने लगे या जब आपको आपके कैलीबर के किरदार न मिल रहे हों, तो कुछ समय इंतजार कर लेना चाहिए.जल्दबाजी में या महज पैसे के लिए गलत काम यानी कि गलत फिल्म कर लेने से ईमेज खराब हो जाती है. वैसे भी पहले की गलती जब बाद में आपको काटने आती है तब आपकी समझ में नही आता कैसे बचा जाए?
आपके करियर के धीमे होने की वजहें ‘कैबरे’, ‘जिया और जिया’ ‘और देवदास’ जैसी फिल्मों का बीच में रूक जाना भी रहा?