भोजपुरी फिल्मों की हौट हीरोइन काजल राघवानी को भोजपुरी बैल्ट की सनसनी माना जाता है. वे भोजपुरी फिल्मों की ऐसी हीरोइन हैं, जिन की एक झलक पाने के लिए उन के चाहने वाले बेताब रहते हैं. फिल्मों की शूटिंग के दौरान काजल राघवानी के साथ सैल्फी लेने की भीड़ देख कर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्हें लोग किस हद तक पसंद करते हैं.
पुणे, महाराष्ट्र में पलीबढ़ी काजल राघवानी ने दर्जनों कामयाब फिल्में दी हैं, जिन में ‘सब से बड़ा मुजरिम’, ‘पटना से पाकिस्तान’, ‘भोजपुरिया राजा’, ‘मेहंदी लगा के रखना’, ‘दबंग सरकार’, ‘कुली नंबर वन’ वगैरह शामिल हैं.
भोजपुरी फिल्म ‘अमानत’ के सैट पर काजल राघवानी से हुई मुलाकात में उन के फिल्मी सफर पर खुल कर बात हुई. पेश हैं, उसी के खास अंश :
ये भी पढ़ें- जानें, भोजपुरी फिल्म ‘झुक गया आसमान‘ में क्या है खास
अपने परिवार के बारे में बताएं?
मैं मूल रूप से गुजराती हूं और मेरे मम्मीपापा पुणे में रहते हैं. या कह लिया जाए कि अब वहीं पर मेरा घर भी है. मेरी एक बहन और एक भाई हैं.
अब भोजपुरी हीरोइनों के लिए मजबूत किरदार लिखे जा रहे हैं. इस बदलाव को आप कैसे देखती हैं?
सच कहूं, तो अभी भी भोजपुरी हीरोइनों को फोकस कर के उतने मजबूत किरदार नहीं लिखे जा रहे हैं, जितनी जरूरत है, फिर भी इस की शुरुआत भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में हो चुकी है और ऐसी फिल्में कामयाब भी हुई हैं. मु झे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इस में तेजी आएगी.
आजकल दर्शकों में रोमांच पैदा करने के लिए डरावनी फिल्में भी खूब बनती हैं. क्या डरावनी फिल्मों को शूट करते हुए या देखते हुए आप को डर लगता है?