चर्चित नाटक ‘‘अनन्या’’ में अभिनय कर रहे अभिनेता सिद्धार्थ बोड़के का मानना है कि यह नाटक उनके दिल के बहुत करीब है. वह अपने चरित्र के बारे में बात करते हुए कहते हैं- ‘‘मैंने इसमें जय दीक्षित का किरदार निभाया है, जो कि इस नाटक में एक आश्चर्यजनक तत्व है. वह दूसरे हाफ में नाटक में प्रवेश करता है और 20-25 मिनट में वह नाटक के मूड को बदल देता है. वह जिस तरह से बोलता है, उसके विचार और व्यक्तित्व और आभा जिस तरह की होती है, वह बहुत दिलचस्प है.
उसे नाटक में एक अलग जीवंतता मिलती है और वह अनन्या के जीवन में एक बहुत महत्वपूर्ण किरदार है. अनन्या एक खूबसूरत नाटक है यह एक प्रेम कहानी है, एक लड़की की प्रेरणादायक कहानी है जो एक दुखद घटना से गुजरती है और उसके बाद वह कैसे संघर्ष करती है और सफलता की ओर ले जाती है. जय दीक्षित नाटक में एक बहुत महत्वपूर्ण किरदार है, इसलिए यह भूमिका बहुत खास है.”
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यह नाटक अतीत में अपने गुजराती और मराठी संस्करणों में भी लोकप्रिय रहा है. सिद्धार्थ मराठी संस्करण का हिस्सा रहे हैं और इस तथ्य से प्यार करते हैं कि उन्हें यह हिंदी में भी करने को मिला. वह कहेत हैं- ‘‘यह नाटक गुजराती और मराठी में हुआ है. और यह अभी भी चल रहा है. हमने लगभग 75 शो पूरे कर लिए हैं. प्रताप फड़ सर, जो इस नाटक के लेखक और निर्देशक हैं, जब उन्होंने हिंदी अनन्या के लिए कास्टिंग के बारे में सोचा, तो मैं शुरू में इसका हिस्सा नहीं था. लेकिन बाद में मुझे सर का फोन आया और उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि मैं जय दीक्षित का किरदार करूं. मैं इस भूमिका को करने के लिए बहुत सम्मानित और भाग्यशाली महसूस करता हूं. अनन्या की पूरी टीम को कई पुरस्कार मिले. यह मेरा पहला हिंदी नाटक है और मैं इसे प्यार कर रहा हूं.’’
अभिनेता सिद्धार्थ कई टीवी सीरियल कर चुके हैं. वह वर्तमान में जी युवा पर मराठी सीरियल ‘तू आशी जावली रा’ का हिस्सा हैं. फिल्मों, टीवी और थिएटर में काम करने के बारे में बात करते हुए सिद्धार्थ कहते हैं- “प्रत्येक माध्यम की अपनी सुंदरता होती है. मैंने थिएटर से शुरुआत की है और मुझे लगता है कि थिएटर मजेदार है क्योंकि इसमें लाइव ऑडियंस है. थिएटर शो में कटौती नहीं होती है, आपको सहज होना होगा ताकि थिएटर की सुंदरता हो. व्यक्तिगत रूप से, मैं तीनों माध्यमों में काम करना पसंद करता हूं क्योंकि मेरा जुनून अभिनय है.”
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वह आगे कहते हैं- ‘‘मैं ऐसी भूमिकाएं करना चाहता हूं जो मेरे कम्फर्ट जोन से बाहर हों, जिससे मुझे असहजता होगी, इस तरह की भूमिकाएं करने के बाद मेरे अंदर का अभिनेता विकसित होगा. मैं जीवन के हर पहलू की खोज करना चाहता हूं. मैं एक नायक बनना चाहता हूं, मैं एक बौलीवुड नायक की तरह भी भूमिका निभाना चाहता हूं और अन्य गहन किरदार भी करने हैं.’’