इस तरह बनाएंगे संबंध तो मिलेगा डबल मजा

एक अंतरंग संबंध या एक यौन संबंध याने जोड़ों का शारीरिक और भावनात्मक रूप से अच्छी तरह से शामिल होना हो सकता हैं. इसको मुख्यतः प्यार और प्रतिबद्धता के अलावा जुनून और आकर्षण द्वारा निर्धारित किया जाता है.

एक रिश्ते में अंतरंगता जोड़े को भावनात्मक रुप से एक दूसरे सें कितने संलग्न है, यह तय करने में और सुरक्षा की अपनी भावना का निर्धारण करने में मदद करती हैं. इसके अलावा, एक अंतरंग संबंध एकसाथ रहने की इच्छा को केवल शारीरिक स्तर से परे एक भावनात्मक स्तर पर बरकरार रखते हैं. उसमें अपनेपन और स्नेह की भावना होती है.

निम्नलिखित मुद्दों से आपको यह संकल्पना समझने में मदद मिलेगी:

1. जोड़े उनके रिश्ते में अंतरंगता का आनंद लेते है, वह एक दूसरे पर निर्भर हो जाते हैं.

2.  एक अंतरंग संबंध में हमेशा आवश्यकता की पूर्ति की भावना होती है. यह पूर्ताता भावनात्मक, सामाजिक और यौन हो सकती हैं.

3. एक अंतरंग संबंध कभी कभी आकर्षण, मोह, और जुनून के अन्य संकल्पना के साथ उलझ सकता है. अंतरंगता का आनंद ले रहे लोगों को इससे सतर्क होना चाहिये, जिससे वह बादमें दर्द और अविश्वास से बच सकते हैं.

4.  इसके अलावा, एक अंतरंग संबंध हमेशा एक यौन संबंध नहीं हो सकता हैं. एक संतोषप्रद शारीरिक संबंध बनने के लिए एक भावनात्मक रूप से संलग्न होना बहूत जरुरी होता हैं, और इसलिए अंतरंगता को बहुत ज्यादा व्यक्तिगत स्तर पर परिभाषित किया जाता हैं. एक अंतरंग जोड़े अपने साथी की पसंद और नापसंद के बारे में स्वाभाविक रुप से जानते है, और इसलिए साथ रहने का हर अनुभव पूर्ण बनाते हैं.

5. शोधकर्ताओं के अनुसार, एक अंतरंग संबंधों में शामिल व्यक्ति खुद को बेहतर समझने में भी सक्षम होते है, जिससे कारण उनको अपने साथियों से जुड़ा होने के अलावा उनको क्या चाहिए यह पता होता हैं.

मैरिड लाइफ में सैक्स कितना है जरुरी

अंजली के पति अजय को अधिकतर अपने व्यवसाय के सिलसिले में दौरे पर रहना पड़ता है. जब भी वे दौरे से लौटने वाले होते हैं, अंजली को खुशी के बजाय घबराहट होने लगती है क्योंकि लंबे अंतराल के बाद सैक्स के समय उसे दर्द होता है. इस कारण वह इस से बचना चाहती है.

इस मानसिक तनाव के कारण वह अपनी दिनचर्या में भी चिड़चिड़ी होती जा रही है. अजय भी परेशान है कि आखिर क्या वजह है अंजली के बहानों की. क्यों वह दूर होती जा रही है या मेरे शहर से बाहर रहने पर कोई और आ गया है उस के संपर्क में? यदि शारीरिक संबंधों के समय दर्द की शिकायत बनी रही तो दोनों ही इस सुख से वंचित रहेंगे.

दर्द का प्रमुख कारण स्त्री का उत्तेजित न होना हो सकता है. जब वह उत्तेजित हो जाती है तो रक्त का प्रवाह तेज होता है, सांसों की गति तीव्र हो जाती है और उस के अंग में गीलापन आ जाता है. मार्ग लचीला हो जाता है, संबंध आसानी से बन जाता है.

फोरप्ले जरूरी

बगैर फोरप्ले के संबंध बनाना आमतौर पर महिलाओं के लिए पीड़ादायक होता है. फोरप्ले से संबंध की अवधि व आनंद दोनों ही बढ़ जाते हैं. महिलाओं को संबंध के लिए शारीरिक रूप से तैयार होने में थोड़ा समय लगता है. उसे इसे सामान्य बात मानते हुए किसी दवा आदि लेने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए.
यह देखा गया है कि कुछ दवाएं महिलाओं के गीलेपन में रुकावट पैदा करती हैं. इसीलिए सैक्स को भी एक आम खेल की तरह ही लेना चाहिए. जिस तरह खिलाड़ी खेल शुरू करने से पहले अपने शरीर में चुस्ती व गरमी लाने के लिए अभ्यास करते हैं उसी तरह से वार्मअप अभ्यास करते हुए फोरप्ले की शुरुआत करनी चाहिए. पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर इस का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. महिलाओं के शरीर में कुछ बिंदु ऐसे होते हैं जिन्हें हाथों या होंठों के स्पर्श से स्पंदित किया जा सकता है. हलके स्पर्श से सहला कर उन की भावनाओं को जाग्रत किया जा सकता है.

अगर पर्याप्त फोरप्ले के बावजूद गीलापन न हो, उस स्थिति में चिकनाई वाली क्रीम इस्तेमाल की जा सकती है, जो एक प्रकार की जैली होती है. इस को लगाने के बाद कंडोम का प्रयोग करना चाहिए. कुछ कंडोम ऐसे होते हैं जिन के बाहरी हिस्से में चिकना पदार्थ लगा होता है. इस से पुरुष का अंग आसानी से प्रवेश हो जाता है.

चिकनाईयुक्त कंडोम

यहां यह सावधानी बरतने योग्य बात है कि यदि सामान्य कंडोम प्रयोग किया जा रहा हो तो उस स्थिति में तेल आधारित क्रीम का प्रयोग न करें क्योंकि तेल कंडोम में इस्तेमाल की गई रबड़ को कमजोर बना देता है व संबंध के दौरान कंडोम के फट जाने की संभावना बनी रहती है. कई बार कंडोम का प्रयोग करने से योनि में दर्द होता है, जलन या खुजली होने लगती है. इस का प्रमुख कारण कंडोम में प्रयोग होने वाली रबड़ से एलर्जी होना हो सकता है. पुरुषों के ज्यादातर कंडोम रबड़ या लैटेक्स के बने होते हैं.

आमतौर पर एक से दो फीसदी महिलाओं को इस से एलर्जी होती है. वे इस के संपर्क में आने पर बेचैनी, दिल घबराना यहां तक कि सांस रुकने तक की तकलीफ महसूस करती हैं. सो, यदि पति द्वारा इस्तेमाल कंडोम से ये लक्षण दिखाई पड़ें तो बेहतर है उन्हें अपने कंडोम का ब्रैंड बदलने को कहें.

इस का कारण कंडोम के ऊपर शुक्राणुओं को समाप्त करने के लिए जो रसायन लगाया जाता है, वह भी एलर्जी का कारण हो सकता है. सामान्य कंडोम का प्रयोग कर के भी इस एलर्जी से नजात पाई जा सकती है. इस के बावजूद यदि समस्या बनी रहे तो पुरुष कंडोम की जगह पत्नी स्वयं महिलाओं के लिए बनाए गए कंडोम का प्रयोग करे.

महिलाओं के कंडोम रबड़ की जगह पोलीयूरेथेन के बने होते हैं. वैसे बाजार में पुरुषों के लिए पोलीयूरेथेन कंडोम भी उपलब्ध हैं. इन के साथ एक बड़ी समस्या यह है कि ये आम रबड़ के बने कंडोम की तुलना में कमजोर होते हैं, संबंध के दौरान इन के फटने की आशंका बनी रहती है. यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि संबंध के दौरान कंडोम के प्रयोग से अनेक लाभ होते हैं. इस के कारण अनचाहे गर्भ से छुटकारा मिलता ही है, रोगों के संक्रमण से भी नजात मिल जाती है.

क्या इमोजी बता सकते है कि आपकी दिमाग में है कितना सैक्स

आज के जमाने में वौट्सऐप, फेसबुक या किसी अन्य मेसेजिंग सर्विस के जरिये हम दोस्तों को न सिर्फ संदेश भेजते हैं बल्कि इमोजी भी लगाकर अपनी अपनी भावना प्रकट करते हैं. एक नये रिसर्च के मुताबिक आप मेसेज में कितने इमोजी इस्तेमाल करते हैं ये बता सकता है कि आप सैक्स के बारे में कितना सोचते हैं.

रिसर्च के अनुसार अगर आप कोई भी टेक्स्ट बिना इमोजी (emoji) के नहीं भेजते हैं तो सैक्स आपके दिमाग पर कुछ ज़्यादा हावी हो सकता है. हम आपको बता रहे हैं रिसर्च कैसे किया गया और कैसे निष्कर्ष निकाले गये.

डेटिंग वेबसाइट मैच डौट कौम ने किया है रिसर्च

ये रिसर्च डेटिंग वेबसाइट मैच डौट कौम ने किया है. इसके रिसर्च के मुताबिक वे लोग, जो अपने लगभग हर टेक्स्ट मेसेज में इमोजी का इस्तेमाल करते हैं, उनके दिमाग में ज्यादातर वक्त सैक्स की बातें भरी रहती हैं.

रिसर्च का अहम हिस्सा रही हेलेन फिशर ने बताया कि इमोजी इस्तेमाल करने वाले न केवल अधिक सैक्स करते हैं बल्कि डेट्स खूब करते हैं. इनकी शादी की संभावना भी इमोजी का इस्तेमाल कम या बिल्कुल नहीं करने वाले लोगों की तुलना में दोगुनी होती है.

इन लोगों पर हुआ रिसर्च

25 देशों में 8 अलग-अलग भाषाओं में काम कर रही इस वेबसाइट ने इसके पहले भी एक रिसर्च किया था. इस रिसर्च के मुताबिक सर्वे में शामिल आधे से भी ज़्यादा महिला और पुरुष फ्लर्ट करते समय ‘विंक’ इमोजी का इस्तेमाल करते थे. शोध में यह भी पाया गया कि इस तरह की बातचीत में दूसरी सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली प्रचलित इमोजी ‘स्माइली’ थी.

5000 लोगों पर हुए इस रिसर्च में 36 से 40 प्रतिशत लोग ऐसे थे, जो हर मेसेज में एक से अधिक इमोजी का इस्तेमाल करते थे. पाया गया कि ये लोग दिन में कई बार सेक्स के बारे में सोचते थे. वहीं, जो लोग सेक्स के बारे में कभी नहीं सोचते थे, उनके मेसेज में इमोजी का इस्तेमाल ना के बराबर था.

वहीं कई लोग ऐसे भी थे जो सैक्स के बारे में दिन में बस एक बार सोचते थे और इमोजी का इस्तेमाल तो करते थे लेकिन हर मेसेज में नहीं. इस शोध के मुताबिक इस रिसर्च में शामिल 54 प्रतिशत लोग, जो अपने मैसेज में इमोजी का इस्तेमाल करते थे, उन 31 प्रतिशत लोगों की तुलना में अधिक सैक्स करते थे जो इमोजी का इस्तेमाल नहीं किया करते थे.

वहीं एक दूसरी वेबसाइट (DrEd.com) के हाल ही के रिसर्च के अनुसार सेक्शुअली चार्ज्ड इमोजी के तौर पर केले से ज्यादा बैंगन वाली इमोजी का इस्तेमाल किया जाता है. अगर लिंग आधारित आंकड़ों पर गौर फरमाएं तो महिलाएं केले वाली इमोजी का इस्तेमाल ज्यादा करती हैं और पुरुष बैंगन वाली इमोजी का. वहीं जब बात रोमांस की आती है तो दिल बनी आंखों वाली इमोजी सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है.

शादी की पहली रात ये 7 चीजें करते हैं दूल्हा-दुल्हन

शादी से पहले हर लड़का-लड़की अपनी पहली सुहागरात के बारे में काफी कुछ सोचते हैं. उन्‍हें अपनी शादी से जितनी ज्‍यादा उम्मीदें होती हैं उतनी ही पहली रात के बारे में सोच कर घबराहट भी होती है. पहली रात का मतलब केवल यही नहीं होता कि अपने नए नवेले पति या पत्‍नी के साथ हमबिस्‍तर हो कर गुजारेंगे. अगर आप लोगों के मन में भी यही विचार आतें हैं, तो हम आपको बता दें, कि जरुरी नहीं है कि सबकी सुहागरात ऐसे ही गुजरे.

वे लोग जो शादी से अभी कोसों दूरी पर हैं, उनके मन में सुहागरात के बारे में कई विचार आते हैं. आज हम आपका इंतजार यहीं पर खत्म करते हैं क्‍योंकि हम आपको बताने जा रहें हैं कि भारतीय शादियों में वर-वधु शादी की अपनी पहली रात को क्या करते हैं.

1. थकान की वजह से सो जाते हैं

हमारे भारतीय समाज में शादी के बहुत सारे विधि विधान होते हैं और यह सब ज्यादातर वर-वधू ही करते हैं. जिन्हें करते-करते वे इतना थक जाते हैं कि अपने कमरे में पहुँचते ही वे सोने की तैयारी करते हैं.

2. शादी के कपड़ों और सामान से निजात पाना

शादी के कपड़े काफी भारी होते हैं, फिर चाहे वह लड़के की शेरवानी हो या लड़की का लहंगा. वे दोनों ही यह कपडे काफी देर तक पहने रहते हैं. इसलिए वे जैसे ही अपने कमरे में पहुँचते हैं, तो सब कुछ उतारने लग जाते हैं. लड़के के लिए तो आसान है लेकिन लड़की को सिर्फ अपना लहंगा या गहने ही नहीं उतारने पड़ते हैं, बल्कि उसके जूड़े में लगी ढेर सारी पिन भी निकलनी पड़ती हैं जिसमें लड़का भी मदद करता है.

3. दोस्‍तों और रिश्‍तेदारों की मजाक मस्‍ती से निपटना

हर नव वर वधू को दोस्तों और चचेरे भाई बहनो के कुछ अनचाहे मज़ाक झेलने पड़ते हैं, जैसे आधी रात फोन करना, घड़ी का अलार्म बजाना और दरवाजा खटखटाना. यह सब पूरी रात चलता रहता है.

4. दिल खोल कर बातें करना

जैसे जैसे शादी का दिन नज़दीक आता है, दोनों लड़का और लड़की अपनी-अपनी तैयारियों में इतना मशरूफ हो जाते हैं, कि उन्हें एक दूसरे से बात भी करने का समय नहीं मिलता है. इसलिए यह देखा गया है कि शादी की पहली रात को दोनों एक दूसरे से दिल खोल कर बात करतें हैं.

5. दुल्हन के उपहारों को खोलना

थोड़ी आश्चर्य की बात तो है लेकिन हैं सच है कि दुल्हन अपने पति के लिए बहुत सारे उपहार लती है और उन्हें दिखने के लिए वे दोनों शादी की पहली रात सारे ही सरे गिफ्ट्स खोल कर देखते हैं.

6. शादी के बारे में बात करते हैं

इतना लंबा समय बिताने के बाद शादी की पहली रात को दोनों अकेले एक साथ होते हैं, और शादी के दुरान गुज़ारे अच्छे पालों को याद करते हैं. एक दूसरे के करीब आने के बजाये वे उन पलों के बारे में बात करते हैं.

7. सेक्स के बारे में सोचना

जो वर वधू शादी की पहली रात को कुछ अनचाहे कारणों से एक दूसरे के करीब ना आ सके, वे आराम से शर्माते हुए सो जाते हैं. अपनी अगली सुबह के इंतज़ार में.

KISS को न करें मिस, होगें ये 9 फायदे

भारत में किस सिर्फ रील लाइफ में ही देखने को मिलता है, रियल लाइफ में नहीं. इस किस सीन को परदे पर देख कर हम खुश तो होते हैं, लेकिन जब इस पर अमल की बात आती है तो खुलेपन की बात तो छोडि़ए, बैडरूम में भी ज्यादातर दंपती एकदूसरे को सपोर्ट नहीं करते हैं. जबकि किस पर हुए कई सर्वे बता चुके हैं कि इस से कोई नुकसान नहीं, बल्कि फायदा ही होता है.

कई महिलाएं और पुरुष अकसर यह बहाने बनाते देखे जा सकते हैं कि सुनो न, आज मन नहीं है बहुत थक गया हूं/गई हूं. कल करेंगे प्लीज. जब आप अपने पार्टनर के साथ चंद प्यार भरे लमहे गुजारना चाहें और ऐसे में आप का पार्टनर कल कह कर बात टाल दे तो आप को बुरा लगना स्वाभाविक है. लेकिन क्या आप ने कभी यह सोचा है कि ऐसा कह कर आप अपना रिश्ता तो खराब नहीं कर रहे हैं? अगर ऐसा है तो सावधान हो जाएं. बहुत से ऐसे शादीशुदा जोड़े हैं, जो एकदूसरे की फीलिंग्स को इसी तरह हर्ट कर अपना रिश्ता बिगाड़ लेते हैं. सभी को प्यार को ऐक्सप्रैस करने का हक है. ऐसे में पार्टनर जब इस तरह से संबंध को रोकेगाटोकेगा तो इस से न सिर्फ आप का रिश्ता प्रभावित होगा वरन मन में भी खटास आएगी. इतना ही नहीं, ऐसा करना आप के शारीरिक व मानसिक संतुलन पर भी बुरा असर डालेगा. आप को मालूम होना चाहिए कि किस थेरैपी दे कर आप का पार्टनर पल भर में आप की सारी थकान को गायब कर सकता है. इसलिए इसे मना करने से पहले थोड़ा सोच लें. आइए, अब जानें किस की खूबियों को:

रिश्ता मजबूत बनाता है किस:

यह तो हम सभी जानते हैं कि लिपलौक करने से रिश्ता अधिक मजबूत बनता है. एकदूसरे के साथ लिपलौक करने से एकदूसरे के प्रति ऐक्स्ट्रा प्यार का एहसास मिलता है. ऐसा लगता है कि मेरा पार्टनर मुझ से बेहद प्यार करता है. किस करने से औक्सीटौसिन हारमोन बनता है, जो रिश्तों को ज्यादा मजबूत बनाता है.

सैक्सुअल प्लैजर को बढ़ाता है:

सैक्स करने से जहां दिनभर की थकान या किसी भी तरह का तनाव तो कम होता ही है, आप का रिश्ता भी ज्यादा स्ट्रौंग बनता है. लेकिन किसी भी किस के बिना आप की सैक्स ड्राइव अधूरी रहती है. सैक्स से पहले किस आप का सैक्सुअल प्लैजर बढ़ाता है. आसान शब्दों में कहें तो सैक्स करने से पहले अपने पार्टनर के साथ एक किस सैशन जरूर करें. ऐसा करना आप के प्लैजर को न सिर्फ बढ़ावा देगा, बल्कि आप के पार्टनर को भी पूरी तरह से संतुष्ट करेगा.

स्पिट स्वैपिंग भगाए बीमारी:

चुंबन करते समय जब तक स्पिट स्वैपिंग न हो तब तक किस करना बेमानी सा है. किस या लिपलौक करते समय अपने पार्टनर के साथ बेझिझक हो पूरा मजा लें और स्पिट यानी थूक आने पर पोंछें नहीं, बल्कि उस की स्वैपिंग करें, क्योंकि यह कई संक्रमणों को दूर करता है. सैक्स के दौरान किए जाने वाले किस से इम्यूनिटी भी बढ़ती है.

मिलती हैं जहां की खुशियां:

एकदूसरे को बारबार किस करने से पार्टनर की आप के प्रति सैक्स के प्रति इच्छा कितनी है, का भी पता चलता है. ज्यादातर केसेज में अधिकतर महिलाएं सैक्स के प्रति बड़ी रिजर्व रहती हैं. वे पार्टनर क्या सोचेगा सोच कर सैक्स में खुल कर सपोर्ट नहीं कर पातीं. ऐसा करना न सिर्फ आप को सैक्स के प्रति रूखा दिखाएगा, बल्कि आप के पार्टनर को भी जिस्मानी तौर पर संतुष्ट नहीं कराएगा. किस करते वक्त एंडोफिंस नाम का तत्त्व निकलता है जो आप को खुश रखने में मदद करता है. अगर आप टैंशन में हैं या गहन सोचविचार में तो पार्टनर को किस करना आप के लिए दवा का काम करेगा.

दवा का काम करे किसिंग सैशन:

हौट किसिंग सैशन के दौरान आप का शरीर एक ऐड्रेनलीन हारमोन रिलीज करता है, जो किसी भी तरह के दर्द को कम करने में मददगार होता है. अब दर्द को कम करने के लिए भी आप यह सैशन कई बार ट्राई कर सकते हैं. अगर आप के सिर में दर्द है तो लिपलौक जरूर ट्राई करें और इस का असर देखें और फिर इस का कोई साइड इफैक्ट भी नहीं होता है.

तनाव भगाए किस:

दिन के ढलतेढलते इंसान भी काफी थकाथका सा महसूस करने लगता है, इसलिए सिर्फ अपने काम का दबाव या अपने हारमोनल बदलावों को ब्लेम करना गलत होगा. थके होने पर आप घर जा कर बस अपने पार्टनर के साथ एक किस थेरैपी लीजिए. यकीन मानिए, आप की थकान पलक झपकते छूमंतर हो जाएगी और आप फ्रैश महसूस करेंगे. दरअसल, किसिंग करने से कार्टिसोल नामक हारमोन लैवल कम होता है और आप के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है. एंडोक्राइन सिस्टम से दिमाग भी स्वस्थ रहता है.

ऐक्स्ट्रा कैलोरीज करता है कम:

अपनी हैल्थ के प्रति सचेत लोग अपनी अति कैलोरी को कम करने के लिए या तो ट्रेडमिल पर रनिंग करते हैं या फिर डाइट पार्ट फौलो करते हैं. अगर आप कभी जिम जाना भूल जाएं या पार्टी का मौका देख डाइट चार्ट को एक दिन के लिए फौलो न कर पाएं तब भी आप अपने पार्टनर के साथ किसिंग सैशन कर के अपनी कैलोरी बर्न कर सकते हैं. जी हां, जितनी कैलोरी आप की जिम सैशन में कम नहीं होगी उतनी आप की किसिंग सैशन में हो जाएगी. इतना ही नहीं, कैलोरी बर्न करने के अलावा किस करने से आप के चेहरे की भी ऐक्सरसाइज होती है. किस आप की स्किन मसल्स को भी टाइट करता है, जिस से आप दिखेंगे जवांजवां.

ऐलर्जी से छुटकारा:

किस न सिर्फ तनावग्रस्त लोगों को सहज करता है, बल्कि कई बार ऐलर्जी जैसे खुजली आदि होने को भी दूर करता है.

डैंटिस्ट को भी रखे दूर:

किस मुंह, दांतों और मसूड़ों की बीमारी से भी आप को दूर रखता है. मुंह में लार कम बने तो भी किसिंग फायदेमंद हो सकता है.

A टू Z: जाने सेक्स के बारे में सबकुछ

सेक्स हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा होता है. सेक्स का नाम सुनते ही सभी लोगों का मन रोमांच से भर जाता है. आप पहली बार सेक्स कर रहें हों या इसको कई बार कर चुके हों, परंतु आपके मन में सेक्स को लेकर कई तरह के सवाल होते हैं. कई लोग सेक्स को सुरक्षित बनाने के तरीके खोजते हैं और दूसरी ओर कुछ लोग सेक्स को रोमांचक करने के उपाय जानना चाहते हैं. सेक्स को लेकर लोगों के मन में विभिन्न प्रकार के सवाल उठते हैं, लेकिन सेक्स करने के तरीके को लेकर सबसे अधिक सवाल होते हैं. आपके इसी सवाल के जवाब को नीचे विस्तार पूर्वक बताया जा रहा है.

योनि सेक्स (सेक्सुअल इंटरकोर्स) क्या है     

योनि के माध्यम से की गई संभोग क्रिया को ही योनि सेक्स कहा जाता है. इसमें महिलाओं की योनि को सेक्स के केंद्र में रखा जाता है और पुरुष सेक्स के दौरान अपनी सभी क्रिया को इसी अंग में करता है.

आम तौर से एक पुरुष और महिला के बीच सेक्स को ही “सेक्सुअल इंटरकोर्स” (Sexual Intercourse) कहा जाता है. इसमें पुरुष का उत्तेजित लिंग महिला की योनि में प्रवेश करता है. सेक्सुअल इंटरकोर्स यौन सुख या बच्चा पैदा करने के लिए किये जाता है.

भारत में 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति के साथ सेक्स (संभोग) करना गैर कानूनी है. चाहे उनकी यौन सहमति हो भी, आप जिनके साथ यौन सम्बन्ध बनाना चाहते हैं, उनकी उम्र 18 से ज्यादा होना कानूनी तौर से अनिवार्य है.

सेक्स करने का तरीका

सेक्स वैसे तो कई तरीकों से किया जा सकता है. लेकिन हम यहां पर सामान्य तरह के सेक्स, यानी एक पुरुष और महिला के बीच लिंग और योनि के मिलन (सेक्सुअल इंटरकोर्स) की बात कर रहें. सेक्सुअल इंटरकोर्स का कोई एक निश्चित तरीका नहीं है, मगर फिर भी आप इसको करने से पहले कई तरह की तैयारियां कर सकते हैं.

इसको करने के लिए सबसे जरूरी बात यह है कि इसमें शामिल होने वाले दोनों ही साथी सेक्स को लेकर उत्साहित हों और साथ ही साथ इस क्रिया में किसी पर कोई दबाव न हो. अगर आप दोनों इस क्रिया का पूरा आनंद लेना चाहते हैं, तो आप दोनों को एक दूसरे की सहमति लेना बेहद जरूरी होता है. इसमें साथी की सहमति व उसके विचार जान लेना बेहद ही जरूरी होता है.

आइये आगे आपको बताएं सेक्स करने का तरीका –

  1. सेक्स करने का तरीका है पहले फोरप्ले करना

फोरप्ले एक ऐसी क्रिया है जिसको सेक्स से पहले किया जाता है. इसमें पुरुष और महिला एक दुसरे के शरीर को सेक्स करने के लिए तैयार करते हैं. इसमें किस करना, प्यार से छूना व महिला के संवेदनशील अंगों को जीभ से छूने की क्रिया को शामिल किया जाता है.

इससे महिलाओं की योनि में प्राकृतिक सेक्स लुब्रिकेंट बनना शुरू हो जाता है, जबकि पुरुष के लिंग में उत्तेजना आ जाती है. इन सभी संकेतों से पता चलता है कि महिला व पुरुष दोनों ही सेक्स के लिए तैयार हो गए हैं. फोरप्ले करने से दोनों जल्द ही यौन संबंध के चरम सुख के एक नए शिखर पर पहुंच जाते हैं. इस तरह सेक्स के दौरान फोरप्ले अहम भूमिका निभाता है.

  1. सेक्स कैसे भी करें लेकिन कंडोम जरूर लगाएं

सेक्स के लिए पुरुषों को कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए. लिंग और योनि के संपर्क में आने से पहले पुरुष को लिंग पर कंडोम लगा लेना चाहिए. इससे दोनों के लिए यौन संचारित रोग होने की संभावना कम हो जाती है. साथ ही, कंडोम का इस्तेमाल एक अच्छा अनचाहा गर्भ रोकने का उपाय है.

पुरुषों को स्खलन से पूर्व व महिला के साथ सेक्स करने से पूर्व कंडोम का उपयोग करना चाहिए. अगर आपकी महिला साथी सेक्स से पूर्व कंडोम का इस्तेमाल चाहती हैं तो उनको करीब आठ घंटे पहले इसका उपयोग करना होगा.

  1. सेक्स करने की सही पोजीशन का चयन करें

सेक्स को करने के लिए कई तरह की सेक्स पोजीशन को अपनाया जा सकता है. लेकिन यह कहना सही नहीं होगा कि कोई निश्चित सेक्स पोजीशन या सेक्स आसन सभी को आनंद प्रदान करने वाला होता है. सामान्यतः सेक्स के दौरान यह देखा जाता है कि महिला नीचे लेट जाती है और पुरुष उनके ऊपर लेटते हुए सेक्स करते हैं. इस पोजीशन को मिशनरी पोजीशन भी कहते हैं. अधिकतर दम्पति इस तरह की पोजीशन को ही अपनाते हैं.

इसके अलावा सेक्स पोजीशन में महिलाओं को पुरुषों के ऊपर आने वाली भी कई तरह की पोजीशन है. इसके अतिरिक्त दोनों साथियों का साथ में एक दूसरे की साइड व आगे-पीछे लेटने वाली आदि कई तरह की पोजीशन होती है. सही पोजीशन या सेक्स आसन को अपनाने के लिए दोनों ही साथियों को अपनी सहजता पर गौर करना होगा, जिसमें आप दोनों ही सहज महसूस करते हों वही पोजीशन आपके लिए सही रहेगी.

सेक्स आसन में अपने साथी को प्यार से छूने व करीब आने के अहसास से आप दोनों को चरम अवस्था तक पहुंचने में आसानी होती है. अगर साथी इस क्रिया में सहज न हो पा रहीं हों तो आप परेशान न हो, क्योंकि कई बार साथी को स्थिति को समझने व अपनाने में थोड़ा समय जरूर लगता है. एक बार आपका साथी आपके साथ सेक्स में सहज हो जाए, तो आप किसी अन्य पोजीशन को अपनाने पर भी विचार कर सकते हैं. सेक्स के रोमांच को बढ़ाने के लिए आप सेक्स टौय, एनल सेक्स व ओरल सेक्स को अपना सकते हैं. ओरल सेक्स को करने के बाद सामान्य (योनि सेक्स) सेक्स को करने से पूर्व आपको सावधानी के रूप में कंडोम को बदलना चाहिए, यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको यौन संचारित रोगों का खतरा बना रहता है.

  1. लिंग को योनि में प्रवेश कराने का तरीका

फोरप्ले के बाद दोनों ही साथी जब सेक्स के लिए तैयार हों, तब पुरुष महिला की सहमति मिलने के बाद उनकी योनि में अपने लिंग को प्रवेश करा सकता है. लिंग को योनि के मुख पर ठीक से पहुँचाने के लिए अगर अपने हाथों की मदद लेनी पड़े, तो ज़रूर लें. यहाँ तक कि महिला को भी इसमें पुरुष की मदद करनी चाहिए. महिला लिंग को अपने हाथ में लेकर योनि के मुख पर रख सकती हैं. उसके बाद पुरुष का काम शुरू होता है.

अब पुरुष को धीरे-धीरे लिंग को योनि के अंदर ले जाएं. फिर इसको थोड़ा सा बाहर निकाले. फिर थोड़ा अंदर ले जाएँ. यह क्रिया कुछ बार दोहराएं. जब यह क्रिया स्वाभाविक हो जाए तो आप दोनों सेक्स का आनंद लेने लगेंगे. इस तरह सेक्स को करते समय आप दोनों ही साथी सहज महसूस करने लगेंगे.

हालांकि, कुछ ऐसी सेक्स पोजीशन भी हैं जिसमें महिला पुरुष के ऊपर होती है और वह खुद ही लिंग को योनि के अंदर प्रवेश करवा देती हैं.

इस दौरान आप या आपका साथी जब भी किसी क्रिया में रुकना चाहे तो आपको रुकना होगा. सेक्स के दौरान कई बार साथी किसी नए तरीके में सहज नहीं हो पाता है, ऐसे में आपको उनकी असहजता का ध्यान रखते हुए तुरंत उस क्रिया को रोक देना होगा.

  1. सेक्स को इस तरह बनाएं खास

यौन संबंध दो लोगों के बीच में होने वाले निजी संबंध होते हैं. इसमें दोनों साथी अपनी-अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए एक दूसरे के करीब आते हैं. सेक्स करने वालों के मन में इसकी सही प्रक्रिया को जानने की उत्सुकता होती है, जबकि यह उत्सुकता पहली बार सेक्स करने वालों में अधिक देखने को मिलती है. तो जानते हैं सेक्स क्रिया को करने के सही तरीके व इसको खास बनाने वाले उपायों के बारे में.

साथी के मन को समझें

 सेक्स क्रिया का पूर्ण आनंद लेने के लिए आपको अपने साथी के मन को समझना होगा. यौन संबंध बनाने से पूर्व आपको यह जानने का प्रयास करना होगा कि आपका साथी इसमें शामिल होने का इच्छुक है या नहीं. अगर आप साथी की इच्छा के बिना सेक्स करते हैं तो आपको इसमें आनंद प्राप्त नहीं होगा. जब साथी आपके पास आते हुए आपको बार-बार छूने का प्रयास करें तो यह संकेत उनके मन में उठने वाली उत्तेजनाओं की ओर इशारा करता हैं. लेकिन इसको सिर्फ संकेत कहा जा सकता है, सेक्स के लिए उनकी इच्छा जानने के लिए आपको उनसे सहमति अवश्य लेनी चाहिए.

सही तैयारी करें

 सेक्स कई तरह से आपके स्वास्थ के लिए फायदेमंद होता है. इससे अतिरिक्त सेक्स से कैलोरी व तनाव दूर होता है. वहीं इस क्रिया को सही तैयारी के साथ न किया जाए तो यह आपके लिए कई तरह की समस्या भी खड़ी कर सकती है. इसलिए आप सेक्स को करने से पहले पूरी तैयारी कर लें. गर्भनिरोधक गोलियां व कंडोम को अपने पास जरूर रखें. आप दोनों के रिश्तों को सेक्स नजदीकियों में बदलता है, इसीलिए इसको सुरक्षित तरीके से ही करें. इसके अलावा एक कंडोम को आप बार-बार इस्तेमाल करने से बचें. साथ ही साथ इस बारे में साथी से जरूर बात करें और उनको भी सहज महसूस कराएं.

सही जगह सेक्स के उत्साह को बढ़ा देती है

सेक्स सभी के लिए महत्वपूर्ण होता है. चाहे आप इसको पहली बार कर रहें हों या पहले भी कर चुके हों. महत्वपूर्ण होने के चलते इसके लिए सही जगह चुनना बेहद जरूरी होता है. सेक्स करने के लिए आप ऐसी जगह चुनें जो आप दोनों साथियों को पसंद आए. इसके अलावा आप कमरे में हल्की रोशनी रखें और रोमांटिक गानों को भी लगाएं. इससे सेक्स के समय आप दोनों ही बेहतर महसूस करते हैं.

जोश की जगह होश से काम लें

अधिकतर लोग सेक्स करते समय जोश में आ जाते हैं. जोश में सेक्स करना आपके साथी के मूड को खराब कर सकता है. सेक्स के लिए आपका उत्सुक होना अच्छी बात है, लेकिन आप अपनी इस भावना को सही तरह से उजागर करें. सेक्स के दौरान आपको ऐसा कुछ भी करने से बचना होगा, जिससे आपका साथी परेशान हो या वह असहज महसूस करे.

किस करने का अपना महत्व

साथी के करीब आते ही आप सबसे पहले उसको किस करते हैं और किस के माध्यम से आप अपने मन की भावना साथी के साथ साझां करते हैं. अंतरगता के साथ की गई किस महिलाओं के मूड को सेक्स के लिए बनाने का काम करती है. प्यार से साथी को किस करना, छूना व करीब आते हुए सहलाना साथी में उत्तेजना जाग्रत करता है. ऐसा करने से साथी आपके साथ भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस करता है. इससे आप दोनों ही बेहतर तरह से सेक्स कर पाते हैं.

फोरप्ले करना जरूरी

सेक्स के लिए आपका साथी खुद अपने उतारे या आप उसके कपड़े उतारे एक ही बात है, लेकिन जब आप प्यार के साथ साथी के कपड़े एक-एक करके उतारते हैं, तो इसमें दोनों ही साथियों को एक अलग ही एहसास होता है. महिला को पुरुष की अपेक्षा चरम अवस्था तक पहुंचने पर अधिक समय लगता है. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि महिला को उत्तेजित होने में समय लगता है. महिला को सेक्स के लिए तैयार करने की प्रक्रिया को ही फोरप्ले कहा जाता है.

सही समय का चुनाव करें

कई बार साथी किसी विशेष समय पर सेक्स के लिए तैयार नहीं होता है. इसलिए आप ऐसे समय का चुनाव करें जब आपके साथी अपने सभी काम को पूरा कर चुका हो, घर की सभी जिम्मेदारियों को पूरी करने में आप भी उनकी सहायता कर सकते हैं.

साथी से मदद लेना

सेक्स करते समय आपको अपने साथी से मदद लेते हुए शर्माना नहीं चाहिए. कई बार पुरुष महिला साथी से पूछे बिना इस तरह से सेक्स करते हैं कि महिला को दर्द होने लगता है. इस कारण से पुरुष को सेक्स के दौरान सही पोजीशन व आरामदायक स्थिति के बारे में महिला से बात करनी चाहिए. वहीं महिलाओं को भी पुरुषों की सहायता करते हुए बताना चाहिए कि उनको क्या करने में अच्छा लग रहा है.

आखिरी पलों को बनाएं खास

अक्सर पुरुष सेक्स के बाद महिलाओं से दूर जाकर बैठ जाते हैं या चरम अवस्था पर पहुंचते ही सोने चले जाते हैं. जबकि महिलाएं चाहती हैं कि सेक्स के बाद पुरुष उनके साथ बैठें, उनसे बातें करें. सेक्स के आखिर के पलों में पुरुषों को महिलाओं को कपड़े पहनाने में मदद करनी चाहिए. उनके साथ हंसी मजाक करके माहौल को सामान्य बनाना चाहिए. महिलाओं को भी सेक्स का अनुभव पुरुषों के साथ साझां करना चाहिए. जबकि अंत में पुरुषों को इस्तेमाल किए गए कंडोम को सही जगह पर ही फेंकना चाहिए. इसके बाद आप दोनों को संक्रमण से बचने के लिए अपने निजी अंगों की भी सफाई करनी चाहिए.

क्या सेक्स में महिलाओं की योनि से खून आता है

सेक्स को करते समय अधिकतर महिलाओं को उत्तेजित होने में थोड़ा समय जरूर लगता है. वहीं कई महिलाएं पहली बार सेक्स करते समय असहज व दर्द महसूस करती हैं. सामान्यतः यह दर्द ज्यादा तेज नहीं होता, परंतु महिला को यदि तेज दर्द का अनुभव हो तो पुरुष साथी को सेक्स करते समय रूकना होगा. सेक्स के दौरान जल्दबाजी न दिखाएं. महिलाओं को चरम सुख तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी पुरुषों की होती है, इसलिए आप किसी अच्छें ल्युब्रिकेंट का प्रयोग कर सकते हैं, ताकि इस दौरान आप दोनों की त्वचा घर्षण से जख्मी न हो. ध्यान रहें कि तेल युक्त ल्युब्रिकेंट व वैसलीन के इस्तेमाल से कंडोम के खराब हो जाने का खतरा बना रहता है.

अगर महिला पहली बार सेक्स कर रही है तो उनको हल्का रक्त स्त्राव हो सकता है. इससे महिलाओं को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि अधिकतर महिलाओं में पहली बार सेक्स करते समय रक्त स्त्राव होना आम बात है. अगर किसी महिला को पहली बार सेक्स के दौरान रक्त स्त्राव न हो, तो भी यह एक सामान्य अवस्था ही होती है. ऐसा जरूरी नहीं है कि पहली बार सेक्स करते समय सभी महिलाओं को रक्त स्त्राव हो.

जिन महिलाओं को सेक्स करते समय हर बार रक्त स्त्राव हो रहा हो, उनको किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलकर इस समस्या के सही कारणों का पता लगाकर उसका निदान करना चाहिए.

सेक्स से प्रेग्नेंसी, एचआईवी व यौन संचारित रोग होने का खतरा होता है क्या

कंडोम के बिना सामान्य सेक्स (योनि सेक्स) करने से प्रेग्नेंसी व यौन संचारित रोगों (एसटीडी) के साथ ही एचआईवी होने का भी खतरा बना रहता है. चाहे आप पहली बार ही सेक्स क्यों न कर रहें हो प्रेग्नेंसी व एसटीडी से बचने के लिए आपको कंडोम का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए.

अगर आप असुरक्षित यौन संबंध बना चुके हैं, तो आपको जल्द ही किसी डॉक्टर से इस बारे में सलाह लेनी चाहिए. ऐसे में प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए गर्भनिरोधक गोलियां ले सकते हैं. प्रेग्नेंसी से बचने के लिए आपके पास कई विकल्प मौजूद होते हैं, लेकिन यौन संचारित संक्रमण व एचआईवी से बचने के लिए आपको केवल कंडोम का इस्तेमाल करना होता है. साथी के साथ सेक्स से पूर्व सावधानी बरतना आप दोनों को ही सेक्स में सहजता प्रदान करता है. सेक्स करना आप दोनों का ही अपना निजी फैसला होता है, लेकिन इस दौरान सावधानी बरतना बेहद ही जरूरी होता है.

सेक्स करने के तरीके

एक दूसरे की अपेक्षाओं को जानें –

आपको अपने साथी के साथ सेक्स करने से कुछ समय पहले अपनी अपेक्षाओं को समझना होगा. इसके लिए आप एक सप्ताह का समय भी निर्धारित कर सकते हैं. साथी के करीब आने पर पहले कुछ दिनों में केवल आप उनके साथ किस करें व उनके हाथों को प्यार से पकड़ने तक ही सीमित रहें. इसके बाद आगे बढ़े. लेकिन ध्यान रहें कि तुरंत ही सेक्स न करें. आप व साथी दोनों ही सेक्स से क्या अपेक्षाएं रखते हैं, इस बारे में आपस में बात करें.

जब सप्ताह खत्म होने वाला हो तो आपको सेक्स करना चाहिए. सेक्स को करते समय आपको अपनी और साथी की इच्छाओं का मान रखना चाहिए. इस तरह की प्रक्रिया से आप अपने व साथी के अंदर भावनाओं को जगा सकते हैं. साथ ही अपने साथी के साथ के बारे में आप क्या सोचते हैं या प्यार में आप क्या महसूस करते हैं, इन बातों को एक-दूसरे को जरूर बताएं.

अपने साथी को मसाज दें  –

बेहतर सेक्स के तरीकों में मसाज एक बेहद ही कारगर व सरल उपायों में गिनी जाती है. इससे साथी के अंदर काम भावनाएं जागती है. यह सेक्स से पहले किए जाने वाले फोरप्ले का ही एक तरीका है. मसाज आपके साथी को सेक्स के लिए धीरे-धीरे तैयार करने का काम करती है और चरम अवस्था (ऑर्गेज्म) पर पहुंचने के लिए साथी के अंदर उत्तेजना को बढ़ाती है.

साधारण तरह से की गई मसाज न सिर्फ सेक्स को बढ़ाती है बल्कि आपकी सेक्सुअल लाइफ को भी बेहतर करती है. सेक्स के उद्देश्य से न की जाने वाली मसाज से आपको अपने साथी के शरीर के बारे में जानने का मौका मिलता है. इसके अलावा इससे साथी का तनाव कम करते सकते हैं और आप दोनों एक दूसरे के करीब आ सकते हैं.

अगर आप कामोत्तेजना को बढ़ाने के लिए मसाज का सहारा नहीं लेते हो, तो आप अपने साथी के साथ बैठकर दोनों के बीच की गलतफहमियों को दूर करें.

भावनाओं को समझने का प्रयास करें

बिना छुए हुए भी आप अपने साथी को बेहतर महसूस करवा सकते हैं. सुंगधित तेल से मसाज करना, कमरे में हल्की रोशनी के लिए मोमबत्तियों को जलाना व हल्की आवाज में रोमांटिक गानें भी, साथी में सेक्स की भावनाओं को जगाने का काम करते हैं. इसके अलावा साथी के पास होने पर एक दूसरे की सांसों की आवाज को सुनना भी आप दोनों में ही प्यार की भावनाओं को बढ़ाता है.

साथी को किस करते समय मन की भावनाओं पर भी ध्यान दें. अगर आप सेक्स करने जा रहें हैं और इसको मजेदार बनाना चाहते हैं, तो आपको सेक्स करते समय स्ट्रॉबेरी या किसी अन्य रसदार फल को सेक्स क्रिया में शामिल करना चाहिए. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि आप जब भी कंडोम का इस्तेमाल करें, तो उसमें कोई तेल न लगाएं इससे वह खराब हो जाता है.

सेक्स कैसे करते हैं

साथी के कानों में प्यार भरी बातें करें –

जब आप अपने साथी के साथ होते हैं और उनके कानों में कुछ प्यार भरी बातें करते हैं तो इस अहसास से बेहतर और कुछ नहीं होता है. इस तरह का उपाय आप दोनों के बीच की दूरी को कम करता है. आप अपने साथी को प्यार का इजहार करने के लिए फोन कॉल्स या मैसेज भी कर सकते हैं. इससे आप दोनों के ही अंदर एक उत्सुकता आती है.

प्यार का संदेश देने के लिए आप ईमेल या फिर किसी पत्र का भी सहारा ले सकते हैं. लेकिन आप इस बात का ध्यान रखें कि इस संदेश को किसी खास आदमी के द्वारा ही साथी के पास भेंजे.

खुद व साथी द्वारा हस्तमैथुन करें –

खुद व साथी के द्वारा हस्तमैथुन करना आपकी सेक्सुअल जिंदगी को बेहद ही अहम बना देता है. आप अपने शरीर की यौन प्रतिक्रियाओं को जानने के लिए भी इसे अपना सकते हैं. साथ ही आपको इसे करने से कैसा महसूस हुआ, इस बात को साथी के साथ साझा भी कर सकते है.

अपने साथी का हस्तमैथुन करने से आपको इस बारे में पता चलता है कि वह कैसा महसूस करते हैं. आपके सेक्स करने के अनुभव को महसूस करने के लिए भी यह एक विकल्प हो सकता है. इसके बारे में साथी से बात जरूर करें.

सेक्स के किए विशेष खिलौने इस्तेमाल करें –

आज सेक्स के लिए कई तरह के विशेष सेक्स खिलौने (Sex toys) बाजार में उपलब्ध है. अगर आप और आपका साथी इनको इस्तेमाल करने में सहूलियत महसूस करता है, तो आपको अपने चरम आनंद के लिए इस तरह के खिलौनों का प्रयोग करना चाहिए. कई लोग अपनी सेक्सुअल लाइफ में इन सेक्सुअल खिलौनों जैसे वाइब्रेटर (vibrators) आदि का प्रयोग करते हैं. लेकिन अगर आपने इसके इस्तेमाल के बारे में पहले कभी सोचा ही नहीं, तो आप इसके प्रयोग से होने वाली भावनाओं को नहीं समझ पाएंगे.

इन खिलौनों को आप ऑनलाइन भी खरीद सकते है. इसके लिए जरूरी नहीं है कि आप ज्यादा पैसे खर्च करें. आप इसमें छोटे बालों वाला ब्रश भी खरीद सकती है. इस ब्रश के नरम बाल आपके शरीर पर जादू सा उत्पन्न करते है और आप इसका इस्तेमाल कर कोई नया खेल भी आजमा सकते हैं.

सेक्स कैसे करें

सेक्स पर किताबें पढ़ें

आपको बता दें कि ऐसी कई तरह की किताबें मौजूद हैं जो किसी भी उम्र, लिंग और इच्छाओं को जानें बिना आपको सेक्स संतुष्टि के आसनों व विचारों को बताती है. अगर आप ने इस तरह की किताब को खरीदने के बारे में विचार नहीं किया है तो अब अपनी जरूरत के अनुसार इसको लेने पर विचार करें, क्योंकि इन किताबों से भी आपको काफी कुछ सिखने को मिल जाएगा.

अपनी इच्छाओं व कल्पनाओं को एक दुसरे से साझा करें

इस विषय हर आदमी की अपनी अलग इच्छा व कल्पनाएं होती है. आप सेक्स को लेकर जैसा सोचते हैं, उन सभी विचारों को साथी के साथ साझा करें. सिर से पैर तक, बालों से कूल्हों तक व कहीं बाहर घुमने के बारे में, आप क्या सोचत हैं सभी बातों को अपने साथी को बताएं.

अगर आप दोनों ही एक दूसरे की कल्पनाओं को पूरा करते हैं, तो आप साथी को सेक्स में भरपूर आनंद प्रदान कर सकते हैं. इसके अलावा कुछ नए खेल के साथ सेक्स करना भी आपके लिए मजेदार हो सकता है.

खुद को साफ सुथरा रखें –

हम केवल आपकी सामान्य तरह की साफ सफाई के बारे में बात कर रहें हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने शरीर को ज्यादा ही साफ सुथरा रखने पर जोर देने लगें, थोड़ा बहुत पसीना हर किसी को आता ही है. लेकिन यह ज्यादा ना हो इस बात पर ध्यान दें. अपने साथी को सम्मान दें और शरीर से आने वाले दुर्गंध को खुद से दूर ही रखें.

किसी प्रकार की चिंता न करें –

प्यार करने वाले साथी के साथ सेक्स करना जिंदगी का बेहद ही भावनात्मक और खूबसूरत अनुभव होता है. कभी-कभी सेक्स करते समय ज्यादा उत्सुक होना या ऑर्गेज्म के बारे में चिंता करना आपके लिए खराब हो सकता है. इसलिए आप अपने दिमाग को शांत रखें और प्यार के साथ सेक्स के खुशनूमा पल को महसूस करें.

मकान मालिक को लगता है कि मेरा और उसकी बीवी का चक्कर चल रहा है, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 21 साल का हूं और दिल्ली में अकेला किराए के घर में रहता हूं. मकान मालिक की बीवी मेरा खास खयाल रखती हैं और मुझे अपने छोटे भाई जैसा मानती हैं, पर मकान मालिक को लगता है कि हमारे बीच कुछ इश्क का चक्कर चल रहा है, क्योंकि वे अभी तक बेऔलाद हैं. इस बात से उन के घर में आएदिन क्लेश होता है. पर जब हमारे बीच में अच्छा रिश्ता है, तो मकान मालिक को क्यों नहीं समझ आता है. मुझे अब क्या करना चाहिए?

जवाब

यह समाज का दस्तूर है कि वह हर रिश्ते में खोट और कुछ न कुछ नाजायज ढूंढ़ता रहता है. यही आप दोनों के साथ हो रहा है. ऐसे में आप किसकिस को सफाई देंगे. चूंकि आप की मकान मालकिन बेऔलाद है, इसलिए उस के पति को शक हो रहा है कि वह आप से औलाद चाहने के लिए नजदीकियां बढ़ा रही है. अब यह खुद आप को तय करना है कि आप अपनी मुंहबोली बहन को क्लेश में पड़े देखना चाहते हैं या नहीं. मकान मालिक को सम   झा पाना अब आसान काम नहीं है, क्योंकि शक का इलाज तो लुकमान हकीम के पास भी नहीं था.

इस तरह करें सुहागरात की तैयारी, बनी रहेगी प्यार की खुमारी

जीवन के कुछ बेहद रंगीन पलों, जिन की कल्पना मात्र से धड़कनें तेज हो जाती हैं और माहौल में रोमानियत छा जाती है, में से एक है शादी की पहली रात यानी मिलन की वह रात जब दो धड़कते जवां दिल तनमन से मिलन को तैयार होते हैं.

चाहे किसी भी उम्र का कोई भी व्यक्ति क्यों न हो? वह अपनी पहली रात की यादों की खुशबू को हमेशा अपने जेहन में बसाए रखना चाहता है. मिलन की यह रात एक प्रेम, रोमांस और रोमांच तो पैदा करती ही है साथ ही अगर सावधानीपूर्वक इस के आगमन की तैयारी न की जाए तो यह पूरे जीवन के लिए टीस बन कर रह जाती है. जीवन की इस खास रात को यादगार बनाने के लिए अगर थोड़ा ध्यान दिया जाए तो बेशक यह रात हमेशाहमेशा के लिए खास बन जाएगी.

घूंघट में लिपटी, फूलों की सेज पर बैठी दुलहन के पारंपरिक कौंसैप्ट से अलग बदलाव आने लगे हैं. अब तो युवा शादी तय होते ही बाकायदा इसे सैलिब्रेट करने की योजना में विवाह से पहले ही जुट जाते हैं.

रोमानियत और रोमांच की इस रात को अगर थोड़ी तैयारी और सावधानी के साथ मनाया जाए तो जिंदगी फूलों की तरह महक उठती है वरना कागज के फूल सी बिना खुशबू हो जाती है. दो लफ्जों की यह कहानी ताउम्र प्यार की सुरीली धुन बन जाए इस के लिए कुछ बातों का जरूर खयाल रखें.

मुंह की दुर्गंध करें काबू : यह समस्या किसी को भी हो सकती है. मुंह से दुर्गंध आना एक आम समस्या है पर यही समस्या मिलन की रात आप के पार्टनर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है. चूंकि नवविवाहितों को इस खास रात बेहद करीब आने का अवसर मिलता है. ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही आप के पार्टनर के मन में आप के लिए खिन्नता व दूरी पैदा कर सकती है. इसलिए बेहतर है कि अगर आप के मुंह से दुर्गंध आती है तो पहले ही इस का बेहतर इलाज करा लें या फिर इसे दूर करने के लिए मैंथौल, पीपरमैंट या फिर सुगंधित पानसुपारी आदि लें. आप बेहतर क्वालिटी के माउथ फ्रैशनर का भी प्रयोग कर सकते हैं.

सैंट का प्रयोग करें : कहते हैं शरीर की सुगंध सामने वाले को सब से ज्यादा प्रभावित करती है. पसीने के रूप में शरीर से निकलने वाली दुर्गंध आप की छवि खराब कर सकती है. मिलन की रात ज्यादातर लोग इसे ले कर गंभीर नहीं होते जबकि यह सब से अहम है.

आप के तन की खुशबू सीधे आप के पार्टनर के मन पर प्रभाव डालती है जिस से मिलन का मजा दोगुना हो जाता है. शारीरिक दुर्गंध कोई बड़ी समस्या नहीं है. आजकल बाजार में आप की पसंद और चौइस के अनुसार ढेरों फ्लेवर व विभिन्न ब्रैंड्स के डिओ उपलब्ध हैं.

‘आप चाहें तो अपने पार्टनर की पसंद पूछ कर उसी ब्रैंड का डिओ, सैंट, स्पे्र आदि इस्तेमाल कर सकते हैं. इस के दो फायदे हैं एक तो आप की सकारात्मक इमेज बनेगी दूसरे पसीने की दुर्गंध से बचेंगे, जिस से आप की पार्टनर आप से खुश भी हो जाएगी.

अनचाहे बालों से मुक्ति : कई बार अनाड़ीपन में पहली रात का मजा किरकिरा हो जाता है. लापरवाही और बेफिक्री आप को इम्बैरेंस फील करा सकती है. बोयोलौजिकली हमारे शरीर के हर हिस्से में बाल होते हैं जिन में गुप्तांगों के बाल भी शामिल हैं. मिलन की रात से पहले ही अपने शरीर के इन अंगों के बालों को अवश्य हटा लें. यह न केवल हाइजिनिक दृष्टि से जरूरी है बल्कि यह कम्फर्टेबिलिटी का पैमाना भी है. बाजार में कई तरह के हेयर रिमूवर व क्लीनर मिलते हैं, जिन से आसानी से इन बालों को रिमूव किया जा सकता है. अगर इम्बैरेंस होने से बचना है तो इस बात का खयाल अवश्य रखें.

मासिक धर्म न आए आड़े : कई बार ऐसा होता है कि मिलन की रात वाले दिन ही मासिक धर्म एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आ कर आप के हसीन सपनों पर पानी फेर देता है. इस रात मासिक धर्म आप के मिलन पर भारी न पड़े, इस के लिए जरूरी है कि अगर आप के मासिक धर्म की तिथि इस दौरान है तो पहले ही डाक्टर से मिल कर इस का समाधान कर लें. माहवारी ऐक्सटैंड या डिले करने वाली दवाएं बाजार में उपलब्ध हैं. डाक्टर की सलाह से उन का उपयोग करें.

कुछ यों करें साथी को तैयार

–       कई बार मिलन की हड़बड़ी में पार्टनर की भावनाओं की परवा किए बगैर युवा गलती कर बैठते हैं. इसलिए जब तक साथी मिलन के लिए पूरी तरह तैयार न हो उस पर बिलकुल दबाव न डालें.

–       बेसब्र होने के बजाय धीरज से पार्टनर के पास जाएं. बातचीत करें. उस के शौक, चाहत, लक्ष्य आदि के बारे में बात करें.

–       अगर पार्टनर अपने अतीत के बारे में स्वयं कुछ बताना चाहे तो ठीक अन्यथा कुरेदकुरेद कर उस के अतीत को जानने का प्रयत्न न करें.

–       पार्टनर के हावभाव, तेवर व आंखों की भाषा पढ़ने की कोशिश करें, उसे जो पसंद हो, वही करें. अपनी चौइस उस पर न थोपें.

–       आप की पार्टनर अपने घर को अलविदा कह कर आप के घर में  सदा के लिए आ गई है, ऐसे में जल्दबाजी में संबंध बनाने के बजाय उस का विश्वास जीतने की कोशिश करें व सामीप्य बढ़ाएं.

– संभव हो तो अपने परिवार के सदस्यों के बारे में उस की पसंदनापसंद, स्वभाव, प्रवृत्ति तथा घर के तौरतरीकों के बारे में हलकीफुलकी बातें कर सकते हैं.

–       पार्टनर की कमियां निकालने के बजाय उस की खूबियों की चर्चा करें, फिर देखिए मिलन की रात कैसे सुपर रात बनती है. –

इन बातों का भी रखें ध्यान 

–  अपने बैडरूम का दरवाजाखिड़की अच्छी तरह बंद करें. उन्हें खुला बिलकुल न छोड़ें.

– ड्रिंक न करें, जरूरी हो तो ओवरडोज से बचें. नशा सारी खुमारी पर पानी फेर सकता है.

– कमरे में तेज रोशनी न करें. हलके गुलाबी या रैड लाइट वाले जीरो वाट के बल्ब का इस्तेमाल करें.

– पार्टनर के साथ जोरजबरदस्ती बिलकुल न करें. उसे प्यार से तैयार करें. पहले बातचीत से नजदीक आएं फिर मिलन के लिए आलिंगनबद्ध करें व बांहों के आगोश में समा जाएं.

– भारीभरकम वैडिंग गाउन, लहंगे, साड़ी पहनने से बचें. हलकेफुलके नाइट गाउन को तरजीह दें. सैक्सी अंत:वस्त्र ऐसे में माहौल को रोमानियत प्रदान करते हैं.

–  रूम फ्रैशनर का प्रयोग करें पर जरूरत से ज्यादा नहीं. हो सकता है आप के पार्टनर को इस से ऐलर्जी की समस्या हो.

–  बैड की पोजिशन जरूर चैक करें. ज्यादा आवाज करने वाले बैड आप को इम्बैरेंस कर सकते हैं.

आपकी सेक्स लाइफ बिगाड़ रहा है स्मार्टफोन

आजकल शायद ही कोई घर ऐसा होगा जिसमें स्मार्टफोन ना हो. इतना ही नहीं,  लोगों का ज्यादातर समय स्मार्टफोन पर ही बीतता है, लेकिन शायद आप में से कम लोग जानते हैं कि आजकल विवाहित पुरुषों को संभोग से ज्यादा स्मार्टफोन भा रहा है और वे फोन पर ज्यादा समय बिताते हैं. यह बात एक ताजा सर्वे में सामने आई है.

इस सर्वेक्षण में साफ-साफ कहा गया है कि आजकल पुरुषों को अपनी पत्नी से ज्यादा गैजेट्स रास आ रहे हैं. यह शोध कंडोम बनाने वाली मशहूर कंपनी ड्यूरेक्स ने कराया था और इसे ब्रिटेन में कराया गया है, जिसमें 40 प्रतिशत पत्नियों ने कहा कि रात को उनके पति अपना समय अपने स्मार्टफोन को दे देते हैं जो कि उन्हें देना चाहिए जिसके कारण उन्हें सेक्स में बाधा उत्पन्न होती है.

इस शोध में 30 प्रतिशत दम्पत्तियों ने माना कि अक्सर प्रेम के क्षणों में स्मार्टफोन बाधा बन जाता है और 30 प्रतिशत पत्नियों ने कहा कि जब सेक्स के वक्त फोन और उनमें से उनके पति को किसी एक को चुनना होता है तो उनके पति स्मार्ट फोन को चुनते हैं. उनका कहना होता है कि फोन पर लोगों को उत्तर देना सेक्स से ज्यादा जरूरी है.

शोध में यह भी खुलासा हुआ कि एक चौथाई जोड़े सेक्स के दौरान गैजेट्स का उपयोग यौन क्रिया को फिल्माने के लिए करते हैं, जबकि 40 फीसदी लोग तस्वीरें क्लिक करते हैं, हालांकि शोध में साफ कहा गया है कि पति-पत्नी को बेडरूम में गैजेट्स नहीं ले जाना चाहिए. कभी-कभी इस तरह के प्रयोग घर में अप्रिय विवाद को जन्म देने के लिए पर्याप्त होते हैं.

सैक्स एजुकेशन : इशारों में बात करने का समय नहीं रहा

हिंदी फिल्म ‘पति, पत्नी और वो’ के एक सीन में हीरो कार्तिक आर्यन बोलता है, ‘‘बीवी से सैक्स मांग लें तो हम भिखारी. बीवी को सैक्स के लिए मना कर दें तो हम अत्याचारी. और किसी तरह जुगाड़ लगा के उस से सैक्स हासिल कर लें तो बलात्कारी भी हम हैं.’’

इस संवाद पर बवाल हुआ था और बहुत से लोगों को यह एतराज था कि इस तरह के संवाद मैरिटल रेप (शादी के बाद पत्नी के साथ जबरदस्ती या बहलाफुसला कर सैक्स करना) को बढ़ावा देता है और मर्दों की घटिया सोच को भी दिखाता है. कोई भी मर्द सैक्स पाने के लिए भिखारी, अत्याचारी और यहां तक कि बलात्कारी भी बन सकता है.

क्या वाकई ऐसा है? क्या जब कोई लड़की ‘नो मींस नो’ बोलती है, तो मर्द को सम?ा जाना चाहिए कि उसे अपनी हद नहीं पार करनी चाहिए? लेकिन क्या लड़कियों, खासकर भारतीय समाज में जहां लड़की को मर्दवादी सोच के चलते दोयम दर्जे का सम?ा जाता है, को इतनी सम?ा भी है कि वे सैक्स के लिए कब हां करनी और कब मना करना है, पर अपनी राय मजबूती के साथ रख सकें?

शायद नहीं, तभी तो भारत में सैक्स को ले कर आज भी उतनी गंभीरता से बहस नहीं होती है, जितनी पश्चिमी देशों में. यही वजह है कि जब पतिपत्नी या कोई और जोड़ा बिस्तर पर होते हैं, तो वे सैक्स पर अपनी बात कहने से घबराते हैं.

लड़की को लगता है कि अगर कहीं वह ज्यादा खुल गई, तो उसे धंधे वाली या सैक्स के लिए उतावली सम?ा लिया जाएगा. लड़का भी यही सोच कर चुप्पी साध लेता है कि अगर कहीं लड़की ने बोल दिया कि उसे मजा नहीं आया, तो वह अपना मुंह कैसे उसे दिखा पाएगा.

भारत में अमूमन घरों में भी औरतें या मर्द आपस में ऐसे जुमले बोलते हैं कि सैक्स को ले कर बात भी हो जाती है और किसी को भनक तक नहीं लगती है. बड़ी औरतें नई ब्याही लड़की से जब पूछती हैं कि पति से ‘सही’ निभ रही है न, तो इस ‘सही’ का मतलब यही होता है कि सैक्स लाइफ में कोई दिक्कत तो नहीं है.

सुहागरात पर ‘बिल्ली मारना’ मुहावरा भी यही बात कहता है कि पति को पहली रात को ही अपनी मर्दानगी का नमूना दिखा देना चाहिए, ताकि पत्नी उम्रभर उस के काबू में रहे. ‘सुहागरात पर दूध का असर हुआ या नहीं’, ‘मैं ने तो हनीमून पर छत और पंखा ही देखा’, ‘पलंग सहीसलामत है न’, ‘पति ने छतरी का इस्तेमाल किया या नहीं’ जैसे बहुत से वाक्य हैं, जो सैक्स लाइफ को ही कोडवर्ड में बयां करते हैं.

दरअसल, भारत में सैक्स ऐजूकेशन की कमी के चलते ऐसा है. बच्चों को जो जानकारी परिवार के बड़े लोगों से आसान भाषा में सहज रूप से मिलनी चाहिए, वह नदारद है. परिवार में सैक्स पर बात करना अच्छा नहीं माना जाता है.

लेकिन बच्चे अपनी जिज्ञासा के चलते कहीं से तो जानकारी लेंगे ही, फिर वे उन के दोस्त हों या सोशल मीडिया, अधकचरी जानकारी को ही वे सही मान लेते हैं. इस का नतीजा भयावह भी हो सकता है.

उदाहरण के तौर पर, हमारे समाज में यह सोच बनी हुई है कि अगर सुहागरात पर सैक्स करने के दौरान अगर लड़की के खून नहीं आया तो वह कुंआरी नहीं है, बल्कि खेलीखाई है. पर हकीकत इस से अलग भी हो सकती है, क्योंकि लड़की के अंग की ?िल्ली तो किसी और वजह जैसे खेलकूद या साइकिल चलाने से भी टूट सकती है.

इसी तरह अगर कोई लड़का शादी की पहली रात को अपने साथी को सैक्स का पूरा सुख नहीं दे पाया या वह सैक्स करने में ही नाकाम रहा, तो वह खुद को नामर्द मान लेता है और फिर तनाव में जीने लगता है, जबकि इन दोनों समस्याओं का समाधान उस जोड़े की आपसी बातचीत से ही निकल सकता है.

हाल के सालों में टैलीविजन के इश्तिहारों में माहवारी और कंडोम को ले कर जो खुलापन दिख रहा है, पहले वैसा नहीं था. यहां तक कि ब्रा और पैंटी के इश्तिहार भी छिपेछिपाए से होते थे. इश्तिहार तो बदल गए, पर समाज की सोच अभी भी पुरानी ही है.

मांबाप को आज भी यह लगता है कि अगर उन के बच्चों को कम उम्र में ही सैक्स की जानकारी मिल गई, तो वे उसे अपनी नादानी में आजमाना चाहेंगे, पर ऐसा नहीं है. अगर उन्हें अपने मांबाप से ही सटीक जानकारी मिलने लगेगी तो उन की सैक्स को ले कर फैंटेसी से भी परदा हटने लगेगा. सरकार जो खर्चा एड्स जैसी बीमारियों से जागरूक बनाने के लिए कर रही है, उसे अगर सैक्स ऐजूकेशन पर खर्च करे तो ऐसी बीमारियां बहुत कम पनपेंगी.

लिहाजा, इशारों की भाषा में सैक्स को  सम?ाने के दिनों को अब भूल जाना चाहिए और साफ और सरल अंदाज में बच्चों को इस की तालीम देनी चाहिए. यह परिवार और सरकार दोनों की बराबर की जिम्मेदारी है. फिर किसी मर्द को भिखारी, अत्याचारी या बलात्कारी बनने की नौबत ही नहीं आएगी.

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