टीम इंडिया के कैप्‍टन Rohit Sharma दोबारा बने पापा, नन्‍हे हिटमैन की फोटो वायरल

कुछ महीने पहले यह चर्चा काफी तेज थे क‍ि रोहित(Rohit) की पत्‍नी रितिका(Ritika) प्रैग्‍नेंट है लेकिन इस पर कपल में से किसी ने खुल कर कुछ कहा नहीं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रोहित की वाइफ रितिका ने 15 नवंबर की देर रात को बेटे को जन्‍म दिया है. ऐसा कहा जा रहा है कि रोहित ने इसी वजह से स्‍पोर्ट्स से थोड़ा ब्रेक लिया था और टीम के साथ आष्‍ट्रेलिया (Australia) नहीं पहुंचे. अब ऐसा कहा जा रहा है कि वे 22 नवंबर से आष्‍ट्रेलिया के पर्थ में टेस्‍ट मैच खेल सकते हैं. रोहित और रीतिका साल 2015 में शादी के बंधन में बंधे थे. साल 2018 में उनकी बेटी सायरा का जन्‍म हुआ. यह कपल अकसर अपनी बेटी के साथ सैरसपाटे करते देखा जाता है. सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रहा है, जो न्‍यू बौर्न बेबी और उनके पैरेंट्स का बताया जा रहा है.

केएल राहुल भी इस लाइन ने

इन दिनों इंडियन क्रिकेट टीम (Indian Cricket team)से केवल गुड न्‍यूज ही आ रही है. पिछले दिनों यह खबर आई कि टीम इंडिया के बैट्समैन केएल राहुल भी पापा बनने वाले हैं. केएल राहुल की शादी एक्‍टर सुनील शेट्टी(Sunil Shetty) की बिटिया अथिया शेट्टी के साथ हुई है. जनवरी 2025 में अथिया बच्‍चे को जन्‍म दे सकती हैं. टीम इंडिया के फैंस को पता है कि साल 2024 में ही विराट कोहली(Virat Kohli) भी दोबारा पिता बने. कुछ दिन पहले उनके जन्‍मदिन पर उनकी पत्‍नी अनुष्‍का शर्मा (Anushka Sharma) ने उनकी एक फोटो पोस्‍ट की थी, जिसमें वह अपने बेटे और बेटी के साथ दिखे. विराट ने अपने बेटे का नाम अकाय रखा है.

टीम इंडिया का अगला टारगेट आष्‍ट्रेलिया

आष्‍ट्रेलिया के पर्थ में 22 नवंबर से मैच खेला जाएगा. इसके बाद 6 दिसंबर से एडीलेड में भी डेनाइट टेस्‍ट मैच होगा. कहा जा रहा है कि 32 साल बाद टीम इंडिया आष्‍ट्रैलिया में 5 टेस्‍ट मैचों की सीरीज खेलने पहुंची है. उम्‍मीद है कि इस साल पूरी टीम उसी देश में न्‍यू ईयर पार्टी के जश्‍न का आनंद ले क्‍योंकि सीरीज का पांचवा और आखिरी टेस्‍ट मैच 3 जनवरी को खेला जाएगा, जो सिडनी में होगा. वर्ल्‍ड टेस्‍ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को वहां पर 4 टेस्‍ट मैच जीतने होंगे इसलिए यह कहा जा सकता है कि टीम को पूरी तरह तैयार रहना होगा.

कौन लेगा विराट कोहली और रोहित शर्मा की जगह? जानें किन दो क्रिकेटर्स का नाम आ रहा है सामने

भारतीय क्रिकेट टीम के चमकते खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली दो ऐसे खिलाड़ी जो सभी के दिलों पर राज करते है. दोनों खिलाड़ी ही शानदार पारी से सभी का दिल जीत लेते है. हाल ही में विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. लेकिन अब इस मैच के बाद दोनों क्रिकेटरों ने टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले लिया है और खुद मैच से अलग कर लिया है. लेकिन अब सवाल है कि दोनों को कौन से खिलाडी है जो रिप्लेस करेंगे.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Sarassalil (@sarassalil_magazine)

जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान हैमिल्टन मसाकाद्जा (Hamilton Masakadza) ने इस सवाल पर रिएक्ट किया है. हैमिल्टन मसाकाद्जा ने दो ऐसे भारतीय खिलाड़ियों के नाम बताएं हैं जो टी-20 इंटरनेशनल में कोहली और रोहित की जगह ले सकते हैं. मीडिया से बात करते हुए जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ने कहा है कि दोनों के टी-20 न खेलने से भारतीय क्रिकेट में बड़ा खालीपन आएगा. लेकिन टीम इंडिया के पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो इनकी जगह भर सकते हैं.

जी हां, रोहित शर्मा और विराट कोहली को रिप्लेस करने वाले खिलाड़ी शुभमन गिल और ऋतुराज गायकवाड़ दोनों ऐसे ही खिलाड़ी है. पीयूष चावला हाल ही में शुभांकर मिश्रा के पौडकास्ट में शामिल हुए. इस दौरान होस्ट ने उनसे क्रिकेट से जुड़े कई जरूरी सवाल पूछ लिए. होस्ट ने चावला से उन खिलाड़ियों के नाम भी बताने को कहे जो कोहली और रोहित की जगह इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद लेंगे.

इस पर उन्होंने गिल के साथ गायकवाड़ का नाम लिया. जो कि वाकई चौंका देने वाला था. चावला ने माना कि गायकवाड़ के लिए ये आसान नहीं होगा, क्योंकि वो टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं लेकिन ये चलता रहेगा. उन्हें जब भी मौका मिलता है वो उसे भुनाने में सफल रहे हैं. वह काफी खास प्लेयर हैं.

शुभमन गिल के बारे में बोलते हुए मुंबई इंडियंस के स्पिनर ने कहा, ‘शुभमन गिल की तकनीक अच्छी है. जब अपने करियर में खराब फौर्म से गुजरते हैं, जो जिन बल्लेबाजों की तकनीक अच्छी होती है, वो खराब फौर्म से जल्दी बाहर आ जाते हैं. इस तरह के बल्लेबाज लम्बे समय तक फौर्म से बाहर नहीं रह सकते. इसलिए मैं गायकवाड़ और शुभमन का नाम लेना चाहूंगा.’

क्रिकेट की बात करें तो ऋतुराज गायकवाड़ इन दिनों दलीप ट्रौफी 2024 में खेल रहे हैं, जिसमें वो इंडिया सी की अगुवाई कर रहे हैं. वहीं, शुभमन गिल अब बांग्लादेश के विरुद्ध होने वाली आगामी दो मैच की टेस्ट सीरीज में खेलते हुए नजर आएंगे, जिसकी शुरुआत 19 सितम्बर से होगी. पहला टेस्ट चेन्नई में होगा, जिसकी तैयारी भारतीय टीम ने शुरू कर दी है.

श्रीलंका से हारा इंडिया, 27 साल बाद गंवाई सीरीज, क्या रही वजह?

कल भारत और श्रीलंका का मैच काफी चर्चा में रहा. श्रीलंका ने तीसरे वनडे में भारत को 110 रन से करारी शिकस्त दे कर इतिहास रच दिया. चरिथ असलंका की कप्तानी में श्रीलंकाई टीम ने 3 मैचों की वनडे सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली. भारत ने हार का सामना किया.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Sarassalil (@sarassalil_magazine)


1997 के बाद भारत के खिलाफ श्रीलंका की यह पहली वनडे सीरीज जीत है. ये मैच बुधवार को कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया. इस सीरीज के आखिरी मुकाबले में मेजबान टीम ने टौस जीत कर पहले बैटिंग करते हुए 248 रन का स्कोर बनाया. इस के जवाब में भारतीय टीम ने 138 रन बनाए. जीत श्रीलंका के नाम हुई और भारत हार गया.

दोनों टीम के खिलाड़ी दमदार थे, लेकिन जीत किसी एक की होनी थी,  मैच हार जाने के बाद अब सभी के दिमाग में एक ही बात चल रही है कि आखिर भारत मैच हारा क्यों? ऐसा क्यो हुआ? मैच हार जाने की क्या वजह रही थी?

बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन

भारतीय बल्लेबाजों ने पूरी सीरीज में सब को निराश करने वाला प्रर्दशन किया. रोहित शर्मा को छोड़ कर कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका. विराट कोहली ने भी मैच में अच्छा नहीं खेला. उन का बल्ला भी नहीं चला. केवल 20 रन बना कर आउट हुए विराट कोहली. भारतीय टीम 26.1 ओवर में 138 रन बना कर आउट हो गई.

स्पिन के खिलाफ कमजोर रहा टीम का प्रदर्शन

भारतीय टीम को श्रीलंका के स्पिनरों का सामना करने में काफी मुश्किलें आईं. श्रीलंकाई स्पिनरों ने भारतीय बल्लेबाजों को बांधक र रखा और उन्हें खुल कर खेलने का मौका नहीं दिया.

नया कोच, गलत टीम सेलैक्शन

टीम इंडिया के नए हैड कोच गौतम गंभीर हैं. उन्होंने राहुल द्रविड़ की जगह ली है और श्रीलंका के खिलाफ हुई सीरीज से अपनी जिम्मेदारी संभाली, इसलिए उन का शायद टीम चुनने में तालमेल सही नहीं बैठा. हालांकि गौतम गंभीर को खेल का काफी अनुभव है.

जसप्रीत बुमराह पर निर्भरता भारी पड़ी

एक तरह से देखा जाए तो आज टीम तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर बहुत ज्यादा निर्भर हो गया है. वे जैसे ही रैस्ट मोशन पर चले जाते हैं कि टीम वहीं लड़खड़ाने लग जाती है, क्योंकि वनडे विश्व कप हो या फिर हाल में खत्म हुआ टी 20 वर्ल्ड कप, श्रीलंका के खिलाफ मैचों में टीम के तकरीबन 8 खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की, लेकिन सब हलके पड़ गए.

Lockdown में बढ़े घरेलू हिंसा पर रोक लगाने के लिए सामने आए ये बड़े कलाकार, देखें Video

कोरोना (Corona Virus) कहर के बीच लगाए गए लौक डाउन (Lockdown) के बीच महिलाओं के ऊपर घरेलू हिंसा के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखनें को मिल रही है. घर के भीतर रह रहीं महिलाओं के ऊपर शारीरिक हिंसा के साथ ही आर्थिक, मानसिक और यौनिक हिंसा के मामले भी बढे हैं. हाल ही में राष्ट्रीय महिला आयोग नें भी लॉक डाउन में बढ़ रहे घरेलू हिंसा के मामलों को लेकर चिंता व्यक्त की है. क्यों की राष्ट्रीय महिला आयोग में लौक डाउन के बीच घरेलू हिंसा को लेकर शिकायतों की संख्या में बड़ा इजाफा देखनें को मिल रहा है.

23 मार्च से 16 अप्रैल के बीच राष्ट्रीय महिला आयोग को घरेलू हिंसा की 587 शिकायतें मिली हैं, जबकि 27 फरवरी से 22 मार्च के बीच केवल 396 मामले ही उसके सामने आए थे.

ये भी पढ़ें- अरहान ने निकाले रश्मि देसाई के अकाउंट से इतने लाख, फैंस ने लिखा #FraudArhaanKhan

लौकडाउन के बीच बढ़े घरेलू हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी के कारण को लेकर विशेषज्ञों का कहना है की पुरुषों में लौक डाउन के चलते नौकरियों को खोने की चिंता बढ़ी है. इससे लोगों में तनाव बढ़ रहा है जो घरेलू हिंसा के रूप में सामने आ रहा है.

 

View this post on Instagram

 

Lets put a #LockDownOnDomesticViolence !! #Dial100 @CMOMaharashtra @DGPMaharashtra @AUThackeray @aksharacentre

A post shared by Vidya Balan (@balanvidya) on

लौक डाउन में बढे घरेलू हिंसा को लेकर खेल जगत के साथ ही फिल्म जगत काफी गंभीर है और घरेलू हिंसा पर रोक लगाने के लिए फिल्म और खेल से जुडी कई हस्तियां आगे आईं हैं. इसको लेकर इन हस्तियों नें एक वीडियो जारी कर घरेलू हिंसा पर भी लौकाउन लगाने की मांग की है.

वीडियो को अक्षरा सेंटर द्वारा महराष्ट्र सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग के स्पेशल सेल के साथ मिल कर बनाया गया है इसमें साथ दिया है टाटा इंस्टीट्यूट औफ सोशल साइंस (Tata Institue of Social Science) नें. साथ ही महराष्ट्र सरकार और महराष्ट्र पुलिस नें भी इसमें सहयोग किया है. इस वीडियों में फिल्म जगत से अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma), दीया मिर्जा (Dia Mirza), माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit), विद्या बालन (Vidya Balan), फरहान अख्तर (Farhan Akhtar), करण जौहर (Karan Johar), और राहुल बोस (Rahul Bose) जैसे बड़े सितारे दिखाई दे रहे हैं. वहीं खिलाड़ियों में मिताली राज (Mithali Raj), विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने भी इस मुहिम को अपना समर्थन दिया है.

ये भी पढ़ें- Lockdown के बीच Hip-Hop डांस करती नजर आईं Disha Patani, Video Viral

इस वीडियो से जुड़े सभी सेलेब्रेटीज ने इसे अपने सोशल मीडिया पर शेयर भी किया है और इस पर अपने तरफ से भी कैप्शन में घरेलू हिंसा को लेकर ढेर सारी बातें लिखीं है. इस वीडियों में उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा है की “सभी पुरषों को हम कहते हैं यही समय है हिंसा के खिलाफ बोलने का, महिलाओं से हम कहना चाहते हैं यही समय है अपनी चुप्पी तोड़ने का. अगर आप घेरलू हिंसा का शिकार हैं, फिर चाहे वो घर पर हों, आपको रिपोर्ट करना चाहिए. घरेलू हिंसा पर भी लौकडाउन लगाया जाए.”

T-20 फौर्मेट में गेंदबाजों के आगे फीके पड़े बल्लेबाजों के तेवर, देखें दिलचस्प रिकॉर्ड

17 फरवरी 2005 को पहला टी-20 मैच खेला गया. ये मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था. याद आता है जब इस फॉर्मेट की शुरूआत हो रही थी तो कई बड़े दिग्गजों ने इसे हानिकारक बताया था. तब कहा गया था कि इस खेल से गेंदबाजों का दमन हो जाएगा. वास्तव में हम सब कुछ ऐसा ही सोचते थे. मैदान पर हर गेंद पर बढ़ता रोमांच. दर्शकों को भी खूब आनंद आता है. 20 ओवर का खेल होता है. 10 विकेट हाथ में होतें हैं. इस फॉर्मेट में बस एक सिद्धांत लागू  होता है वो है बस हिटिंग. ऐसा हमने कई बार देखा भी.

पहला आधिकारिक टी-20 मैच 17 फरवरी, 2005 को ऑकलैंड में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था. उस मैच में बल्लेबाजों ने अपनी चमक बिखेरते हुए 40 ओवरों में 384 रन बनाए थे लेकिन उसी मैच में ऑस्ट्रेलिया के माइकल कास्प्रोविच ने चार ओवर में 29 रन देकर चार विकेट लेकर साबित कर दिया था कि क्रिकेट के इस सबसे तेज फॉरमेट में गेंदबाजों की अहमियत हमेशा बरकरार रहेगी.

इसी तरह का एक वाक्या रविवार को नागपुर में हुआ, जहां भारत के तेज गेंदबाज दीपक चहर ने हैट्रिक के साथ सात रन देकर छह विकेट लिए और बल्लेबाजों की चमक फीकी करते हुए न सिर्फ भारत को बांग्लादेश पर बड़ी जीत दिलाई बल्कि विश्व रिकार्ड भी कायम किया.

ये भी पढ़ें- हर मोर्चे पर विफल हो रही टीम इंडिया, क्या पूरा हो पाएंगा टी-20 विश्व कप जीतने का सपना

युवा गेंदबाज दीपक चाहर किसी एक टी-20 मैच में सबसे अच्छी गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी बने. दीपक के अलावा श्रीलंका के अजंता मेंडिस (8-6 और 16-6) तथा भारत के युजवेंद्र चहल (25-6) ने ही टी-20 में छह विकेट लिए हैं लेकिन चाहर की कामयाबी इसलिए खास है क्योंकि उन्होंने हैट्रिक के साथ यह सफलता हासिल की और सबसे कम रन देकर छह विकेट हासिल किए.

चहर की कामयाबी शानदार है लेकिन इस फॉरमेट के 14 साल के इतिहास में कई ऐसे मौके आए हैं, जब गेंदबाजों ने अपने प्रदर्शन से लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने पर मजबूर किया है. मेंडिस और चहल के अलावा अफगानिस्तान के राशिद खान का भी नाम इनमें शामिल है. राशिद ने 2017 में ग्रेटर नोएडा में आयरलैंड के खिलाफ दो ओवर में एक मेडन सहित तीन रन देकर पांच विकेट लिए थे. यह हैरान कर देने वाला प्रदर्शन है.

टी-20 इतिहास में अब तक कुल नौ गेंदबाज ऐसे हुए हैं, जिन्होंने दहाई की संख्या तक पहुंचे बिना विपक्षी टीम के पांच या उससे अधिक खिलाड़ियों को आउट किया है. इनमें चाहर, मेंडिस (दो बार), श्रीलंका के रंगना हेराथ (3-5), राशिद, अर्जेटीना के पी. अरीघी ( 4-5), पाकिस्तान के उमर गुल (दो मौकों पर 6-5), लक्जमबर्ग के ए, नंदा (6-5), श्रीलंका के लसिथ मलिगा (6-5) और नामीबिया के सी. विल्जोन (9-5) शामिल हैं.

टी-20 क्रिकेट में अब तक करीब 41 बार गेंदबाजों ने पांच या उससे अधिक विकेट लिए हैं लेकिन सिर्फ नौ मौके ऐसे आए हैं जब इन गेंदबाजों ने मेडन डाले हैं. यह फॉर्मेट पूरी तरह बल्लेबाजों को सपोर्ट करता है और ऐसे में मेडन डालना विकेट लेने से कम नहीं. भारत की ओर से यह सौभाग्य अब तक किसी गेंदबाज को नहीं मिला है जबकि मेंडिस, हेराथ, राशिद, आराघी, मलिंगा यह कारनामा कर चुके हैं. 2014 में चटगांव में न्यूजीलैंड के खिलाफ हेराथ ने तो 3.3 ओवर की गेंदबाजी में दो ओवर मेडन डाले थे और तीन रन देकर पांच विकेट विकेट लिए थे.

ये भी पढ़ें- DCP किरण बेदी! के समय भी यही हाल था जो आज

टी-20 में कुल 10 खिलाड़ियों ने हैट्रिक पूरी की है. मलिंगा यह कारनामा दो बार कर चुके हैं. इनमें ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट ली, न्यूजीलैंड के जैकब ओरम और टिम साउदी, श्रीलंका के थिसिरा परेरा और मलिंगा, पाकिस्तान के मोहम्मद हसनैन और फहीम अशरफ, ओमान के खावर अली, पापुआ न्यू गिनी के एन. वानुआ और चाहर शामिल हैं. राशिद और मलिंगा के नाम एक खास रिकार्ड दर्ज है. इन दोनों ने इस फॉरमेट में चार गेंदों पर चार विकेट लिए हैं.

अब बात चहर की करते हैं. किसी खिलाड़ी को पता नहीं होता कि उसका करियर कितना लम्बा है और यही कारण है कि वह अपने प्रदर्शन के दम पर अपना नाम खेलों की दुनिया में अमर कर लेना चाहता है. चहर के लिए रविवार को मौका भी था और दस्तूर भी था. साथ ही किस्मत भी उनके साथ थी. चहर ने 7 रन देकर हैट्रिक सहित 6 विकेट लिए, जो एक विश्व रिकॉर्ड है. वह टी-20 में हैट्रिक लेने वाले भारत के पहले पुरुष खिलाड़ी बने. भारत के लिए महिला खिलाड़ी एकता बिष्ट ने हैट्रिक लिया है.

चाहर की सफलता ने भारतीय टीम को सफलता के नए मुकाम पर पहुंचा दिया. भारत इस साल एकमात्र ऐसी टीम बनी, जिसके खिलाड़ियों ने क्रिकेट के तीनों फारमेट में हैट्रिक ली है. चहर ने टी-20 में तो जसप्रीत बुमराह ने वनडे और मोहम्मद समी ने टेस्ट मैच में हैट्रिक पूरी की. शमी ने इस साल टेस्ट के अलावा वनडे में भी हैट्रिक ली थी और यह हैट्रिक विश्व कप में आई थी। इस साल वैसे कुल छह हैट्रिक बने.

हर मोर्चे पर विफल हो रही टीम इंडिया, क्या पूरा हो पाएंगा टी-20 विश्व कप जीतने का सपना

राजकोट में हुए दूसरे टी-20 मैच में टीम इंडिया में एक तरफा मुकाबला जीत लिया. लेकिन इस जीत के साथ-साथ कई सवाल टीम इंडिया के प्रदर्शन पर खड़े हुए हैं. कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा की तूफानी पारी ने मैच को वनसाइडेड बना दिया. यहां आपको ध्यान देना चाहिए कि अगले साल यानी 2020 में टी-20 विश्व कप खेला जाना है. उससे पहले टीम लगातार प्रयोग के दौर से गुजर रही है. भारत बनाम बांग्लादेश पहला टी-20 मैच दिल्ली के अरूण जेटली स्टेडियम में खेला गया. भारत ये मुकाबला हार गया. अक्सर ये देखा जाता है कि जब टीम हार जाती है तो उसकी कई खामियां गिनीं जाती है लेकिन जब टीम जीत जाती है तो वो खामियां छिप जाती है. दूसरे T-20 मैच में भी ऐसा ही हुआ. पहले T-20 की अगर हम बात करें तो टीम इंडिया हर मोर्चे पर विफल रही. बल्लेबाजी की बात करें तो टीम इंडिया के ओपनर शिखर धवन का बल्ला शांत है. शिखर विश्व कप के दौरान घायल हो गए थे. उसके बाद मैदान पर आए. लेकिन लगा नहीं कि शिखर अपनी फॉर्म में हैं. रोहित शर्मा लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल एक खिलाड़ी के प्रदर्शन पर ही पूरी टीम डिपेंड रहे. युवा खिलाड़ी श्रेयस अय्यर ने जरूर कुछ रन बनाएं लेकिन उसके बाद पंत, शिवम दुबे, केएल राहुल इन सभी ने निराश किया. इन खिलाड़ियों को मौका था कि ये टीम में जगह पक्की कर पाते लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. पंत की कीपरिंग को लेकर भी तमाम सवाल उठे. पंत को अभी रिव्यू का भी सही आंकलन नहीं था.

पहले टी20 में, मैच का दसवां ओवर था जबकि डीआरएस को लेकर फैसले भारत के खिलाफ गये और आखिर में यह गलती टीम को महंगी पड़ी और उसे पहली बार बांग्लादेश से हार का सामना करना पड़ा. लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के इस ओवर की तीसरी गेंद पर मुशफिकुर रहीम पगबाधा आउट थे लेकिन भारत ने रिव्यू नहीं लिया. गेंदबाज या विकेटकीपर पंत ने इसके लिये कप्तान को कोई सलाह भी नहीं दी। रहीम तब छह रन पर खेल रहे थे और बाद में वह 60 रन बनाकर नाबाद रहे. जबकि पगबाधा आउट का सही अंदाजा या तो गेंदबाज को होता है या फिर विकेटकीपर को. गेंदबाज को सही सलाह देने का काम विकेटकीपर को होता है.

इसी ओवर की आखिरी गेंद पर सौम्या सरकार के खिलाफ पंत ने विकेट के पीछे कैच की अपील की जिसे अंपायर ने ठुकरा दिया. पंत ने रोहित पर  डीआरएस  के लिये दबाव बनाया लेकिन  रिव्यू  से स्पष्ट हो गया कि गेंद बल्ले से लगकर नहीं गयी थी. दर्शकों ने भी  धोनी—धोनी  की गूंज से पंत को गलती का अहसास कराया. रोहित ने बाद में स्वीकार किया कि इस तरह के रिव्यू  में कप्तान पूरी तरह से गेंदबाज और विकेटकीपर पर निर्भर होता है लेकिन उन्होंने भरोसा जताया कि पंत अभी युवा है और वह समय के साथ बेहतर फैसले करना सीख जाएगा.

अब बात दूसरे टी-20 मैच की

यहां भी भारतीय टीम ने गलतियों का पहाड़ खड़ा कर दिया. वो तो सही रहा कि कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला खूब गरजा और उन्होंने 43 गेंदों पर 85 रन ठोंक डाले. शिखर धवन ने भी उनका साथ दिया. जिससे ये मुकाबला टीम इंडिया ने जीत लिया. लेकिन जब टीम इंडिया की फील्डिंग कर रही थी तो खुद कप्तान रोहित शर्मा ने ही एक कैच छोड़ दिया. कैच के बाद कई बार मिसफिल्डिंग भी हुई. इधर ओवर थ्रो से रन दिए गए. टीम इंडिया की ये फील्डिंग देखकर लग नहीं रहा था कि ये टीम कुछ महीनों बाद टी-20 विश्व कप खेलने वाली हैं. ये बात सही है कि इस टीम में कोहली,बुमरहा और भुवनेश्वर कुमार नहीं है लेकिन जो टीम बांग्लादेश के खिलाफ उतरी थी वो खिलाड़ी भी कम नहीं है. यहां बात करते हैं दूसरे मैच की…

दरअसल, चार ओवर का मैच समाप्त हो गया था. पांचवां ओवर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) लेकर आए. चहल के सामने बांग्लादेश के ओपनर लिट्टन दास (Litton Das) थे. पहली गेंद पर दो रन लिए. दूसरी गेंद ड्रॉप हो गई. तीसरी गेंद पर जबरदस्त ड्रामा देखने को मिला. टीम इंडिया काफी वक्त से विकेट की तलाश में थी. चहल ने ओवर की तीसरी गेंद फेंकी और विकेट कीपर पंत ने स्टंपिंग कर लिटन दास को आउट भी कर दिया.थर्ड अंपायर को इसमें कुछ गड़बड़ नजर आया और उन्होंने कई बार रिप्ले देखा. लिटन दास क्रीज से बाहर थे, चहल का पैर भी बिल्कुल ठीक था इसके बावजूद जब निर्णय में देर लगी तो मैदान में खड़े खिलाड़ी भी आपस में बातचीत करने लगे. उसके बाद थर्ड अंपायर ने इसको नो बॉल करार दी साथ में फ्री हिट भी दी गई. इस फैसले से सबसे ज्यादा निराश चहल दिखे और कप्तान रोहित शर्मा भी नाखुश नजर आए.

लेकिन यह उन अजीब घटनाओं में से एक थी जो आपको क्रिकेट में देखने को मिलती हैं. चहल की फ्लाइट होती गेंद पर लिटन दास ललचा गए और क्रीज से आगे बढ़कर शॉट खेलने लगे लेकिन लेग ब्रेक पर टर्न से पूरी तरह पिट गए. पंत के लिए स्टंपिंग करना सबसे आसान था, जो अपनी उत्तेजना में गेंद को स्टंप के आगे से ही पकड़ लिया. पंत की यह बहुत छोटी गलती है लेकिन टीम को इसका बड़ा खामियाजा उठाना पड़ सकता है.

अब बात करते कुछ आकंड़ों की

पिछले 12 महीने से टीम इंडिया टी-20 में खस्ता हाल प्रदर्शन कर रही है. टी-20 में टीम इंडिया लगातार प्रयोग कर रही है और इन प्रयोगों का खराब असर टीम इंडिया के प्रदर्शन पर साफ नजर आ रहा है. टी-20 में टीम इंडिया फिसड्डी साबित हो रही है. पिछले एक साल में टीम इंडिया टी-20 की 5 में से सिर्फ 1 सीरीज अपने नाम कर पाई. इस दौरान भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में 3 मैच की सीरीज 1-1 से ड्रॉ कर पाई. फिर न्यूजीलैंड में टीम इंडिया 3 मैच की टी-20 सीरीज में 1-2 से हारी.

फरवरी में ही ऑस्ट्रेलिया ने भारत में आकर टीम इंडिया को 2-0 से हराया. सिर्फ वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया टी-20 सीरीज जीती. सितंबर में द. अफ्रीका ने भारत में टी-20 सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म की. टीम इंडिया पिछले 10 में से 5 मैच हारी, जबकि 4 मैच जीती. एक मैच बेनतीजा रहा. पहले बल्लेबाजी करते हुए तो टीम इंडिया की स्थिति और खराब है. पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने इस साल 5 में से 4 मैच गंवाए हैं.

हिटमैन के बल्ले से निकला पहला दोहरा शतक, तोड़ा सर डौन ब्रैडमैन का रिकौर्ड

भारतीय टेस्ट क्रिकेट में शायद लंबे अर्से वक्त बाद ऐसा नजारा देखने को मिल रहा था. टेस्ट क्रिकेट में भारत के पास वो वीरेंद्र सहवाग नहीं था जो टेस्ट में भी 100 के स्ट्राइक रेट से रन बरसाता था. टीम इंडिया लगातार प्रयोगों के दौर से गुजर रही थी लेकिन इस समस्या का निदान टीम के भीतर ही था. लंबे वक्त के बाद टीम इंडिया अब उस समस्या से बाहर आ गई है. टीम इंडिया की ओपनिंग जब से रोहित शर्मा ने करनी शुरु की तब से वो रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं. हालांकि अभी तक उनके सभी टेस्ट शतक भारत की सरजमी पर ही आए हैं लेकिन ये भी कुछ कम नहीं है. रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में एक नई लकीर खींच दी है.

ये भी पढ़ें- सौरव गांगुली का बीसीसीआई अध्यक्ष बनना, बीजेपी की प. बंगाल में बैक डोर इंट्री है

भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने रांची में अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक पूरा किया. इसके साथ ही रोहित शर्मा ने रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी. रांची में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन रोहित शर्मा ने 249 गेंदों में अपने टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 212 रन पूरे किए. इससे पहले रोहित ने उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 177 रन था, जो उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में वेस्ट इंडीज के खिलाफ कोलकाता में नवंबर, 2013 में बनाया था. हालांकि अपने टेस्ट करियर में रोहित तीसरी बार 150 से अधिक का स्कोर बनाने में कामयाब हुए हैं.

रोहित शर्मा टेस्ट और वनडे इंटरनेशनल दोनों में 200+ का स्कोर करने वाले चौथे बल्लेबाज बन गए हैं. इससे पहले सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और क्रिस गेल यह कारनामा कर चुके हैं. रोहित शर्मा ने मौजूदा टेस्ट सीरीज में अब तक 19 छक्के जड़े हैं. इससे पहले यह कीर्तिमान वेस्टइंडीज के शिमरॉन हेटमेयर के नाम था, जिन्होंने 2018-19 में बांग्लादेश के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में 15 छक्के लगाए थे. इतना ही नहीं हिटमैन ने दिग्गज खिलाड़ी औसत के मामले में सर डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड भी तोड़ा है. घरेलू मैदान पर रोहित शर्मा की बल्लेबाजी औसत 99.84 का है. जबकि सर डॉन ब्रैडमैन ने घरेलू मैदान पर 98.22 की औसत रन बनाए हैं.

ये भी पढ़ें- 1954 के बाद पहली बार कोई भारतीय कप्तान बना BCCI का अध्यक्ष, ये होंगी चुनौतियां

रोहित शर्मा ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस सीरीज में 100 से ज्यादा के औसत से तीन शतकों के साथ 529 रन पूरे कर लिए हैं. इसी के साथ वो तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं. रोहित से पहले वीरेंद्र सहवाग ने पाकिस्तान के खिलाफ साल 2005 में बतौर ओपनर 500 से ज्यादा रन बनाए थे, जिसमें एक तिहरा शतक भी शामिल था.

रोहित शर्मा एक टेस्ट सीरीज में 500 या उससे ज्यादा रन बनाने वाले पांचवे भारतीय ओपनर बन गए हैं. हिटमैन से पहले विनोद मांकड़, बुद्धी कुंदेरम, सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग ने एक टेस्ट सीरीज में 500+ रन बनाए थे. गावस्कर ने ये कारनामा पांच बार किया है. उन्होंने पांच टेस्ट सीरीज में 500+ रन बनाए थे.

ये भी पढ़ें- ICC ने हटाया वो नियम, जिसने इंग्लैंड को बनाया था पहली बार क्रिकेट का विश्व कप

क्यों की जा रही वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा की तुलना?

आपको याद होगा रोहन गावस्कर की. रोहन महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर के बेटे हैं. मीडिया और फैंस ने उनकी तुलना गावस्कर से कर दी. लोगों की उम्मीदें उनसे बढ़ गईं. रोहन ने 2012 में क्रिकेट के हर फॉर्मेट को अलविदा कह दिया.

हालांकि इस खिलाड़ी का घरेलू करियर अच्छा रहा और उन्होंने 117 फर्स्ट क्लास मैच में 6938 रन बनाए लेकिन इसके बावजूद भी वो अंतरराष्ट्रीय करियर आगे नहीं बढ़ा सके. ऐसा बिल्कुल नहीं था कि रोहन गावस्कर का खेल बहुत बुरा था लेकिन बस उनकी तुलना और उम्मीदों ने पूरा करियर तबाह कर दिया.

आईसीसी रैंकिंग में भारतीय टीम विश्व की नंबर 1 टीम है. इस मैच में सबकी नजरें टिकी थीं रोहित शर्मा पर. उसका कारण था कि वो पहली बार टेस्ट टीम की अगुवाई करने जा रहे थे. मौका भी अच्छा था अपनी ही धरती पर मेहमानों को पटखनी देने का. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विशाखापत्तनम टेस्ट मैच में पहली बार ओपनिंग करने उतरे रोहित शर्मा ने शानदार 176 रनों की पारी खेली. वनडे क्रिकेट में ओपनिंग की जिम्मेदारी संभालने के बाद दमदार प्रदर्शन करने वाले रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में भी मिले मौके को पूरे तरीके से भुनाया.

ये भी पढ़ें- धोनी मामले में बड़ा खुलासा, पीठ दर्द की समस्या के

रोहित शर्मा की टेस्ट ओपनर के तौर पर 176 रनों की दमदार पारी के बाद कई पूर्व क्रिकेटरों ने उनकी तुलना और वीरेंद्र सहवाग से की. हालांकि, रॉबिन उथप्पा इस राय से इत्तिफ़ाक़ नहीं रखते। रोहित शर्मा और वीरेंद्र सहवाग की टेस्ट ओपनर के रूप में तुलना किए जाने पर रॉबिन उथप्पा ने कहा, ‘दोनों की तुलना करना सही नहीं है, उनकी बल्लेबाजी की अपनी शैली है. सहवाग और रोहित दोनों आक्रामक हैं और यही एक कॉमन बात है. सहवाग गेंद पर ज्यादा आक्रामण करते थे वहीं रोहित इसे सम्मान देते हैं. जिस तरह से रोहित शर्मा शॉट खेलते हैं वह सहवाग से काफी अलग है.’

रोहित शर्मा की पारी को देखकर क्रिकेट के भगवान भी अपना मत देने से रोक नहीं पाए. सचिन तेंदुलकर ने कहा कि ‘रोहित ने मिले मौके को भुनाया है और उन्हें अब यहां से अपने परफॉर्मेंस को आगे ले जाना है. इसके साथ-साथ सचिन ने कहा कि रोहित शर्मा प्रैक्टिस मैच में बिना कोई रन बनाकर आउट हुए थे लेकिन उन्होंने उस पारी को भुलाकर इस मैच में आए और कमाल की पारी खेली.

इसके साथ-साथ सहवाग और रोहित की तुलना पर सचिन ने कहा कि, दोनों की तुलना करना गलत है. रोहित शर्मा का अपना खेलने का स्टाइल है. सचिन ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी की तुलना किसी दूसरे खिलाड़ी से होना बिल्किुल गलत है.

सचिन तेंदुलकर ने आगे रोहित शर्मा के बारे में कहा कि अपनी बल्लेबाजी के दौरान जिस रणनीति के साथ रोहित ने वर्नन फिलेंडर जैसे तेज गेंदबाज का सामना किया वो दर्शाता है कि वो बल्लेबाजी करने आने से पहले अपनी बल्लेबाजी रणनीति बनाकर मैदान पर उतरे थे.

ये भी पढ़ें- इंग्लैंड के इस गेंदबाज ने 5253 गेंदों के बाद फेंकी

रोहित शर्मा और सहवाग के बारे में कई दिग्गजों की टिप्पणी आई हैं. इन दोनों खिलाड़ियों की कोई तुलना नहीं हो सकती है क्योंकि दोनों अपना स्वभाविक खेलते हैं. सहवाग के क्षमता थी कि वो पहली गेंद को बाउंड्री पर पहुंचा सकते थे. वो क्रीज पर ज्यादा वक्त नहीं जाया करते. गेंदबाज पहली गेंद से ही सोच लेता था कि ये खिलाड़ी डिफेंस नहीं करेगा. रोहित शर्मा के साथ बिल्कुल उल्टा है.

शर्मा को क्रीज में वक्त लगता है. गेंदबाज शुरुआत में ही उनको आउट करने का प्रयास करते हैं और कई बार वो ऐसा करने में सफल हो जाते हैं. रोहित शर्मा के शॉट्स सेलेक्शन और सहवाग के शाट्स सेलेक्शन में भी फर्क है. सहवाग क्रीज पर खड़े होकर भी बड़े शॉट्स खेलते हैं. लेकिन रोहित शर्मा फिलहार अभी ऐसा खेल नहीं दिखा पाए.

World Cup के दौरान इस 87 साल की महिला ने जीता फैंस का दिल

मंगलवार, 2 जुलाई को बांग्लादेश के साथ हुए एक रोचक मुकाबले में भारतीय टीम ने शानदार जीत हासिल की. पहले तो बल्लेबाजी में रोहित शर्मा ने शतक ठोंक कर नया रिकौर्ड बनाया और बाद में जसप्रीत बुमरा की बूमरैंग गेंदबाजी ने विरोधी टीम पर ऐसा शिकंजा कसा कि उसे टूर्नामेंट से ही बाहर कर दिया.

विराट को भी मिली तारीफें…

इस सब में विराट कोहली की कप्तानी की भी जमकर तारीफ हुई कि मैदान के अलहदा आकार को देखते हुए उन्होंने 4 तेज गेंदबाज और एक स्पिनर को टीम में जगह दी थी. उन का यह फैसला गेंदबाजों ने सही साबित किया.

मैच की इन घटनाओं ने जीता दिल…

इस मैच में 2 और ऐसी घटनाएं हुई थीं जिन्होंने सब का दिल जीत लिया. एक तो तब जब रोहित शर्मा बल्लेबाजी कर रहे थे. अपनी धुआंधार बल्लेबाजी में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 5 छक्के जड़े थे. उन में एक छक्का स्टेडियम में मैच का लुत्फ ले रही एक भारतीय फैन मीना को जा लगा था. वैसे, ऐसा अक्सर हो जाता है पर जब मैच खत्म हुआ तो रोहित शर्मा उस महिला मीना से खासतौर पर मिलने गए थे. उन्होंने उन का हालचाल लिया और खेद भी प्रकट किया लेकिन साथ ही अपने आटोग्राफ वाली एक हैट भी उन्हें भेंट की. शायद उन्हें मजाकमजाक में समझा भी दिया कि आगे कोई गेंद आप के पास आए तो उसे लपक लेना.

match

87 साल की महिला पहुंचीं मैच देखने…

इसी तरह दूसरा किस्सा तो और भी मजेदार रहा. एक उम्रदराज महिला का भारतीय टीम की हौसला अफजाई करना उन्हें ‘आर्यन लेडी’ का खिताब दिला गया. दरअसल, जब यह मैच चल रहा था तब टेलीविजन के कैमरे एक 87 साल की महिला पर फोकस कर रहे थे कि वे मानो किसी बच्ची की तरह भारतीय टीम को जीतने के लिए प्रेरित कर रही थीं.

विराट और रोहित मिलने पहुंचे…

टीम इंडिया की ये फैन थीं चारुलता पटेल. उन का उत्साह और क्रिकेट के प्रति दीवानगी लाजवाब थी. यही वजह थी कि मैच जीतने के बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा उन से मिलने पहुंच गए थे. व्हील चेयर पर आई इस बूढ़ी अम्मा के जज्बे ने भारत की इस जीत में चार चांद लगा दिए.

एडिट बाय- निशा राय

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें