सवाल
अब तक शादी के बाद किया जाने वाला अफेयर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर में आता था. लेकिन अब सोसाइटी में ओपन मैरिज का चलन भी देखने को मिल रहा है. जी हां, किसी का रिश्तेदार ओपन मैरिज में है, तो फिर किसी का दोस्त, पहले ये शब्द सिर्फ बौलीवुड तक सीमित थे. लेकिन अब ये ट्रेंड बनता जा रहा है. कि लोग एक्सट्रा मैरिटल अफेयर को भी तव्वजो दे रह है.
अजीत नाम का एक शख्स है जो कि 32 साल का है, वह बताता है कि उसका दोस्त नीरज ओपन मौरिज की बाते करता है और बताता है कि वे दोनों पति पत्नी ओपन मैरिज में है. इस बात से अजीत काफी परेशान चल रहा है और वे पूछते है कि क्या ये करना सही है या गलत? और आम भाषा में ओपन मैरिज क्या है, ये विवाह संस्था के लिए भी कितना सही है?
जवाब
क्या है ओपन मैरिज
शादी एक ऐसा बंधन है, जो दो दिलों को जोड़ने में काफी मदद करता है. ऐसे में इन दोनों ओपन मैरिज का ट्रेंड बहुत ज्यादा बढ़ गया है. लेकिन क्या आप जानते हैं ओपन मैरिज किसे कहते हैं?
जब दो शादीशुदा पति-पत्नी एक दूसरे के एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर से सहमत होते हैं, तब उसे ओपन मैरिज कहा जाता है. यानी शादी के बाद भी अगर कोई रोमांटिक अफेयर कर रहा है, तो उसे बेवफाई नहीं मानी जाएगी. दोनो आपसी सहमती से इस बात पर रहते है और एक्स्ट्रा अफेयर करते है.
हस्बैंड बना सकता है गर्लफ्रेंड
ओपन मैरिज में म्युचुअल अंडरस्टैंडिंग होती है. ओपन मैरिज के अंदर दोनों पार्टनर में से किसी एक को भी एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर से परेशानी नहीं होगी. अगर आसान भाषा में समझा जाए, तो शादी के बाद हस्बैंड गर्लफ्रेंड बना सकता है, तो वही शादी के बाद वाइफ भी बौयफ्रेंड बना सकती है.
हालांकि, ये करना कितना सही है और गलत चलिए बताते है.
टूट सकता है कपल्स का विश्वास
ओपन मैरिज की वजह से कपल्स का विश्वास भी टूट सकता है और यह आगे चलकर बड़ी प्रौब्लम खड़ी कर सकता है. ओपन मैरिज में सेक्शुअल बिमारीयों का खतरा भी बढ़ जाता है और समाज में ओपन मैरिज को स्वीकार करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसकी वजह से लोगों में शादी पर से विश्वास भी उठ सकता है.
सही इस तरह से भी हो सकता है कि आप अपने साथी की भावनाओं को समझ सकते है, कि ओपन मैरिज पूरे तरीके से जोड़ों पर निर्भर करता है, क्योंकि यह रिश्ते को मजबूत और कमजोर दोनों बना सकता है. ओपन मैरिज का फैसला लेने से पहले आपको अपने साथी की भावनाओं को समझना चाहिए.
अगर आप दोनों इस तरह के रिश्ते को संभालने के लिए तैयार हैं, तो ही ओपन मैरिज का फैसला लें. अगर आप दोनों सामाजिक दबाव का सामना करने के लिए तैयार हैं, तो भी ओपन मैरिज का फैसला ले सकते हैं. इससे आप दोनो के बीच एक दूसरे को लेकर ज्यादा समझदारी कायम रह सकती है.