‘प्यार का पंचनामा 2,’ ‘होटल मिलन’ व ‘फंसते फंसाते’ फिल्मों के अलावा करिश्मा कई वैब सीरीज व म्यूजिक वीडियो में भी नजर आ चुकी हैं.
करिश्मा शर्मा हाल ही में प्रदर्शित फिल्म ‘सुपर 30’ के एक गाने में रितिक रोशन के साथ डांस करते हुए नजर आईं. पर इस मुकाम तक वे कठिन संघर्ष करते हुए पहुंची हैं.
क्या आप की परवरिश कला के माहौल में हुई है?
ऐसा नहीं है. मैं पटना की रहने वाली हूं. मेरे पापा बैंक मैनेजर हैं. मैं ने कौन्वैंट स्कूल में पढ़ाई की. जब मैं 8वीं कक्षा में थी, तो मुझे पुणे में अपनी मौसी के पास आ कर रहना पड़ा. मैं ने पुणे के सिंबायोसिस से बीबीए किया. सिंबायोसिस में मीडिया व फैशन डिजाइनिंग की भी पढ़ाई होती है. वहीं पर मैं ने रैंप पर चलना शुरू किया. उस के बाद मुंबई आ कर बीएमडब्लू के साथ मैं ने इंटर्नशिप की. लेकिन 3 महीने बाद मुझे एहसास हुआ कि यह नौकरी मेरे बस की बात नहीं है. तब मैं ने नौकरी छोड़ कर अभिनय के लिए कोशिश करनी शुरू कर दी. मैं ने काफी औडिशन दिए. निखिल आडवाणी के साथ मैं ने बतौर सहायक भी काम किया. एकता कपूर निर्मित सीरियल ‘पवित्र रिश्ता’ में प्रिया का किरदार निभाते हुए मैं ने अभिनय कैरियर की शुरुआत की.
सीरियल ‘पवित्र रिश्ता’ में काम कैसे मिला था?
एकता कपूर को मेरा चेहरा पसंद आ गया. उन्होंने मुझे बुलाया. औडिशन देने के बाद मुझे इस में पिया का किरदार निभाने के लिए चुना गया. इस में मुझे अच्छी शोहरत मिली, जिस के चलते मुझे फिल्म ‘प्यार का पंचनामा 2’ में अभिनय करने का मौका मिला. इस के बाद मैं ने कुछ फिल्में मेन लीड में भी कीं. पर जब मैं ने वैब सीरीज ‘रागिनी एमएमएस रिटर्न’ की तो मुझे जरूरत से ज्यादा शोहरत मिली. इस वैब सीरीज में अभिनय करते वक्त मुझे एहसास हुआ कि मुझे अभिनय की ट्रेनिंग लेनी चाहिए.
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तो आप ने अभिनय की ट्रेनिंग ली?
जी हां, ‘रागिनी एमएमएस’ करते समय मेरी समझ में आया कि लोग न्यूयौर्क फिल्म अकादमी या दूसरे इंस्टिट्यूट में क्यों जाते हैं. मैं तो हर नए कलाकार को सलाह देती हूं कि वह अभिनय की ट्रेनिंग ले कर ही बौलीवुड से जुड़े. सिर्फ सुंदर चेहरा है, इसलिए आप काम पा जाएंगे, ऐसा न समझें. यदि आप के पास अभिनय की ट्रेनिंग के लिए पैसा नहीं है, तो कम से कम थिएटर ही करें. अभिनय की ट्रेनिंग लेने से आप को अपने अंदर की अच्छाइयां व कमियां पता चल जाती हैं.
क्या आप को किसी बात का रिग्रैट है?
मुझे किसी बात का कोई रिग्रैट या गम नहीं है. जब मैं ने ‘रागिनी एमएमएस रिटर्न’ किया था तो कई लोगों ने मुझे इसे करने से मना किया था. पर मैं ने किया. लोगों ने कहा था कि जब तुम्हें अलग तरह के किरदार करने हैं तो ‘रागिनी एमएमएस रिटर्न’ में बोल्ड किरदार न निभाओ. पर उस वक्त मेरी जो समझ थी, मेरी जो संजीदगी थी, उस के अनुसार मुझे इसे करने में कोई बुराई नजर नहीं आई. जब तक आप की फिल्म बौक्सऔफिस पर हिट न हो जाए तब तक कोई आप के नाम पर पैसा नहीं लगाता. फिल्म बनाने में करोड़ों रुपए लगते हैं. अब जब कलाकार के तौर पर मेरी इमेज बन गई है, एक पहचान बन गई है तो अब मुझे अलग तरह के किरदार निभाने हैं.
जब आप ने ‘रागिनी एमएमएस रिटर्न’ में बोल्ड किरदार निभाया था, उस वक्त आप की क्या सोच थी?
उस वक्त जब मैं ने किरदार पढ़ा था तब मुझे लगा था कि यह तो एक कालेज में पढ़ने वाली लड़की की यात्रा है. कालेज में उस के तमाम दोस्त हैं. कुछ दोस्तों से उस के झगड़े हैं और एक साथी को वह ऐसे लड़कों से बचाती है. उसे एक लड़के से प्यार भी है. पूरी वैब सीरीज में उस के अपने प्रेमी के साथ रिश्ते को ले कर सिर्फ 2 दृश्य हैं जोकि मुझे बहुत और्गेनिक लगे. मुझे उन दोनों दृश्यों में हौआ वाली कोई बात नहीं लगी.
भविष्य में बोल्ड किरदार करने से आप को परहेज नहीं होगा?
भविष्य में भी यदि किसी फिल्म में स्क्रिप्ट की मांग के अनुसार किसिंग सीन होंगे तो मुझे करने में परहेज नहीं होगा. लेकिन सबकुछ खुल कर नहीं करना चाहूंगी, कुछ तो मैं ने सीमाएं बना रखी हैं.
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आप फिल्म ‘सुपर 30’ में सिर्फ एक गाने में नजर आईं?
डांस में महारत रखने वाले रितिक रोशन के साथ काम करने का अवसर नहीं गंवाना चाहती थी. उन के साथ एक गाना कर के भी मुझे पहचान मिली. फिर मेरा मकसद अपनी अभिनय प्रतिभा को लोगों तक पहुंचाना है. यह एक बड़े बजट की फिल्म थी जिसे दर्शक मिलना तय था और वही हुआ.
आप काफी म्यूजिक वीडियो कर रही हैं?
जी हां, 2018 के अंत में गजेंद्र वर्मा का म्यूजिक वीडियो ‘तेरा घाटा’ आया था जिसे काफी पसंद किया गया था. इस साल मैं ने दर्शन रावल का म्यूजिक वीडियो ‘काश ऐसा होता’ किया है. वहीं सोनल प्रधान का म्यूजिक वीडियो ‘नीदें’ किया है.
क्या वैब सीरीज करने से कलाकार को ज्यादा फायदा मिलता है?
ईमानदारी से कहूं तो मैं फायदा व नुकसान कभी नहीं सोचती. मैं सिर्फ यह देखती हूं कि मुझे अभिनय का स्कोप कितना मिल रहा है. लोगों तक पहुंचने का सवाल है, तो फिल्म व वैब सीरीज दोनों से हम विशाल दर्शक वर्ग तक पहुंच सकते हैं. अब तो सभी बड़े कलाकार वैब सीरीज कर रहे हैं. फिल्म और वैब सीरीज की शूटिंग में अंतर नहीं है. हां, कलाकार के तौर पर यह माने रखता है कि हम किस तरह के कंटैंट पर काम कर रहे हैं.
कोई ऐसा किरदार जिसे निभाना चाहती हैं?
मैं ने मीना कुमारी की किताब पढ़ी है. उन में बहुत दर्द था. उन्हें बहुत कुछ सहना पड़ा था. मैं उन का किरदार निभाना चाहती हूं. इस के अलावा मैं ने माताहारी की किताब पढ़ी है. मैं माताहारी का किरदार निभाना चाहती हूं. माताहारी डच की रहने वाली सैंसुअल डांसर थीं. उन्हें जासूसी के आरोप में 1917 में मार दिया गया था. मैं ने उन की एक किताब पढ़ी जिस में एक सीन है, जब उन्हें शूट किया जाना है तो उन से पूछा जाता है कि क्या आप की आंखों पर पट्टी बांध दी जाए? तो वे कहती हैं, ‘नहीं, मैं ने कुछ भी गलत नहीं किया.’ फिर वे हवा में किस करती हैं. उन की यात्रा भी दिल को छू लेने वाली है. बहुत दर्दनाक कहानी है. मेरे अंदर भी बहुत दर्द है, जो बाहर निकालना चाहती हूं. केवल हौट व सैक्सी का लैवल लगाना नहीं चाहती. अब मेरी कोशिश है कि ऐसा किरदार निभाऊं जिस से लोगों को मेरे अंदर की अभिनय प्रतिभा का पता चल सके.
कुछ नया कर रही हैं?
एकता कपूर की कंपनी एएलटी बालाजी के लिए एक वैब सीरीज ‘फिक्सर’ की है, जोकि बहुत जल्द रिलीज होगी. यह अंडरवर्ल्ड और एटीएस के बीच टकराव की कहानी है. यह कहानी देश की राजधानी दिल्ली के भ्रष्ट एटीएस औफिसर की है जो मुंबई के नकली अंडरवर्ल्ड और उद्योगपतियों की सांठगांठ का शिकार है. निजी जीवन के संघर्षों से जूझ रहे एटीएस अफसर की भूमिका में शब्बीर अहलूवालिया हैं. तिग्मांशु धूलिया ने मलिक नामक अंडरवर्ल्ड की भूमिका निभाई है जो देश व विदेश में अंडरवर्ल्ड का संचालन करता है.
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आप के शौक क्या हैं?
यात्रा करना, डांस करना, गीत गाना. मैं बचपन में गायक बनना चाहती थी. मैं ने संगीत की ट्रेनिंग ली थी. पर जब मैं 8वीं कक्षा में पढ़ रही थी, तभी मेरे मातापिता का तलाक हो जाने के बाद सबकुछ भूल गई थी. पढ़ने का भी शौक है.