ठगों ने हर मोर्चे पर मानो मोर्चाबंदी कर ली है की लोगों को ठगना है.अब जब सारी दुनिया कोरोना की तीसरी लहर से हलाकान परेशान है ऐसे में लोगों की जेब, बैंक अकाउंट खाली करने की तैयारी ठगों ने एक नए अंदाज में चालाकी के साथ की है कि लोग जाल में फंसते चले जाएं.
वस्तुत: जिस तरह शिकारी चिड़िया को चुग्गा देकर के फांस लेता है इन दिनों देश में कुछ ऐसा ही हो रहा है.
दरअसल, कोरोनावायरस कोविड 19 महामारी के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय के नाम से एक संदेश इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस संदेश में यह दावा अथवा कहा जाए लालच दिया जा रहा है कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोरोना फंड के तहत 5000 की धनराशि लोगों के खाते में भेजी जा रही है.
हमारे देश में जैसा कि सभी जानते हैं छोटी सी लालच में बहुत आसानी से लोग फंस जाते हैं. यहां भी यह संदेश पढ़ते ही लोग सोशल मीडिया में गूगल के माध्यम से बताए हुए जाल में फंसते चले जाते हैं
जैसा कि होता है इस संदेश में एक लिंक दिया गया है और कहा जाता है कि आप लोगों को इस लिंक पर क्लिक करके एक फॉर्म भरना होगा. इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि यह वित्तीय लाभ प्राप्त करने की आखिरी तारीख 15 जनवरी है. दरअसल, यह एक मनोवैज्ञानिक तरीके से आम लोगों को ठग में फंसाने का षड्यंत्र है और अंतिम तारीख देख कर लोग आनन-फानन में फॉर्म भर देते हैं और अपने बैंक की सारी जानकारी दे देते हैं.
ठगों का आप दुस्साहस देखिए की भारत सरकार के नाम पर भी ठगने से बाज नहीं आते और आमतौर पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर यह लोग ठगते रहते हैं पुलिस और कानून की पहुंच से दूर यह लोग लोगों को लूटते रहते हैं और सरकार कानून जब तक एक ठग को पकड़ने का प्रयास करती है ठग दूसरे तरीके से लोगों को ठगने का तरीका अपनाने लगते हैं.
5000 रूपए के इस लालच के फंडे की जानकारी जब सरकार की जानकारी में आई तो फैक्ट चेक टीम पीआईबी ने इसकी पड़ताल की और इसके बारे में जानकारी देते हुए यह सार्वजनिक किया है कि इस तरह का वायरल मैसेज पूरी तरह से फर्जी है.
पीआईबी ने ट्विटर पर जानकारी साझा करते हुए कहा गया है कि इस तरह का कोई भी लाभ भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नहीं दिया जा रहा है. पीआईबी ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि इस तरह के मैसेज लोगों को आकर्षित करने के लिए होते हैं, जिसके झांसे में आने के बाद लोगों के साथ ठगी होने की संभावना हो सकती है. जिसे लेकर लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है.
सावधान रहना, आपकी समझदारी..!
हमें यह समझना होगा कि भारत सरकार हो या टाटा, अंबानी या अमिताभ बच्चन कोई भी आपको यूं ही एक रुपए भी देने वाला नहीं है.
कोई फोन आ जाता है या सोशल मीडिया में कुछ लाभ दिखाई देता है तो हम गुड़ में मक्खी की तरह भिनभिनाने लगते हैं. हम यह नहीं सोचते कि यह लोग हमें भला क्यों पैसे देंगे यह लोग तो खुद ही पैसे कमाने के लिए जाने कब से लगे हुए हैं.
आइए! अब पुनः इस वायरल मैसेज की पड़ताल करते हैं.
वायरल मैसेज में 5 हजार का लाभ लेने के लिए एक लिंक दिया गया है और लोागों को इस पर क्लिक करें फॉर्म भरने के लिए बोला गया है और कहा गया है कि इस फॉर्म के भरने के बाद ही योजना का लाभ मिल पाएगा. साथ ही लोगों को 15 जनवरी अंतिम तिथि भी बतायी गई है इस मैसेज को लेकर पीआईबी की ओर से कहा गया है कि ऐसे कोई भी लिंक संदिग्ध हो सकता है, जिससे आपका डाटा चोरी का खतरा बन सकता है.
अतः इस आलेख के माध्यम से हम आपको सूचित करते हैं कि किसी भी लालच में आप नहीं फंसे, कोई भी लालच आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकती है. आज देश में ठग आगे आगे और आप पीछे पीछे हैं इसलिए रूक जाइए! आप परेशान हो सकते हैं.